‘में और मेरा राष्ट्र’ की भावना से ही राष्ट्र की उन्नति संभव- सांसद राठौड़

aaIMG_20151226_151532884राजसमन्द। पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म के 92वे वर्ष में प्रवेश पर आयोजित ‘में और मेरा राष्ट्र’ व्याख्यानमाला की प्रस्तावना रखते हुए सांसद हरिओम सिंह राठौड़ ने कहा कि में और मेरा राष्ट्र की भावना से ओतप्रोत होकर ही इस देश को परम वैभव पर पहुँचाया जा सकता हे। कुछ भी करने से पूर्व राष्ट्र के हित और अहित के बारे में सोच कर ही आगे बढ़ना चाहिए। राठौड़ ने वाजपेयी के जीवन पर दृष्टि गोचर करते हुए कहा की सभी राजनितिक दलों में से अटल बिहारी वाजपेयी ही एक ऐसे व्यक्ति थे जो हमेशा अविवादित रहे। वाजपेयी अच्छे जनप्रतिनिधि के साथ ही अच्छे जननेता भी रहे हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन ही राष्ट्र को समर्पित कर दिया। जनप्रतिनिधि तो हर कोई हो सकता हे लेकिन जननेता बनना बहुत मुश्किल हे और वाजपेयी सच्चे जननेता हैं।
मुख्य वक्ता डा बी एल चौधरी ने कहा कि में और मेरा राष्ट्र की शब्दों में व्याख्या करना अति कठिन हे यह सिर्फ महसूस करने की बात हे। चौधरी ने अटल बिहारी के चरित्र की व्याख्या करते हुए कहा की न ‘भूतो न भविष्यति’ वाजपेयी जैसा व्यक्तित्व न तो कभी हुआ और न कभी होगा जिन्होंने हमेशा गरिमामय भाषा का उपयोग किया। उन्होंने कहा की प्रतिक्रिया हमेशा कलम से की जानी चाहिए पुरुष्कार लोटा कर नही। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए डा राकेश तैलंग ने कहा की संघ शिक्षक और सेनापति के रूप वाजपेयी ने देश का नेतृत्व किया हे। तैलंग ने कहा की मित्र भाव से ही राष्ट्र का विकास संभव हे।
संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि दोपहर 2 बजे देव हेरिटेज में शुरू हुई व्याख्यानमाला के शुभारम्भ के पूर्व में मुख्य वक्ता डा बी एल चौधरी और अध्यक्षता कर रहे डा राकेश तैलंग ने भारत माता के छवि चित्र पर माल्यार्पण और दिप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान सविता शर्मा ने बाधाएं आती हे आये का पठन किया। इस दौरान राष्ट्रगीत और अंत में राष्ट्रगान गाया गया।
कार्यक्रम के दौरान नगर परिषद् अध्यक्ष आशा पालीवाल, प्रधान रीना कुमावत, उपजिला प्रमुख सफलता गुर्जर, सुरेशचन्द्र कावड़िया, ओम पुरोहित, शिवनारायण बूब, अमित वर्मा, बार एसोसिएशन अध्यक्ष भारत पालीवाल, पुष्पा कर्नावट, सुन्दरलाल लोढ़ा, जगदीश खंडेलवाल, गणपत धर्मावत, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, जिलापरिषद् सदस्य नन्दलाल सिंघवी, भंवरलाल शर्मा, महेश पालीवाल, जगदीश पालीवाल, अशोक रांका, राजकुमार अग्रवाल, भेरूलाल कच्छारा, गिरिजाशंकर पालीवाल, पंकज शर्मा, लिलेश खत्री, सुभाष पालीवाल, ललित चोर्डिया,देशबन्धु रांका, सविता शर्मा, श्रीकिशन पालीवाल, देवीलाल तेली, दीपक शर्मा, प्रवीण नंदवाना, रमेश खींची, धीरज पुरोहित, प्रदीप खत्री, प्रमोद गौड़, अशोक डुंगरवाल, गणेश लाल गुर्जर लाम्बोड़ी सहित सेकड़ों गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन गोपाल कृष्ण पालीवाल और आभार लिलेश खत्री ने किया।

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