विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्रा में उच्च मापदण्ड स्थापित करें-गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने विद्यार्थियों का आह्वान किया की वे शिक्षा के क्षेत्रा में उच्च मापदण्ड स्थापित करें क्योंकि ज्ञान से ही व्यक्ति शक्तिशाली होता है। गहलोत सोमवार को यहां विश्व विद्यालय के राजस्थान महाविद्यालय परिसर में छात्रासंघ कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज सब काम ज्ञान आधारित होने लगे हैं ऐसे में पूरी दुनिया में जो परिदृष्य बना है उसको हमें समझना है और इसके लिए ज्ञान प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि जिसके पास ज्ञान होगा वह व्यक्ति कामयाब होगा।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि आज देश में जो माहौल बनाया जा रहा है उससे आम आदमी हतोत्साहित नहीं हो हमारी यही सोच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई का कोई विकल्प नहीं होता। महात्मा गांधी ने कहा था कि ’’सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है।’’ उन्होंने नौजवानों, छात्रों से अपील कि हमें खाली भावनाओं में नहीं बहना है और सच्चाई का साथ देना है। राज कानून एवं संविधान से चलता है। अगर संविधान व कानून को नहीं मानंेगे, संवैधानिक संस्थाओं को नहीं मानेंगे तो देश कैसे चलेगा?
उन्होंने कहा कि आज भावनाओं में बहकर जो नारे लगाये जा रहे हैं, हमें उन्हें समझने की आवश्यकता है और उन पर विचार करने की जरूरत है। ऐसे में हालातों को समझकर आगे बढ़ना है क्यांेकि देश में युवा पीढ़ी के लोगों का भविष्य है और आने वाले समय में देश युवाओं को ही संभालना है। उन्होंने कहा कि युवाओं को आगे आने के अवसर प्राप्त हो यहीं हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि आज विश्व में सबसे ज्यादा नौजवानों की संख्या भारत में हैं। आने वाला कल युवाओं का है। श्री गहलोत ने कहा कि हम लोगों का यह कर्त्तव्य है कि देश को ऐसे रूप में आगे सौंप के जायें जिससे की यह मुल्क एक और अखण्ड रहे।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि प्रधानमंत्राी डॉं. मनमोहन सिंह ने राजस्थान विश्वविद्यालय की तारीफ की है इससे यह आभास होता है कि यह विश्वविद्यालय अपने पुराने गौरव की ओर लौट रहा है। राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के समय प्रदेश में कोई भी विश्वविद्यालय नहीं था। उस समय केवल 8 महाविद्यालय थे। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के
परिणाम स्वरूप ही आज प्रदेश में सरकारी क्षेत्रा में 22, निजी क्षेत्रा में 33 विश्वविद्यालय हैं तथा 9 डीम्ड विश्वविद्यालय और कुल 1471 कॉलेज हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निजी क्षेत्रा को उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में प्रोत्साहन देने से यहां का परिदृश्य बदल गया। पहले हमारे विद्यार्थियों को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता था। आज जोधपुर में आई.आई.टी., उदयपुर में आई.आई.एम. स्थापित किये जा चुके हैं, कोटा में आई.आई.आई.टी. की स्थापना की जा रही है। प्रदेश में 8 नये विश्वविद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं।
श्री गहलोत ने कहा कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता बनाये रखने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इसमें प्रमुख शासन सचिव, उच्च शिक्षा, राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री फुरकान कमर तथा यू.जी.सी. के पूर्व चेयरमैन प्रो. सुखदेव थोरट को शामिल किया गया है। जल्दी ही इसकी रिपोर्ट आएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में कोई कमी नहीं आएगी।
मुख्यमंत्राी ने इस अवसर पर राजीव गांधी डिजिटल विद्यार्थी योजना के तहत 10वीं व 12वीं की मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रथम आने वाले कुल 56 हजार विद्यार्थियों को लेपटॉप देने, बोर्ड की उच्च माध्यमिक परीक्षा की मेरिट में आने वाले प्रथम 1 लाख छात्रा-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए 500 रूपये प्रतिमाह छात्रावृत्ति योजना की जानकारी दी। उन्होंने एक लाख शहरी एवं एक लाख ग्रामीण युवाओं को कौशल वृद्धि के लिए प्रशिक्षण देने की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 96 हजार नौकरियां दी जा चुकी है। थर्ड ग्रेड शिक्षकों के 46 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो चुकी है।
कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्राी श्री बाबूलाल नागर ने कहा कि छात्रासंघ राजनीति की पहली पाठशाला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान कॉलेज छात्रासंघ के अनेक पदाधिकारी राजनीति, शासन, प्रशासन सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़े हैं और उन्होंने कॉलेज का नाम रोशन किया है। उन्होंने प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्रा में अर्जित उपलब्धियों की जानकारी दी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्राी डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्राी ने छात्रासंघ के चुनावों की पुनः बहाली करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिससे आज छात्रासंघों के चुनाव फिर से संभव हुए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी जनहित की सोचते हैं जिसके परिणाम स्वरूप ही निःशुल्क दवा योजना से आज हर वर्ग को लाभ मिल रहा है।
इस अवसर पर कृषि तकनीकी राज्यमंत्राी श्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने 4 साल के शासन में छात्रा हितों के लिए एक से बढ़कर एक फैसले लिए हैं।
उन्होेंने मुख्यमंत्राी से राजस्थान विश्वविद्यालय में जनजाति छात्रावास स्थापित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर दौसा के जनप्रतिनिधि श्री जी.आर. खटाणा ने भी विचार प्रकट किये।
राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.एल. शर्मा ने उच्च शिक्षा के विकास में मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत की पहल एवं प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति, एम.पी. थियेटर, विश्वविद्यालय में पदोन्नति, नई भर्ती एवं छात्राहित में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। छात्रासंघ के अध्यक्ष श्री सोनू राम मीणा ने अपने उद्बोधन में छात्रा हितों के लिए निरन्तर प्रयास करने का भरोसा दिलाया।
इससे पहले मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने विश्वविद्यालय परिसर में एम.पी. थियेटर का शिलान्यास, महाविद्यालय छात्रासंघ कार्यालय तथा स्पोर्ट्स हॉल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी.सी. उप्रेति ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री निष्काम दिवाकर, शिक्षकगण, छात्रासंघ पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्रा उपस्थित थे।

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