जसवंत ने भी लगाया मोदी की आंधी पर बेरियर

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के तौर पर नरेंद्र मोदी का नाम घोषित करने से असहमति रखने वालों की जमात में बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह भी शामिल हो गए है। जसवंत ने शनिवार को कहा कि भारत में राष्ट्रपति प्रणाली वाला लोकतंत्र नहीं है, इसलिए इस पद के लिए किसी नाम का ऐलान नहीं होना चाहिए। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि पार्टी की ओर से चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के लिए किसी के नाम का ऐलान करना ‘नई घटना’ है, जबकि नाम तो इस बात पर उभरेगा कि चुनाव के बाद मतदाता क्या संख्या देते हैं।

उन्होंने न्यूज चैनल सीएनएन-आईबीएन से बातचीत में कहा, ‘मेरा व्यक्तिगत रूप से विचार है कि नाम घोषित करने का यह पूरा कोलाहल एक नई घटना है। आप नहीं जानते कि देश आपको क्या संख्या (कितनी सीटें) देने जा रहा है।’ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने गुरुवार को कहा था कि बीजेपी के लिए अभी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना जल्दबाजी होगी और इस बारे में सही समय पर फैसला किया जाएगा।  जसवंत ने कहा, ‘हमारे यहां राष्ट्रपति प्रणाली नहीं है और संसदीय व्यवस्था इस बात पर निर्भर करती है कि (चुनाव बाद) किसके पास कितनी संख्या आती है।’ जसवंत सिंह का यह बयान पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह की इस टिप्पणी के दूसरे दिन आया है जिसमें मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा है, ‘प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की हमारी पसंद स्पष्ट है और अब (ऐसा करने की) कांग्रेस की बारी है।’

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