पटना। जनता दल ‘यू’ और भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक मैच के दौरान आज नीतीश कुमार की टीम को उस समय बड़ा झटका झेलना पड़ा, जब जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव चंद्रराज सिंघवी ने नीतीश कुमार पर स्वार्थी होने का आरोप लगाते हुए पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि कल कुछ भाजपा नेताओं के नीतीश कुमार के साथ मिल जाने के बाद भाजपा के नेता सुशील मोदी ने कहा था, “नीतिश जी को पता होना चाहिए कि वो हमारा एक विकेट डाउन करेंगे तो हम उनका दो विकेट उखाड़ फ़ेंकेंगे। अगर हिम्मत है तो पहले अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करके देखें कि उसके बाद वहाँ कैसी भगदड़ मचती है।”
दोनों नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी के बीच का तनाव कम होता कि आज जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव चंद्रराज सिंघवी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि सेकुलर होना, सिर्फ नीतीश कुमार का दिखावा है, सच तो यह है कि नीतीश सेकुलर नहीं, बल्कि स्वार्थी हैं। वह अपना एजेंडा पार्टी पर थोप रहे हैं। उनका कहना है कि नीतीश ने नरेन्द्र मोदी के विरोध का बहाना बनाकर पूरी पार्टी पर अपना एजेंडा लाद दिया है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव ने अपना इस्तीफा पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव को सौंप दिया। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। सूत्रों की मानने तो आने वाले दिनों में जेडीयू को कुछ और नेता भी अलविदा कह सकते हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि अपने इस्तीफे के बाद चंद्राराज सिंघवी किसी राजनीतिक पार्टी से अपना रिश्ता जोड़ेंगे। उन्होंने जेडीयू से रिश्ता इसलिए तोड़ लिया, क्यूंकि उनको लगता है कि नीतीश कुमार कांग्रेस के साथ अंदर खाते बहुत बड़ा समझौता कर चुके हैं। ऐसे में चंद्राराज सिंघवी का कांग्रेस में जाना तो मुश्किल है।