ईको-सेल्फी के जरिए प्रकृति के प्रति प्रेम का इजहार करने को आमंत्रित करता है ट्राई

अंजू
अंजू
जयपुर 20 फरवरी । अब वेलेंटाइंस डे भले ही चला गया हो, लेकिन वातावरण में प्रेम अभी भी मौजूद है। बसंत का मौसम हम सभी के लिए प्रेम को व्यक्त करने का सही मौसम होता है। यह मौसम बहुत ही सुहावना होता है, इसमें फूल खिलते हैं और चारों ओर प्राकृतिक खुबसुरती रहती है, मन करता कि हमेषा ऐसा ही मौसम रहे तो अच्छा रहे। ऐसा हो तो नही सकता लेकिन आपके पास मौका है जिसमें आप सेल्फी, फोटो व ग्रुपफोटो के जरिए मौसम के खूबसूरत पलों को हमेषा बरकरार बनाए रखें और इस माध्यम से आप प्रकृति के प्रति अपने ‘लव व केयर‘ का इजहार कर सकते हैं।
ट्राई द्वारा ईको-सेल्फी कॉन्टेस्ट आयोजित करके रोमांचक पुरस्कारों के साथ ‘रेस्पॉंसिबल लाइफस्टाइल‘ के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने की यह सामाजिक पहल की गई है। वैलेंटाइन्स डे पर शुरू हुआ यह ईको-सेल्फी कॉन्टेस्ट 31 मार्च 2017 तक जारी रहेगा। इस प्रतियोगिता के साथ ट्राई विशेष रूप से उन युवाओं के साथ जुड़ना चाहता है, जो लाइफस्टाइल के विकल्प बनाने के परिवर्तनकारी बिंदु पर हैं। बेहतर अर्थव्यवस्था एवं बढ़ते उपभोक्तावाद (पश्चिमी संस्कृति) के साथ, युवा काफी विकल्पों से अत्यंत आकर्षित हैं, जिसमें उन्हें उनके कंजम्प्षन व डिस्पोजल पर आधारित ईको-सिस्टम पर छोड़ दिए जाने वाले प्रभाव की जागरुकता नहीं है।
ट्राई विभिन्न ऑनलाइन और ऑफलाइन अभियानों के माध्यम से सस्टेनेबल लाइफस्टाइल के बारे में जागरूकता उत्पन्न कर रहा है। TryForGood.com/eco-selfie पर ये सेल्फी व फोटो भेजे जा सकते हैं।
ट्राई (द रेस्पॉन्सिबल यू) इस विष्वास के साथ शुरू की गई पहल है कि एक स्वस्थ वातावरण एवं शांतिपूर्ण समुदाय में रहने से ही खुषियों की शुरूआत होती है। लेकिन असहाय होकर हम ऐसे वातावरण में रह रहे हैं, जहां जनसंख्या, प्रदूषण व अषांति दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। हम इसे बदल तो नहीं सकते हैं, लेकिन हम एक जागरुक व जिम्मेदार नागरिक बनकर इन प्रभावों को कम करने की कोशिश कर सकते हैं।
ट्राई द्वारा अपने ऑनलाइन इंटरफेस के लिए वेबसाइट TryForGood.com शुरू की गई है। ऑफ़लाइन अवेयरनेस के लिए पर्यावरण पर आधारित कॉन्फ्रेंसों में भाग लिया गया है, साथ ही पोस्टर व कैलेंडर भी जारी किए गए हैं। ट्राई के इन कार्य को साइंस एक्सप्रेस में प्रदर्शित किया जा रहा है।
ट्राई की प्रिंसिपल अंजू एक कम्यूनिकेषन स्ट्रेटेजिस्ट व क्रिएटिव डायरेक्टर हैं। इन्होंने बायोटेक्नोलॉजी में पी.एच.डी. कर रखी है। ये अपनी द्विआयामी फिलॉस्फी बताती हैं-
1. सस्टेनेबिलिटी के बारे में व्यापक जागरूकता लाने के लिए आम तौर पर अलग-अलग रहने वाले विज्ञान और कला समुदायों द्वारा एक साथ मिलकर कार्य कर सकते हैं।
2. खुषी सस्टेनेबिलिटी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है यदि लोग खुश नहीं हैं, तो वे अपने समुदाय व पर्यावरण की अधिक देखभाल नहीं कर पाएंगे।

प्रिंसिपल व ट्राई की लॉन्च स्टोरी की अधिक जानकारी –
अंजू को भारत व अमेरिका में मार्केटिंग व कॉर्पोरेट कम्यूनिकेषन का व्यापक अनुभव है। साथ ही इन्होंने शैक्षणिक स्तर पर कई पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं, जिनमें एडवारटाइजिंग, पोस्टर डिजाइन व कार्टूनिंग में राज्य व राष्ट्रीय स्तर जीते गए पुरस्कार शामिल हैं। इन्होंनेे बिजनेस व बायो पब्लिकेषंस में कई लेख लिखे हैं व कार्टून भी बनाए हैं। इनके द्वारा हाल ही में मार्केटिंग एवं वेब डिजाइनिंग पर एक पुस्तक लिखी हैं।
अंजू ने मानव विकास के सिद्धांत पर एक कॉमिकल टीजर बनाया है, जिसमें साथ ही ट्राई को लान्च किया गया है।
ट्राई की सस्टेनेबल लाइफस्टाइल स्टोरी TryForGood.com/Try-Story पर पढ़ी जा सकती है।

संदीप शर्मा

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