जल संरक्षण की सोच और तकनीकी सामंजस्य से होगा बेहतर जल प्रबंधन

DSC_4100जयपुर, 17 जनवरी। जलदाय मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि आमजन में जल संरक्षण की सोच और तकनीक का सामंजस्य सलीके से हो तो प्रदेश में पेयजल प्रबंधन और भी बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पानी की छीजत रोकने के लिए विभाग के इंजीनियर्स के अलावा आमजन की हिस्सेदारी भी बेहद जरूरी है।
श्री गोयल मंगलवार को जयपुर में आयोजित एनआरडब्ल्यू की दो दिवसीय सेमिनार के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान जैसे सूखे प्रदेश में आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सैकड़ों किलोमीटर्स से पानी लाना पड़ता है, ऐसे में एनआरडब्ल्यू के तहत करोड़ों लीटर पानी प्रतिदिन व्यर्थ बह जाना बेहद चिंतनीय विषय है। उन्होंने जापानी कंपनी जाइका (जापान इंटनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी) की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके तकनीकी सहयोग के चलते जयपुर शहर के कई हिस्सों में पानी छीजत को काफी हद तक कम किया जा सका है।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वालंबन अभियान की भी मुक्तकंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस अभियान के चलते जल स्तर में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सेफ ब्लॉक्स की संख्या में बढोतरी हुई है। प्रथम चरण में जहां 3 हजार 529 गांव जल के मामले में आत्मनिर्भर हुए हैं वहीं दूसरे चरण में भी 4 हजार 200 गांव-शहरों मंे भी भूजल स्तर में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि पानी की छीजत को कम करने का अभियान जल्द ही पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
जलदाय राज्य मंत्री श्री सुशील कटारा ने कहा कि पानी की छीजत को रोकने के लिए जाइका की तकनीक को आने वाले समय में जयपुर ही नहीं प्रदेश के हर जिले और हर कस्बे तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी ईश्वर द्वारा प्रदत्त ऐसा उपहार है जिसे बनाया नहीं जा सकता। पानी की बचत ही पानी का उत्पादन है। उन्होंने कहा कि पानी को बचाकर ही हम आने वाले कल को महफूज रख सकते हैं।
इससे पहले जाइका इंडिया के श्री एम.पी. सिंह ने बताया कि पूरे देश में जाइका के 32 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिसमें से 17 पूरे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जाइका पानी की एक-एक बूंद को सहेजना सिखाता है। इसी कड़ी में सेमिनार के दूसरे दिन की शुरुआत दिल्ली जल बोर्ड के अधीक्षण अभियंता श्री वीरेन्द्र कुमार ने कई केस स्टडीज के बारे में अभियंताओं को बताया। जापान के योकोहामा वाटरवर्क्स ब्यूरो के श्री केंजी नाकानोसोनो ने भी जापान में किए गए कार्यों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया।
जलदाय मंत्री और राज्य मंत्री ने इस अवसर पर जाइका द्वारा विभाग के 20 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर्स के प्रमाण पत्र भी वितरित किए। सेमिनार का संचालन श्री सतीश जैन ने किया वहीं मुख्य अभियंता शहरी श्री अखिल कुमार जैन ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति, कई राज्यों से आए विशेषज्ञ और प्रदेश के 80 से ज्यादा इंजीनियर्स और उच्चाधिकारी मौजूद थे।

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