भीलवाड़ा। मोदी सरकार में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के द्वारा भीलवाड़ा के एक ज्योतिषी को अपना हाथ दिखाकर अपना भविष्य जानने के मामले में विरोधी पार्टी के नेता स्मृति ईरानी पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन स्मृति ईरानी का कहना है कि वह अपनी निजी जिंदगी में कुछ भी करें मीडिया को इससे मतलब नहीं होना चाहिए। ज्योतिषी को अपना हाथ दिखाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर वह मीडिया पर भड़क उठीं। दरअसल, शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के एक छोटे से गांव कोरोई में भृगु संहिता के प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित नाथूलाल व्यास के घर पहुंचीं थी, जहां स्मृति ने भविष्य की जानकारी चाहने के लिए पंडित जी के सामने अपने हाथ फैला दिए।
बताया जा रहा है कि स्लेट पर लिखकर पंडित जी ने स्मृति को उनके आने वाले दिनों के बारे में बताया, जिसमे पंडित जी के द्वारा स्मृति के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी भी शामिल है। इस मामले को लेकर विरोधी पार्टी आरोप लगा रही है कि स्मृति अंधविश्वास को बढ़ावा दे रही हैं. लेकिन स्मृति का कहना हैं कि वह निजी जिंदगी में कुछ भी कर सकती हैं।
शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने ज्योतिषी से अपनी मुलाकात पर हो रहे विवाद के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है। स्मृति का कहना है कि अपने निजी जीवन में वो क्या करती हैं, किससे मिलती हैं, इस पर विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है। मामले पर सफाई देते हुए स्मृति ने कहा कि, ‘मैं अपने व्यक्तिगत जीवन में क्या कर रही हूं, ये दिखाने से आपकी टीआरपी बढ़ती है और आपको मुनाफा होता है तो ठीक है, लेकिन अगर मेरे राजनीतिक जीवन पर मेरे व्यक्तिगत काम का असर नहीं पड़ रहा तो मुझे नहीं लगता कि आप लोगों को ऐसा कुछ दिखाने से फायदा होगा।’
इससे थोड़ी देर पहले स्मृति ने ज्योतिषी से मुलाकात पर हुए विवाद से चिढ़कर ये भी कहा कि वो लोगों के साथ फोटो खिंचवाना ही बंद कर देंगी। इससे पहले सफाई में स्मृति ने कहा था कि उनके पास ना तो जन्मपत्री है और ना ही उन्हें पता है कि उनका जन्म कब हुआ था। वहीं दूसरी ओर पंडित जी ने पत्रकारों को बताया कि स्मृति पहले भी आती रही हैं, इस बार उन्होंने उनके राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी तक की है। http://khabar.rajasthannews1.com/