अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग बाईस
श्री विकास छाबड़ा
छोटे समाचार पत्रों के संचालकों में श्री विकास छाबड़ा आज एक जाना-पहचाना नाम है। एक पत्रकार के रूप में उनकी सोच पूरी तरह से सकारात्मक है। बेशक सिस्टम में खामी पर पूरा प्रहार करते हैं, मगर व्यक्ति विशेष के खिलाफ लिखने से सदैव परहेज रखते हैं। पीत पत्रकारिता से उन्हें सख्त नफरत है। यही प्रवृति उन्हें साफ सुथरे पत्रकारों की श्रेणी में खड़ा करती है। इसी आधार पर वे किशनगढ़ उपखंड व अजमेर जिला स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं।
अजमेर जिले में छोटे समाचार पत्रों की दुनिया में श्री विकास छाबड़ा संभवत: इकलौते पत्रकार हैं, जो अपने पाक्षिक समाचार पत्र रोशन भारत को दस साल से न केवल नियमित प्रकाशित कर रहे हैं, अपितु उसकी विषय वस्तु पर पूरा ध्यान देते हैं। कहने का तात्पर्य ये है कि उनका हर अंक बाकायदा योजनाबद्ध तरीके से पठनीय बनाया जाता है। उसमें आपको कॉपी-पेस्ट अथवा इंटरनेट से मैटर उठा कर पेज भरने की प्रवृत्ति कभी नहीं पाएंगे। मल्टी कलर प्रिटिंग के साथ उम्दा क्वालिटी का पेपर काम में लेते हैं। जाहिर तौर पर छपाई महंगी होती होगी, मगर उसकी भरपाई विज्ञापनों से भलीभांति कर लेते हैं। उनका सारा ध्यान जनसमस्याओं व ज्वलंत विषयों पर रहता ही है, साथ ही वर्तमान भौतिक युग के अनुसार कमर्शियल आस्पेक्ट का पूरा ख्याल रखते हैं, जो कि किसी भी समाचार पत्र को जिंदा रहने के लिए बेहद जरूरी होता है। फ्री डिस्ट्रीब्यूशन का कोई सिस्टम शुरू से ही नहीं रखा गया। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण व सरकारी महकमों को छोड़ कर सभी पेड कस्टमर बनाए हैं। अखबार को प्राण वायु देने के लिए मार्केटिंग पर पूरा फोकस रखा व इसके लिए टीम भी बना रखी है।
श्री विकास छाबड़ा ने दैनिक भास्कर की सरक्यूलेशन एजेंसी से पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश किया। उसके बाद भास्कर की एड एजेंसी को बहुत खूब चलाई। इसी दरमियां दैनिक भास्कर का किशनगढ़ ब्यूरो ऑफिस इनके बिल्डिंग परिसर में खुल गया। उन्हें अखबार में लिखने का शौक तो जब ग्यारहवीं क्लास में थे, तभी लग गया। उस वक्त नवज्योति में मंच हमारा आवाज आपकी नाम से पाठकों के लिए कॉलम में वे शहर की समस्याओं को उठाया करते थे। उन्होंने सीकर से प्रकाशित दैनिक उद्योग आस पास व उसके बाद अजमेर से प्रकाशित सरेराह अखबार में भी बतौर ब्यूरो चीफ काम किया। उसके बाद खुद का अखबार रोशन भारत शुरू किया।
इससे पूर्व श्री छाबड़ा ने किशनगढ़ दर्पण, मकराना दर्पण, पीसांगन दर्पण, रूपनगढ़ दर्पण, मार्बल डायरेक्ट्री जैसी पुस्तकों के साथ किशनगढ़ जैन दिग्दर्शिका, किशनगढ़ अग्रवाल दिग्दर्शिका, शासन प्रशासन पुलिस सम्पर्क सूत्र दिग्दर्शिका, जैन दर्पण आदि कई पुस्तकों का प्रकाशन किया है।
श्री छाबड़ा ने रोशन भारत के अजमेर संस्करण के साथ ही जयपुर संस्करण का प्रकाशन भी शुरू किया। अजमेर संस्करण का विमोचन पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर में किया तो जयपुर संस्करण का विमोचन काचरिया पीठ के पीठाधीश्वर जयकृष्ण जी देवाचार्य के सान्निध्य में किशनगढ़ के होटल हेलीमेक्स में किया गया। उनकी एक पुस्तक किशनगढ़ दर्पण के एक अंक का विमोचन में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने किया।
पाठकों से बेहतर जुड़ाव के लिए फंडे भी इस्तेमाल करते हैं। हाल ही में रोशन भारत ने अपने पाठकों के लिए जीतो इनाम की शानदार क्विज शुरू की। किशनगढ़ के आर.के. कम्यूनिटी सेन्टर में हाल ही आयोजित पुस्कार वितरण समारोह का स्तर इतना भव्य रखा गया कि लोग इसे किशनगढ़ का नं. 1 प्रोग्राम का दर्जा दे रहे है।
श्री छाबड़ा केवल स्वयं काम करने में विश्वास न करके स्टॉफ व टीम से काम करवाना ज्यादा बेहतर समझते है। उनका मानना है कि जो काम पैसे से हो सकता है, उसके लिए खुद मत उलझो। अपनी शक्ति और बेहतर करने में लगाओ। यही उनकी सफलता का राज प्रतीत होता है। एक पाक्षिक समाचार के सफलतम प्रकाशन के जरिए शानदार लिविंग स्टैंडर्ड मैन्टेन करना कोई उनसे सीखे।

-तेजवानी गिरधर
7742067000

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