मनरेगा कार्यस्थल पर कब होगी छाया की व्यवस्था

20170605_100427फ़िरोज़ खान
बारां 5 जून । बासथूनी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर वन कुई की तलाई खुदाई का कार्य चल रहा है । मनरेगा कार्यस्थल पर छाया की कोई व्यवस्था नही होने के कारण इस भीषण गर्मी में मनरेगा श्रमिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । कार्य स्थल पर 103 श्रमिक कार्य कर रहे थे । जबकि मस्टररोल 209 श्रमिकों की है । कन्हैयालाल व प्रभुलाल तथा गिरिराज ने बताया कि इस तेज धूप में काम करते है, उसके बावजूद भी मजदूरी कम मिलती है । जबकि अभी न्यूनतम मजदूरी 192 रुपए है । उसके बाद भी 110 के आस-पास से भुकतान मिलता है । कम भुकतान मिलने की शिकायत कई बार मेठ को की जा चुकी है । उसके बाद भी भुकतान में सुधार नही हुआ है । वहीं पानी के लिये गांव से भरकर ले जाकर पानी पिलाते है । इसी तरह इसी पंचायत के गांव हीरापुर में फूटी तलाई खुदाई का कार्य चल रहा है । मेठ मेहबूब खान ने बताया कि 130 श्रमिकों की मस्टररोल चल रही है । जिसमें 72 श्रमिक उपस्थित थे । यहाँ भी कार्यस्थल पर छाया व मेडिकल की कोई व्यवस्था नही है । वहीं श्रमिक जगदीश सहरिया, जयराम, रामस्वरूप, ने बताया कि हीरापुर से कार्यस्थल की दूरी करीब 5 किलोमीटर है । इस आने जाने में ही एक घण्टा खराब हो जाता है । उन्होंने बताया कि मनरेगा श्रमिकों को गांव के आसपास ही काम मिलना चाहिए । श्रमिको ने बताया कि कम मजदूरी मिलती है । और समय पर भुकतान भी नही मिलता है । मेठ मेहबूब खान ने इस सम्बंध में बताया कि हम तो टास्क के आधार पर ही भुकतान भरते है । आगे से ही मजदूरी कम आती है तो उसमें मेठ क्या कर सकता है । वही कार्यस्थल पर उपस्थित सभी श्रमिक टास्क पूरी करने के बाद भी बैठे हुए थे । तो मोके पर ही विकास अधिकारी राहुल कुमार से दूरभाष पर बात कर श्रमिकों की छुट्टी करवाई गयी । उंन्होने मेठ मेहबूब खान को बोला कि अगर श्रमिक अपनी टास्क समय से पहले पूरी कर लेता है तो वह कार्यस्थल छोड़ सकता है । वहीँ इस सम्बंध में मुख्यकार्यकारी अधिकारी रामजीवन मीणा जिला परिषद बारां ने बताया की छाया के लिए सभी ग्रामपंचायत सचिवों को निर्देश दे रखे है । और मेडिकल किट के लिए सीएमएचओ बारां को लिख रखा है । अगर उसके बाद भी कार्यस्थल पर सुविधाएं नही है तो सम्बंधित ग्राम पंचायत सचिव के खिलाफ कार्यवाही की जावेगी ।

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