बीगोद। तप से आमा निर्मल पविा बनती है। सहज भाव से की गई भक्ति से आमा मे निखार आता है। यह बात सावी मैाा कंवर ने स्थानीय यश भवन में गुरूवार को आयोजित तप अभिनंदन ार्मसभा में कही। उहौने कहा कि अत: करा से शुद्ध भावों से किया गया तप आमा को निर्मल एवं पविा बनाता है। तप से इद्रियों को वश मे कर व्यक्ति मोक्ष मार्ग का राही बनता है। शील का महव बताते हुये शील व्रत की प्ररेाा दी। भारत कोकिला सावी यश कवंर म.सा. के सानिय में सुगन देवी टेरिटेबल ट़स्ट द्वारा आयोजित तप अभिनंदन समारोह में मास खमा, वर्षीतप, अढाई एवं तेले करने वाले ाावक ााविकाओं का समान किया गया। समारोह के अयक्ष रतनलाल टुकलिया, विश्ष्ठि अतिथि स्नेहलता ाारीलवाल, तेजमल गांग, नवरतन सूर्या, अशोक पोखरना, मदन भडारी ने भी विचार व्यक्त किये।
संघ के मंत्री महावीर सिंह बापना के अनुसार समारोह में कोटा, ब्यावर, बिजयनगर सहित कई स्थानों से बडी संया में श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे।
ashok lodha