जीएसटी से आर्थिक एकीकरण होगा, किसी को हानि नहीं होने देंगे

Arjunबीकानेर (मोहन थानवी)। इंस्टीट्यूट आफ कंपनी सैक्रेटरीज इंडिया चेप्टर बीकानेर द्वारा राष्टस्तरीय जीएसटी सिम्पोजियम का आयोजन बीकानेर में किया गया। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सिम्पोजियम का उद्घाटन करने के बाद कहा कि जीएसटी राष्ट्र में आर्थिक एकीकरण युग का आगाज है। इसके प्रति कतिपय विपक्षी दलों द्वारा फैलाई जा रही भ्रांतियों से लोगों को सावचेत करते हुए मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार जीएसटी से किसी को हानि नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी व्यापार एवं उद्योग के लिए वरदान होगा। जीएसटी के तहत निर्माताओं द्वारा उपभोक्ताओं से केवल एक ही कर चार्ज होगा और अंतिम उपभोक्ता तक चुकाए गए करों में पारदर्शिता आएगी।
आईसीएसआई , सीए का जिक्र करते हुए मंत्री ने जीएसटी में संबंधित संस्थानों, संगठनों के सुझाव व सहयोग लेने की बात भी कही। अपने आधे घंटे से ज्यादा के संबोधन में मंत्री ने बड़ी संख्या में संभागियों की कई बार तालियां बटोरी। इससे पूर्व विधायक डा गोपालकृष्ण जोशी ने व्यापारी वर्ग की ओर से अपनी बात कहते हुए जीएसटी से होने वाले नुकसान सहित अन्य शंकाएं रखी, जिनका समाधान मंत्री ने अपने उद्बोधन में किया। आगंतुकों का स्वागत करते हुए आईसीएसआई के वाइस चेयरमैन श्याम अग्रवाल ने जीएसटी पर प्रथम राष्ट्रीय सिम्पोजियम बीकानेर में रखे जाने, अगस्त माह को जीएसटी जागरूकता माह घोषित करने, कुल 40-45 हजार सदस्यांे द्वारा देशभर में जीएसटी पर सिम्पोजियम आयोजित कर लोगों को इसके प्रति जानकारियां उपलब्ध करवाने, जागरूकता का संदेश देने आदि के बारे में बताया। भारतीय कंपनी सचिव संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र अरोड़ा, बीकानेर चेप्टर चेयरमैन एस के हर्ष ने भी संस्थान और जीएसटी के बारे में बताया। इंस्टीट्यूट पदाधिकारियों ने अतिथियों का सम्मान साफा, शाल और ग्रीन प्लांटर से किया। आयोजन में वरिष्ठ एन सी पुरोहित, डा अजय जोशी, नरसिंह बिनानी, सुधीश शर्मा, शहर भाजपा अध्यक्ष डा सत्यप्रकाश आचार्य, अशोक पारीक, आयकर अधिकारी आर एस मीना साक्षी बने। सिम्पोजियम में इंस्टीट्यूट के पदाधिकारियों, सीए आदि संबद्ध संस्थानों के प्रतिनिधियों ने जीएसटी पर अपने विचार साझा किए।
सीएस के प्रति युवाओं का रुझान होना जरूरी – आईसीएसआई के वाइस चेयरमैन श्याम अग्रवाल का कहना है कि कंपनी सैक्रेटरी का कार्य सदाबहार कार्य है। सीएस का कोर्स करने में युवाओं का रुझान कम है यह चिंताजनक है और युवाओं को सीएस बनने के लाभ बताते हुए उनकी रुचि इस ओर जाग्रत करना जरूरी है। सीएस के बिना अब किसी भी कंपनी का प्रबंधन पूर्ण नहीं कहा जा सकता। अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में संस्थान की उपलब्धियां और गतिविधियां बताते हुए कहा कि इसी माह 18 अगस्त को जीएसटी पर मंथन प्रस्तावित है। इसमें वे भी शिरकत कर युवाओं और व्यापारी-उद्यमियों के हितों पर अपने सुझाव रखेंगे। प्रेसवार्ता में संस्थान के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

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