चीन की तकनीक से जयपुर में बनेंगी मशीनें

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया की तर्ज पर जयपुर की ऑटोलाइट इंडिया लिमिटेड ने चीन की जिनवे इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट के साथ किया एमओयू
– ऑटोमोटिव क्षेत्र के विभिन्न उपकरण बनाने वाली मशीनों का होगा निर्माण, मशीनों के एक्सपोर्ट से बढ़ेगा सरकार का राजस्व और स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
in shanghai, china with PM Modipic 2जयपुर। करीब चार दशकों से ऑटोपाल के नाम से ऑटोमोटिव क्षेत्र के विभिन्न उपकरण बना रही राजस्थान की एकमात्र कंपनी ऑटोलाइट इंडिया लिमिटेड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के सपने को पूरा करने की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं। कंपनी ने चीन की जिनवे इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट के साथ एमओयू किया है। इसके तहत ऑटोमोटिव हैड लैम्प्स, एलईडी डे-टाइम रनिंग लैम्प्स, एलईडी हैड लैम्प्स, एलईडी वर्क लैम्प्स, टर्न सिग्नल लैम्प्स, हैलोजन वर्क लैम्प्स, हैलोजन बल्ब और ऑक्स लैम्प्स जैसे कई ऑटोमोटिव उपकरणों का निर्माण करने वाली मशीनों का कारखाना लगाया जाएगा।
कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य प्रबंधक महिपाल गुप्ता ने बताया कि यह करार प्रधानमंत्री की चीन यात्रा के दौरान उनकी मौजूदगी में ही हुआ। इसके तहत चीन की कंपनी ऑटोलाइट की साझेदारी में जयपुर में प्लांट लगाएगी। गुप्ता ने कहा कि इस करार के बाद गुलाबीनगरी में चीन की तकनीक के साथ मशीनों का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि इससे न केवल विदेशी मुद्रा देश में आएगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके साथ ही मशीनों के एक्सपोर्ट से सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।
गुप्ता ने कहा कि इन मशीनों की बिक्री भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में की जाएगी, जिससे दुनिया में मेक इन इंडिया का बोलबाला होगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा के दौरान कोई करार करने वाली ऑटोलाइट एकमात्र कंपनी है। बकौल गुप्ता, हमारी कंपनी पहले से ही चीन में कार्यरत है। हम चाहते तो चीन में भी यह कारखाना लगा सकते थे, लेकिन हमें प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया के सपने को साकार करना है। इसके लिए हमने देश को प्राथमिकता देते हुए जयपुर को चुना। हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह प्रयास रंग लाएगा और अन्य कंपनियां भी इससे प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया के सपने को पूरा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाएंगी।
दोनों कंपनियों की आधी-आधी साझेदारी रहेगी। मशीनों की मैन्यूफैक्चरिंग जयपुर में ही होगी। कुछ अधिकरी चीन के, जबकि अधिकतर अधिकारी-कर्मचारी भारत के होंगे। बकौल गुप्ता, ऑटोलाइट अभी टाटा मोटर्स, महिंद्रा ग्रुप, वॉल्वो, आयशर, बजाज, जेसीबी, केटरपिलर, इंडियन रेलवेज, इंडियन डिफेंस सहित कई भारतीय व विदेशी कंपनियों के लिए विभिन्न ऑटोमोटिव उपकरणों का निर्माण कर रही है। इसके अलावा कंपनी चीन की कई कंपनियों को भी फिनिश्ड प्रॉडक्ट्स निर्यात कर रही है।
इन मशीनों का होगा निर्माण
करार के तहत इंटर एलिया, हाइटेक कैपिटल गुड्स, फायर प्लाज्मा सरफेस ट्रीटमेंट मशीन, रोबोटिक आईआर, यूवी क्यूरिंग कोटिंग लाइन, एडवांस्ड एसेम्बली लाइंस, ऑनलाइन विजन इंस्पेक्शन सिस्टम, ऑनलाइन टेस्ट तथा एडजस्टमेंट एसेम्बली मशीन, क्लीन रूम सिस्टम्स, लेजर वेस्ड बेल्डिंग सिस्टम और अल्ट्रासोनिक बेल्डिंग सिस्टम मशीनों का निर्माण किया जाएगा। इस करार के तहत बनने वाली मशीनों में ऑटोमोबाइल्स, ऑटोमोटिव कम्पोनेंट्स, रिन्यूबल एनर्जी, एविएशन, बायो-टेक्नोलॉजी, फार्मास्युटिकल्स, डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग, सेमी कंडक्टर्स और एलईडी के क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।

ऑटोलाइट इंडिया लिमिटेड : एक नजर
करीब चार दशकों से भी अधिक समय से ऑटोपाल ब्रांड से ऑटोमोटिव उपकरण बना रही ऑटोलाइट इंडिया लिमिटेड 60 से भी अधिक देशों में अपने उपकरणों का निर्यात करती है। ऑटोपाल ब्रांड करीब 33 देशों में रजिस्टर्ड है। सरकार द्वारा प्रमाणित ऑटोलाइट कंपनी को स्टार एक्सपोर्ट हाउस का दर्जा प्राप्त है। कंपनी को गुणवत्ता के लिए आईएसओ/टीएस-16949, पर्यावरण संरक्षण के लिए आईएसओ-14001 और हैल्थ एंड सेफ्टी के लिए ओएचएसएएस-18001 सर्टिफिकेट मिले हुए हैं। कंपनी को ऑटोमोटिव उपकरण एवं उन्हें बनाने वाली मशीनों का निर्माण करने में दक्षता हासिल है।

आई.बी. सोनी, ऑटोलाइट इंडिया लि., मो.: +91 9314182627

अमित बैजनाथ गर्ग, प्रेस एडवाइजर. मो.: +91 9680871446

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