फ़िरोज़ खान
बारां 7 नवम्बर । शाहबाद,व् किशनगंज, केलवाडा उपडाक घर के ग्रामीण डाक सेवको की बैठक केलवाडा उपडाक घर में सम्पादित की गई। जिसमें सभी ग्रामीण डाक सेवको के साथ हो रहे अन्याय तथा शौषण के बारे में अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ मंण्डल कोटा राजस्थान के उपसचिव जितेन्द्र भार्गव द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें बताया गया कि पिछले दिनों सुप्रिम कोर्ट ने भी सरकार को आदेशित किया है कि समान काम के बदले समान वेतन दिया जावे। ग्रामीण डाक सेवक भारी भरकम कार्य 8 से 9 घंटे करता है तथा आरडी, एसबी, टीडी, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, सुकन्या योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना एवं अटल पेंशन योजना का लक्ष्य ग्रामीण डाक सेवक से ही पूरा होता है जबकि विभाग द्वारा पीठ अधिकारियों की थपथपाई जाती है वार्षिक व़ृ्द्धि, प्रमोशन अधिकारियों को दिया जाता है। जबकि इसके बदले मात्र तीन से पॉच घंटे की मजदूरी ग्रामीण डाक सेवक को दी जाती है। तथा लक्ष्य के लिये ग्रामीण डाक सेवक को बाध्य किया जाता है। इनके अलावा विनय सरकार सुनील, मोहनलाल सोनी ने भी अपने विचार उक्त बैठक में रखे। तथा सभी ग्रामीण डाक सेवको को संगठित होने के लिये आवाहन किया एवं ग्रामीण डाक सेवको पर हो रहे अन्याय एवं शौषण को रोकने का एवं न्याय दिलवाने हेतु प्रधानमंत्री, भारत सरकार को प्रार्थना पत्र भेजा।