मूक-बधिर छात्राओं से रेप

rapeजयपुर । यहां के एक सरकारी बालिका एवं शिशु गृह की मूक-बधिर छात्राओं से एक आवासीय विद्यालय में रेप की घटना सामने आई है। असहाय छात्राओं से यह दरिंदगी उनकी रखवाली में लगे कर्मचारी और अधिकारी कर रहे थे, संचालिका भी इसमें संलिप्त थी। विरोध करने पर छात्राओं के साथ मारपीट और यातनाएं भी दी जाती थीं। छात्राओं के साथ अप्राकृतिक यौन सबंध भी बनाए जाते थे।

पुलिस ने इस मामले में आवासीय स्कूल की संचालिका सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक व समाज कल्याण विभाग के आयुक्त से जवाब तलब किया। जयपुर में मौजूद ममता शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी इस सिलसिले में बात की। सूत्र बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग को घटना की जानकारी थी, लेकिन उसने जांच के नाम पर मामले को दबाए रहा। आखिरकार मामला शुक्रवार रात खुला।

12 से 17 वर्ष की ये छात्राएं राज्य सरकार के जयपुर के गांधीनगर स्थित एक बालिका गृह में पढ़ रही थी। इन्हें थैरेपी के लिए जयपुर के आगरा रोड स्थित ‘आवाज फाउंडेंशन’ स्पीच थैरेपी के लिए भेजा जाता है, जिससे वे इशारों में बातचीत करना सीख सकें। इस कोर्स के बाद गांधीनगर स्थित बालिका गृह आने पर काउंसलिंग के दौरान छात्राओं ने काउंसलरों को आप-बीती बयां की। बताया कि पहले कुछ के साथ छेड़छाड़ की गई, लेकिन वहां उनकी पीड़ा को सुनने-समझने वाला कोई नहीं था। शिकायत नहीं हुई तो दुराचारियों का दुस्साहस बढ़ गया और उन्होंने पांच छात्राओं को अपना शिकार बनाया। यह सब एक साल से चल रहा था। छात्राओं ने बताया कि होली के दिन रंग लगाने के बहाने उनसे ज्यादती की गई। विरोध करने पर मारापीटा गया। इसके बाद तो लगातार दुराचार होता रहा।

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ के अनुसार छात्राओं ने संचालिका अल्पना दसवानी को इसकी जानकारी देने का प्रयास किया, लेकिन उसने अनसुना कर दिया। मामला 30 अप्रैल को ही शैक्षणिक सत्र खत्म होने पर सामने आया था। इसके बाद सरकारी बाल कल्याण समिति ने अपने स्तर पर जांच की और प्रारंभिक जांच के बाद बाल कल्याण समिति ने शुक्रवार को थाने में मामला दर्ज कराया।

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