मनीषा बसंल ने बताया आईटूआई फण्डिग की शुरुआत और उसके विकास के बारे में

Manisha Bansal_6571जब भारतीय स्टार्टअप्स का इतिहास लिखा जायेगा तब उसका बहुत बड़ा हिस्सा फिनटेक अर्थात् वित्तीय एवं तकनिकी स्टार्टअप्स का होगा। 2015-16 के दौरान बहुत से वित्तीय एवं तकनिकी स्टार्टअप्स ने उड़ान भरी है जिसमें से कई स्टार्टअप्स पीयर टू पीयर लेंडिग क्षेत्र से हैं। पीयर टू पीयर (P2P) संस्थाएँ अभी अपनी शुरुआती अवस्था में हैं परन्तु 27 अप्रैल को आर. बी. आई द्वारा इस पर कन्सेप्ट पेपर प्रस्तुत करने के बाद से इनकी स्वीकार्यता एवं महत्त्व बढ़ गया है।
i2ifunding-com पीयर टू पीयर लेंडिग क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित संस्थान है जो अक्टूम्बर 2015 से अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहा है। कम्पनी पर्सनल लोन लेने के तरीकों में क्रान्तिकारी रूप से परिवर्तन ला रही है। इसकी स्थापना जोधपुर की एक प्रतिभाशाली लड़की मनीषा बंसल ने की है। मनीषा ने अपनी स्कूलिंग एवं चार्टेड अकाउण्टेंट की पढ़ाई जोधपुर से की है। उसकी उद्यमिता का सफर कॉलेज की पढ़ाई के साथ ही प्रारम्भ हुआ जब वह अपने पिता प्रोफेसर श्यामलाल चौधरी को जोधपुर कम्प्यूटर सर्विसेज के विस्तार में मदद करती थी। मनीषा के साथ अन्य सह-संस्थापक भारत के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल्स- आई. आई. एम. अहमदाबाद व आई. आई. एम. कलकत्ता से है।
इस स्टार्टअप के बारे में विस्तार से बताते हुए मनीषा कहती है:-
‘‘हमारा ध्येय i2ifunding-com को भारत का सबसे विश्वसनीय पीयर टू पीयर प्लेटफार्म बनाना है जहाँ पर कम ब्याज पर सुविधापूर्वक पर्सनल लोन मिल सकें एवं निवेशक अपनी इनवेस्टमेंट पर ज्यादा रिटर्न पा सकें। पर्सनल लोन का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिये किया जा सकता है जैसे कि उपभोक्ता वस्तुओं के क्रय क्रेडिट कार्ड का पुनर्भुगतान चिकित्सा सेवाओं शिक्षा एवं शादी से सम्बन्धित व्यय आदि।
पूरी प्रक्रिया पारदर्शी सरल एवं तत्काल होगी। ऋण प्राप्त करने हेतु कम्पनी की वेबसाईट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा एवं द्वितीय चरण में क्रेडिट मूल्यान्कन हेतु सभी जरूरी दस्तावेज साझा करने होंगे। प2पनिदकपदह.बवउ एक विशेष क्रेडिट रिस्क एल्गोरिद्म के माध्यम से जोखिम का मूल्यान्कन करता है। इसी जोखिम मूल्यान्कन के आधार पर मानदण्डों के अनुरूप ऋणी की ब्याज दर निर्धारित की जाती है।
दूसरी ओर जो निवेशक इस प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड हैं वो ऋण के इच्छुक व्यक्ति की प्रोफाईल को देख सकते हैं एवं ऋण के एक हिस्से को फण्ड कर सकते हैं। जिससे निवेशकों को ना केवल अधिक रिटर्न कमाने का अवसर मिलता है अपितु छोटी राशि के ऋण देकर अपने जोखिम में विविधता लाने की भी सुविधा मिलती है।
i2ifunding-com के निवेशक खुदरा ऋणकर्ताओं के ऋण अनुरोध पर अधिकतम् 30 प्रतिशत तक की ऊँची ब्याज दर पर निवेश कर सकते हैं। इसके सरल युजर इंटरफेस के माध्यम से निवेशक बड़ी आसानी से किसी भी प्रोफाईल को फण्ड कर सकते हैं।
कम्पनी की विशेषताओं के बारे में बताते हुए मनीषा कहती है कि:-
निवेशक की चिंताओं का समाधान करने हेतु निवेशकों द्वारा दिये गये ऋण के मूलधन की सुरक्षा हेतु एक निवेशक सुरक्षा कोष बनाया गया है। डिफाल्ट होने की स्थिति में i2ifunding-com के निवेशकों द्वारा 50 से 100 प्रतिशत मूल धन का पुनर्भुगतान किया जायेगा।
कम्पनी महानगरों में बहुत अच्छा व्यवसाय कर रही है तथा विस्तार योजना के अन्तर्गत अब 50 से अधिक शहरों में अपनी सेवाएँ प्रारम्भ कर रही है जिसमें राजस्थान के प्रमुख शहर जयपुर जोधपुर बीकानेर एवं कोटा शामिल हैं।
मई 2016 में कम्पनी ने 2 करोड़ रुपये का विशेष निवेश भी प्राप्त किया है। भारत में पीयर टू पीयर (च्2च्) लोन के विस्तार की बहुत अधिक सम्भावनाएँ हैं इसी भावी विस्तार को देखते हुए बहुत से निवेशक इस ओर आकर्षित हो रहे हैं।
ऋण लेने वालों के लिये विशेष सुविधाएँ:-
ऽ आकर्षक ब्याज दर 12 प्रतिशत से प्रारम्भ।
ऽ सिबिल स्कोर के बिना भी लोन उपलब्ध।
ऽ पारदर्शी तेज एवं सरल यूजर अनुभव के लिये सारी प्रक्रिया ऑनलाईन।
ऽ समय पूर्व भुगतान पर कोई पेनल्टी नहीं।
ऽ लोन का तुरन्त भुगतान एवं पारदर्शी फीस।

अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें:-
शिल्पा मेहता
़91 98112 86180

संदीप शर्मा
़91 94140 66866

1 thought on “मनीषा बसंल ने बताया आईटूआई फण्डिग की शुरुआत और उसके विकास के बारे में”

  1. hello,very good work.and I think is best ideas.behalf of funding.and manisha basal is great for this work.
    best of luck

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