सरकार को फोरेनर की चिंता, फार्मर की नहीं-किरण माहेश्वरी

राजसमन्द। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार विदेशी हितों की पोषक सरकार है। यह सुधार के नाम पर अर्थव्यवस्था को कमजोर बना रही है। सरकार को फोरनर की चिंता है फॉर्मर की नहीं। वे यहाँ एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थी।
खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश
दिसम्बर 2002 में भी मनमोहन सिंह जी राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने तब फेडरेशन ऑफ महाराष्ट्र ट्रेडर्स को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने लिखा कि खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। हमें ऐसे सुधार नहीं चाहिए जो रोजगार सृजित करने के बजाय रोजगार नष्ट करें। स्पष्ट है कि कांग्रेस स्वयं मानती रही कि खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश जन विरोधी निर्णय है।थाईलैण्ड, इण्डोनेशिया एवं मलेशिया इसके दुष्परिणाम भोग रहे है। विदेशी दबाव में यह निर्णय लिया गया है।

संसद की अवमानना
सरकार ने संसद के दोनों सदनों में वादा किया था कि आम सहमति नहीं बनने के तक खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देगी। इसके लिए सभी राज्य सरकारों एवं राजनीतिक दलों से वार्ता करेगी। ऐसा नहीं किया गया। संसद का बहुमत विदेशी निवेश की अनुमति के विरोध में है। यह निर्णय संसद की खुली अवहेलना एवं अवमानना है। यह किसान, उपभोक्ता एवं छोटे कारीगरों सभी के विरोध में है।

कोलगेट – कांग्रेस का घोटाला
कोयला खान आवंटन में 1.86 लाख करोड़ रूपयों का महाघोटाला कांग्रेस की घोटाला संस्कृति की नई कड़ी है। कई कोयला खानों का आवंटन कांग्रेस के नेताओं और उनके रिश्तेदारों को किया गया। लोगों का यह मानना है कि कोयला खानों के आवंटन में कांग्रेस कोष में सहयोग करने वालों को ही प्राथमिकता दी गई। यह राष्ट्रीय सम्पदा की खुली लूट है। जिन व्यक्तियों को कोयला खानें आवंटित की गई, उनकी अंश बाजार में ख्याति बढ गई। बढे मूल्यों पर अपने अंशों को बेचकर इन कम्पनियों ने भारी लाभ अर्जित कर लिया। राष्ट्रमण्डल खेलों में 76000 करोड़ और 2 जी स्पेक्ट्रम में 1.76 लाख करोड़ का घोटाला का दृश्य समाप्त नहीं हुआ, उसके पहले ही यह महाघोटाला सामने आ गया।

कांग्रेस की विश्वसनियता शून्य, नेतृत्व की छवि ध्वस्त
कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री स्वयं देख रहे थे। कोयला खान आवंटन में हुए घोटाले के लिए वे सीधे तौर पर एवं राजनीतिक और नैतिक आधार पर उत्तरदायी है। आज देश में कांग्रेस की विश्वसनीयता शून्य पर है। इसके नेतृत्व का प्रभामण्डल ध्वस्त हो चुका है।

महंगाई और कांग्रेस का साथ
प्रधानमंत्री ने 30 महिनों बाद देश के नाम संदेश दिया। संदेश में उन्होंने बताया कि पैसा पेड़ो पर नहीं उगता। यह अलग बात है कि कांग्रेस के लिए घोटाले के पेड़ ही पारस पत्थर बने हुए है। देश का आम आदमी महंगाई से त्रस्त है। सरकार राहत देने के स्थान पर उसका कठिनाईयाँ बढा रही है। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने महंगाई के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। 2004 से लेकर अब तक महंगाई लगभग 3 से 5 गुनी बढ़ चुकी है। रसोई गैस पर 6 सिलेण्डरों की सीमा एक अव्यावहारिक कदम है। इससे कालाबाजारी बढ़ेगी।

जरा याद करो कुर्बानी यात्रा
भाजपा युवा मोर्चा उत्तर पूर्व में जरा याद करो कुर्बानी यात्रा निकालेगा। उत्तर पूर्व घुसपैठ, चीन द्वारा अतिक्रमण एवं कांग्रेस की राष्ट्रविरोधी नीतियों के कारण संकट में है। यह यात्रा संकट के बारे में जन जागृति का अभियान है। भाजपा सारे देश में व्यापक जागृति का अभियान चलायेगी। कांग्रेस की विदाई आज देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

कांग्रेस भगाओ देश बचाओ
किरण ने बताया कि भाजपा सारे देश में च्च्कांग्रेस भगाओ, देश बचाओज्ज् अभियान चलायेगी। इसके अन्तर्गत 11 अक्टूबर से 11 नवम्वर 2012 तक जिला मुख्यालयों पर वृहद रैलियां आयोजित की जाएगी। रैलियों के माध्यम से भ्रष्टाचार, घोटालों, महंगाई, सुरक्षा एवं अर्थव्यवस्था पर जनता को सचेत किया जाएगा।

राजसमंद अकर्मण्यता का शिकार
किरण ने कहा कि सरकार की अकर्मण्यता के कारण राजसमंद में स्वीकृत योजनाओं की क्रियान्विति नहीं हो पा रही है। बिजली में अघोषित कटौती सामान्य बात हो गई है। शहरी संरचना परियोजना का कोई भी कार्य समय पर नहीं चल रहा है। चिकित्सालय के हाल बेहाल है। विद्यालयों में शिक्षक नहीं है। महाविद्यालयों में स्नात्तकोत्तर कक्षाओं की व्यवस्था नहीं है। वे विधानसभा सत्र में इन समस्याओं को प्रभावी तरीके से उठाएगी।

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