मोदी की जीत के लिए हो रहा महायज्ञ प्रशासन की दखल से रद्द

a1जोधपुर. भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की जीत की कामना के लिए नरेंद्र मोदी विचार मंच की ओर से शहर के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में शुमार चौपासनी रोड स्थित जूना खेड़ापति बालाजी मंदिर को राजनैतिक मंच बनाने की कोशिश की गई। मंच के पदाधिकारी मंदिर में शनिवार को ‘नमो’ के नाम पर महायज्ञ, आरती व भजन संध्या का आयोजन करना चाहते थे। ट्रस्ट के अध्यक्ष सहित कुछ पदाधिकारियों व सदस्यों ने इसकी अनुमति भी दे दी, लेकिन कुछ ने इस पर आपत्ति जताई। मामला प्रशासन तक पहुंचा तो लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाने के कारण अधिकारी भी सक्रिय हुए। मंच को अंतत: कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। उधर, मंदिर में नियमित रूप से आने वाले दर्शनार्थियों में भी इस बात को लेकर रोष है। उनका कहना है कि मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बनाना सरासर गलत है। पत्रकारो कि टीम ने इस मामले की पूरी पड़ताल की तो पता चला कि इस कार्यक्रम में आठ भाजपा विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था। मंदिर ट्रस्ट के कुछ पदाधिकारियों व सदस्यों ने मंदिर परिसर में नरेंद्र मोदी के नाम पर आयोजन किए जाने की शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से की थी। उन्होंने एसडीएम शिवांगी स्वर्णकार को मामले की जांच के आदेश दिए तो उन्होंने आचार संहिता का हवाला देते हुए मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष कमलेश पुरोहित, जो भाजपा नेता हैं व यूआईटी में ट्रस्टी भी रहे, और नरेंद्र मोदी विचार मंच के प्रदेश संयोजक जुगलकिशोर झंवर को पत्र लिखकर मंदिर के बाहर से नरेंद्र मोदी की फोटो वाले पोस्टर हटाने और इस कार्यक्रम पर रोक
लगाने के आदेश दिए। इस आदेश के बाद आयोजनकर्ताओं ने कार्यक्रम रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि कार्यक्रम में गायक मोइनुद्दीन मनचला को भी आमंत्रित किया गया था।

कार्यक्रम को लेकर मंदिर ट्रस्ट के लोग आमने-सामने

आयोजन की स्वीकृति ली थी
मेरे पास मंच के लोग आए थे तो मैंने मंदिर में आयोजन की स्वीकृति दे दी। यह तारीख आचार संहिता लगने से पहले तय हुई थी, लेकिन अब कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
-कमलेश पुरोहित, अध्यक्ष, जूना खेड़ापति बालाजी मंदिर ट्रस्ट

आयोजन के लिए मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने स्वीकृति दी थी। यहां कार्यक्रम प्रस्तावित था, लेकिन रद्द हो गया। मंदिर ट्रस्ट का किसी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
-सुमेरसिंह गौड़, उपाध्यक्ष, मंदिर ट्रस्ट

मंदिर में महायज्ञ व महाआरती का आयोजन होना था। इसके लिए हमने स्थान देने के लिए कहा था, लेकिन आचार संहिता लग गई। इसलिए इसको रोक दिया गया है।
-मोहनलाल अरोड़ा, कोषाध्यक्ष, मंदिर ट्रस्ट

मंदिर राजनीतिक अखाड़ा नहीं
मंदिर कोई राजनैतिक अखाड़ा नहीं है। यहां पर भाजपा नेता के गुणगान के लिए आयोजन अनुचित है। इसके लिए हमने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत की थी।
-कंचन चौधरी, सह सचिव, मंदिर ट्रस्ट

ट्रस्ट की बैठकों में आने वाले मिनट्स में इस बात का उल्लेख है कि यहां किसी तरह का राजनैतिक आयोजन नहीं होगा। यह सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन भी है।
-अनिल जोशी, मंदिर ट्रस्टी

आचार संहिता लगने के बाद भी मंदिर से नरेंद्र मोदी विचार मंच के होर्डिंग्स और बैनर नहीं हटे। मंदिर को राजनैतिक अखाड़ा बना दिया। हमने कलेक्टर से इसकी शिकायत की।
-सुनील मोहनोत, मंदिर ट्रस्टी

…और ये अनभिज्ञ
मुझे इसकी जानकारी नहीं है। आप कार्यालय में पता कर लो, किसने इसकी इजाजत दी।
-महंत जितेंद्र गिरी, ट्रस्ट के संरक्षक

मुझे किसी ने नहीं बताया। मैं बाहर हूं, आप इसकी जानकारी किसी और से ले लें।
-मुरलीधर शर्मा, सचिव, मंदिर ट्रस्ट

इसको लेकर न तो ट्रस्ट की कोई बैठक हुई, न पत्र आया। आयोजन की अनुमति नहीं ली गई।
-मोहनसिंह भाटी, ट्रस्टी

सख्ती से आयोजक पीछे हटे
हमने आयोजन के लिए होर्डिंग्स-बैनर लगाए, लेकिन आचार संहिता लगने और मंदिर में राजनीति से जुड़े कार्यक्रम नहीं होने के कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।
-घनश्याम ओझा, सह संयोजक, नरेंद्र मोदी विचार मंच

आचार संहिता लगने के कारण कलेक्टर ने आपत्ति जताई तो हमने कार्यक्रम स्थगित कर दिया। वैसे अब हम गांधी मैदान में प्रशासन से अनुमति लेकर आयोजन करेंगे।
-गणपत सालेचा, महानगर अध्यक्ष, नरेंद्र मोदी विचार मंच

शिकायत मिलते ही सक्रिय हुआ प्रशासन
मंदिर परिसर में किसी प्रकार राजनैतिक कार्यक्रम होता है तो यह आचार संहिता का उल्लंघन है। इसके लिए पांच साल की जेल का प्रावधान है। हमने भाजपा शहर जिलाध्यक्ष को भी पत्र भेजकर इस तरह के आयोजनों पर रोक लगाने के लिए कहा है।
-शिवांगी स्वर्णकार, एसडीएम

मॉडल कोर्ट ऑफ कंडक्ट में इस बात का प्रावधान है कि आचार संहिता के दौरान किसी धार्मिक स्थल पर राजनैतिक समारोह का आयोजन नहीं कर सकते। इसलिए हमने आयोजकों से इसे रोकने के लिए कहा है।
-विद्याधर डूडी, प्रतापनगर थानाधिकारी

…और भक्त हुए आहत
मंदिर को राजनैतिक अखाड़ा बनाना गलत है। अगर यह आयोजन मंदिर के विकास को लेकर होता और इसमें कोई राजनेता शामिल नहीं होता तो अच्छा था।
-हनुमान प्रसाद, चौपासनी हा.बो.

मैं रोजाना मंदिर जाता हूं। महाशिवरात्रि पर मंदिर में रोशनी या फूलमंडली नहीं हुई और राजनैतिक आयोजन पर मंदिर को सजाया-संवारा जा रहा है, यह गलत बात है।
-सुरेश शर्मा, कमला नेहरू नगर

जगदीश सैन पनावड़ा
+91 9799234612

error: Content is protected !!