राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोल आवंटन मामले में भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा का चाल चरित्र चेहरा सबके सामने आ चुका है। मुझे वह दिन भी याद है, जब भाजपा ने टेलीकॉम मंत्री सुखराम के मामले में 12 दिन संसद नहीं चलने दी। बाद में उन्हीं सुखराम को भाजपा ने सत्ता के लिए गले लगा लिया।
गहलोत मीडिया से बातचीत कर रहे थे। गहलोत ने कहा कि संसद को नहीं चलने देना भाजपा की हताशा का परिणाम है। कोल आवंटन मामले में संसद में बहस हो जाती तो सच्चाई सबके सामने आ जाती।
वहीं जयपुर दौरे पर आए केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्वनी कुमार ने कोल आवंटन मामले में भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा है कि ये लोग खुद काले हैं और हम पर कालिख पोत रहे हैं। लगातार चुनावों में हार का सामना कर हताश हो चुकी भाजपा अब अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए अराजकता की राजनीति और आधारहीन आरोपों पर आ गई है।
कोल आवंटन मामले में संसद ठप करके भाजपा ने जिस तरह बहस नहीं होने दी, भाजपा की यह राजनीति अराजकता को सीधा न्योता है।
भाजपा ने संसद ठप करके देश के मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया है। इधर कोयला घोटाला मामले में प्रदेश भाजपा की ओर से शुक्रवार को जयपुर में धरना दिया जाएगा। धरने में प्रदेश के सभी नेता, कार्यकर्ता शामिल होंगे।