क्या मेरा दिमाग सरक गया है?

पिछले कुछ समय से मेरे मित्र यह सवाल करने लगे हैं कि क्या बाबा जी बन गए हो। क्या घर परिवार छोड रहे हो। क्या संन्यास ले लिया है। ये कोई उम्र है। अपने आप को संभालो। असल में उनके ये कटाक्ष या ताने मेरे विचारों को यूट्यूब पर साझा करने को लेकर हैं। अध्यात्म … Read more

मास्क ने छीन ली चेहरे की खूबसूरती, मुस्कुराहट और भाव-भंगिमा

कोरोना महामारी के चलते घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाना बेहद जरूरी है। राजस्थान में तो कानून तक बना कर भारी जुर्माने का प्रावधान कर दिया गया है। जान है तो जहान है के जुमले को अपनाते हुए हम अपनी सुरक्षा भी कर रहे हैं। मगर तस्वीर का दूसरा रुख है कि मास्क ने … Read more

कोरोना ने किया पूरी दुनिया को जैन सिद्धांतों पर चलने को मजबूर

चौबीसवें तीर्थंकर भगवाान महावीर के काल में जैन धर्म अपने चरमोत्कर्ष पर था। जैन धर्मावलम्बी भी अनगिनत थे। मगर अकेले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को जैन धर्म के सिद्धांतों पर चलने को मजबूर कर दिया है। एक समय वह भी था, जब हम जैन धर्म के श्वेतांबर पंथीय मुनि, श्रावक और श्राविकाओं को देखा … Read more

सवाये का क्या महत्व है?

आजकल या तो दूध थैलियों में आता है या दूध वाला नाप कर भी देता है तो पूरा उतना ही, जितना उसे कहा जाता है। एक समय था, जब दूध वाले से एक या दो किलो, जो भी उसे कहा जाता था, तो वह उतना दूध देने के बाद ऊपर से थोड़ा अलग से दूध … Read more

अफसोस आलेख पर नहीं, टिप्पणी करने वालों पर है

हाल ही मेरे एक ब्लॉग को लेकर फेसबुक पर कई प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ तो बेहद आपत्तिजनक व अतार्किक थीं। ब्लॉग का शीर्षक था – हिंदू धर्म में छिपकली लक्ष्मी का प्रतीक तो इस्लाम में दुश्मन नंबर वन। इसमें हिंदू व मुस्लिम धर्म में जो मान्यताएं है, उसको तथ्यात्मक तरीके से बताया गया है। इसमें मैने … Read more

हिंदू धर्म में छिपकली लक्ष्मी का प्रतीक तो इस्लाम में दुश्मन नंबर वन

यह एक अजीबोगरीब तथ्य है कि छिपकली जहां हिंदू धर्म में लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती है, तो वहीं इस्लाम में उसे इंसान का दुश्मन नंबर वन माना जाता है। विशेष रूप से दीपावली के दिन घर में छिपकली दिखाई दे जाए तो समझा जाता है कि लक्ष्मी आने वाली है। इसके विपरीत हदीस में … Read more

शव यात्रा देखने को शुभ क्यों माना जाता है?

हमारे यहां लोग शगुन को बहुत महत्व देते हैं। यदि आप घर से कहीं जा रहे हैं तो सामने पानी से भरा घड़ा सिर पर रख कर लाती महिला, झाड़ू लगाती हरिजन महिला, गाय आदि आने पर शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा होने पर आप जिस काम से जा रहे हैं, उसके … Read more

मूर्ति पर पैसे फैंकना : ऐसे चढ़ाने से तो न चढ़ाएं वो अच्छा

मंदिरों में हमने अक्सर देखा होगा कि लोग चढ़ावे के नाम पर मूर्ति के आगे पैसे फैंकते हैं। विशेष रूप से तब तो यह दृश्य आम होता है, जब लोग रास्ते के मंदिर के सामने अपने वाहन से उतरना नहीं चाहते और बस या कार की खिड़की से ही मंदिर के गेट पर पैसे फैंकते … Read more

क्या मोरनी मोर के आंसू से गर्भवती होती है?

बचपन में मैने एक प्रसंग सुना था। वो ये कि मोर मोरनी को रिझाते वक्त अपने खूबसूरत पंखों को देख कर इठलाता है, लेकिन जैसे ही अपने बदसूरत पैर देखता है तो दुखी हो जाता है। उसकी आंखों से आंसू बहने लगते है। मोरनी तुरंत उसके आंसू पी लेती है और उसी से उसके भीतर … Read more

ईश्वर पुरुष है या स्त्री?

हालांकि ईश्वर को त्रिगुणातीत और निराकार माना जाता है। उसका कोई लिंग नहीं, अर्थात न तो वह पुरुष है और न ही स्त्री। बावजूद इसके प्रचलन में यही है कि जब ही हम उसके बारे चर्चा करते हैं, जिक्र करते हैं तो उसे पुरुषवाचक के रूप में ही संबोधित करते हैं। कहते हैं न कि … Read more

रोंगटे क्यों खड़े होते हैं?

आपने कई बार महसूस किया होगा कि अचानक भय, उत्साह, खुशी या भावुकता की तीव्र अवस्था में आपके हाथ-पैरों के बाल खड़े हो जाते हैं। इसे रोंगटे खड़ा होना कहते हैं। अचानक ठंड लगने पर भी हाथ व पैर के बाल खड़े हो जाते हैं। हमारी तरह जानवरों के बाल भी खड़े होते हैं, जो … Read more

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