परवन परियोजना को लेकर भाया ने की जन-जागरण पदयात्रा

भाजपा सरकार की कथनी और करनी में अंतर
सातवी बार फिर किए निर्माण कार्य के टेंडर स्थगित

प्रमोद भाया
प्रमोद भाया
फ़िरोज़ खान बारां, ( राजस्थान ) । 29 मई। स्वीकृतशुदा परवन वृहद सिंचाई परियोजना तीन जिलों के किसानों की संजीवनी है। इससे हजारों किसान परिवारों, आमजन एवं व्यापारी भाईयों का भविष्य जुडा हुआ है। इस परियोजना को लेकर हमारा निरतंर संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक इसका निर्माण कार्य प्रारंभ नही होगा। यह वक्तव्य राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रमोद भाया ने रविवार को तहसील अंता के ग्राम टारडीखेडा से रवाना हुई जन-जागरण पदयात्रा के दौरान कहे। पदयात्रा के दौरान करीब दो हजार किसानों, कांग्रेसजनों ने भाग लिया। पदयात्रा के दौरान प्रमोद भाया ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। कांग्रेस शासन के दौरान स्वीकृतशुदा परवन वृहद सिंचाई परियोजना के टनल एवं बांध निर्माण के लिए 652.65 करोड़ रूपए के टेण्डर जारी किए गए थे, उन टेण्डरों को भाजपा सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद से निरस्त कर पुनः उन्हीं टेण्डरों के लिए 30 महीने के कार्यकाल में निविदाएं 7 बार निविदिएं आमन्त्रित की जाकर लगातार सातवी बार 25 मई 2016 को एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। अतः जब तक मौके पर परवन वृहद सिंचाई परियोजना का टनल एवं बांध निर्माण का कार्य प्रारंभ नही हो जाता, तब तक हमारे द्वारा संघर्ष किया जाता रहेगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक पानाचंद मेघाल ने कहा कि किसानों को कांग्रेस शासन में प्राकृतिक आपदाओं के समय सरकार के द्वारा समय-समय पर भारत सरकार के मापदण्डानुसार मुआवजा प्रदान किया जाता था परंतु इस 30 माह की सामंतशाही, भ्रष्टाचारी सरकार ने विगत दो वर्षो में प्राकृतिक आपदा से खराब हुई फसलों का मुआवजा अभी नही किसान भाईयों को नही दिया गया है। देशवासियों को भूखा नही सोना पडे इसके लिए कांग्रेस शासन के दौरान सरकार खाद्य सुरक्षा गारण्टी अधिनियम लागू किया जाकर लाखों करोड़ों परिवारों को इस योजना के तहत खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया। इस योजना के तहत लाभान्वितो को भाजपा सरकार द्वारा वंचित कर दिया गया है जिसके कारण बाजार से गरीब परिवार को महंगी दर पर खाद्यान्न खरीदना पड़ रहा है। जिला महासचिव कैलाश जैन ने बताया कि भाया द्वारा स्वीकृतशुदा परवन वृहद सिंचाई परियोजना के कार्यो को चालू करवाने की मांग को लेकर आज तहसील अंता के ग्राम टारडीखेडा से जन-जागरण पदयात्रा प्रारंभ कर ग्राम बाडा हाला कुंआ, सोरखण्डकलां होते हुए सोरखण्डखुर्द तक की। इस पदयात्रा के दौरान जैसे-जैसे भाया का कारंवा गांवों की ओर बढता गया वैसे-वैसे बडी संख्या में पीडित किसान व ग्रामीण इस पदयात्रा से जुडते गए। पदयात्रा का गांवों में ग्रामीणों द्वारा उत्साहपूर्वक भव्य स्वागत किया गया।

यह रहे पदयात्रा के दौरान उपस्थित- परवन वृहद सिंचाई परियोजना के कार्य को प्रांरभ किए जाने की मांग को लेकर आयोजित जन-जागरण पदयात्रा में पीसीसी सदस्य हंसराज मीणा उदपुरिया, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के लियाकत अली, सेवादल के अशरफ देशवाली, लोकसभा अध्यक्ष धर्मराज मेहरा, झालावाड के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुराजसिंह, विरेन्द्र गुर्जर, अमरलाल जादोन, सोनू वर्मा, मंडी अध्यक्ष प्रदीप काबरा, ब्लॉक अध्यक्ष रामस्वरूप मीना, नगर अध्यक्ष अंता सीपी मीना, ओम सुमन मिर्जापुर, श्रीमती मंजू शर्मा महासचिव प्रदेश महिला कांग्रेस, सरपंच पलायथा प्रियंका नंदवाना, सरपंच महुआ लाखन मीना, सरपंच मऊ शिशुपाल मीना, नरेन्द्र मेवाडा सोरखण्ड, ललित गालव, जोधराज मीना, सरपंच हिंगोनिया राजेन्द्र मीना, पालिका उपाध्यक्ष अंता रामराज बागडी, शिवराज चौधरी ठीकरिया, पूरण नागर नियाणा, विनोद चोपडा, सोहनलाल चौरसिया, प्रमोद जैन टीटू, भूपेन्द्र दाधीच, लालचंद मीणा सीसवाली, जिला परिषद सदस्य सावित्री शाक्यवाल, सत्यनारायण भूमल्या, सिद्वार्थ नागर, ओम नागर धतूरिया, पूर्व जिपस हेमंत शर्मा अटरू, पूर्व बीज निगम निदेशक मुस्तफा खान, विक्रांत शर्मा मांगरोल, बाबूलाल मालव पूव्र चेयरमेन अंता, रामस्वरूप मीणा छत्रपुरा, अमृत मीणा, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष दिनेश गुर्जर, राजेन्द्र गुर्जर, पूर्व पार्षद कमलाबाई, पार्षद भारती नागर, रितु जैन, हरिराज सिंह गुर्जर, गौरव शर्मा, हेमराज बैरवा, योगेन्द्र मेहता, धन कुमार मीणा, राजू मीणा मूंडला, मनीष गुर्जर, केदार नेनीवाल अटरू, एडवोकेट भारतेंदु सिंह, नियाज मोहम्मद, हेमंत शर्मा छबडा, त्रिलोक नागर मिसाई, अशोक मीणा अटरू, गिर्राज नागर पाकलखेडा, हुकमचंद सुमन बूंदी, भवानीशंकर मीणा टारडा, रामप्रसाद गौड आदि सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

न्यायालय के आदेष से नही हुई थी कार्यवाही
भाजपा ने कबूल की गलती

भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में मीडिया प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि रविवार को प्रकाशित समाचार पत्रों में भाजपा द्वारा दी गई प्रेस विज्ञप्ति की चूक के कारण समाचार पत्रों में गलती से प्रकाशित हो गया था कि न्यायालय के आदेश पर हुई थी कार्यवाही। तथ्यों की जानकारी के बाद सामने आया कि अधीनस्थ न्यायालय द्वारा जारी स्थगन आदेश को अपास्त किए जाने पर प्रशासन द्वारा राजकीय चिकित्सालय से श्री पार्श्वनाथ मानव सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित रोगी सेवा केन्द्र के बेदखली की कार्यवाही प्रशासन द्वारा की गई थी, ना कि स्थगन आदेश के खारिज होने पर। न्यायालय के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार समाचार पत्रों में छपी खबरों के बाद ली गई जानकारी से भी यह स्पष्ट हो गया कि किसी भी न्यायालय द्वारा श्री पार्श्वनाथ मानव सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के रोगी सेवा केन्द्र को खाली करवाए जाने के संबंध में कोई आदेश जारी नही किए गए थे।

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