भाजपा विधायकों ने दिया विस के बाहर धरना

राजस्थान विधानसभा का सत्र छोटा करने के विरोध में भाजपा विधायकों ने शुक्रवार को विपक्ष की नेता वसुंधरा राजे के नेतृत्व में धरना दिया और राज्यपाल मारग्रेट अल्वा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में राज्यपाल से विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए मानसून सत्र के कार्यदिवसों की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने का आग्रह किया।

इससे पहले सभी विधायक विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में एकत्रित हुए। विधानसभा के पश्चिमी प्रवेश द्वार पर हाथों में तख्ती लिए बैठे इन विधायकों ने काफी नारेबाजी की। इन्होंने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया और कहा कि जनहितों पर कुठाराघात किया जा रहा है। भाजपा के मुख्य सचेतक राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हम सदन की कार्यवाही कम से कम 5 दिन चलाना चाहते हैं, परंतु सरकार दो दिन की औपचारिकता पूरी करके ही सदन से भागना चाहती है। जनता बिजली की मार से त्रस्त है। अतिवृष्टि और अनावृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है। विधायक ऐसे में अपनी बात सदन में नहीं रखेंगे तो कहां रखेंगे, इसीलिए राज्यपाल को ज्ञापन दिया गया। भाजपा विधायकों की सदन में गैर मौजूदगी के कारण विपक्ष के नाम पर माकपा के केवल तीन विधायक मौजूद थे, उपाध्यक्ष ने विधायी कार्य संपन्न कराने के बाद सदन की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि विस. सत्र लंबा चलाने की मांग को लेकर भाजपा विधायक बृहस्पतिवार को भी प्रश्नकाल के बाद सदन में मौजूद नहीं रहे।

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