राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बीकानेर में आज दिनांक 26.11.2017 को एक कार्यशाला आयोजित की गयी। इस कार्यशाला की अध्यक्षता माननीय अपर जिला एवम् सेशन न्यायाधीश श्री राम अवतार सोनी द्वारा की गयी तथा नोडल अधिकारी के रूप में श्री अमित कुमार कड़वासरा एडीजे, 02 व श्री घनश्याम शर्मा, एडीजे 03 भी उपस्थित रहे। आयोजन सभागार जिला परिषद बीकानेर में प्रातः 10.00 बजे किया गया। इस कार्यशाला का विषय एवेयरनेस प्रोग्राम था। इस कार्यशाला में बीकानेर मुख्यालय के न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण व गंगानगर, हनुमानगढ, सीकर, झुझुनू चुरू के न्यायिक अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला में उक्त विषय पर जानकारी प्रदान करने के लिये मास्टर ट्रेनर श्री नीरज कुमार भारद्ववाज एडीजे 02, सीकर, श्री पुरूषोतम शर्मा, अधिवक्ता सीकर व श्री राजेन्द्र दाधीच अधिवक्ता जोधपुर ने स्लाईड प्रेजेन्टेशन के माध्यम से मध्यस्थता गतिविधियों की वर्तमान में आवश्यकता व उपयोगिता के बारे में विस्तृत चर्चा की गई तथा मध्यस्थ द्वारा पक्षकारों में समझौता करवाये जाने संबंधी कृर्तव्य को भी बखूबी तरह से समझाया गया। सफल मध्यस्थ की कार्य शेैली को भी समझाया।
माननीय अपर जिला न्यायाधीश संख्या 01 श्री राम अवतार सोनी द्वारा बताया गया कि मध्यस्थता विवाद के निस्तारण करने हेतु मुकदमेबाजी की तुलना में काफी बेहतर प्रक्रिया है। मध्यस्थता प्रक्रिया से विवाद का निस्तारण होने अर्थात् समझौता हो जाने की स्थिति में प्रकरण में पुनः सुनवाई तथा पुनरीक्षण की आवश्यकता नही रहती तथा इस प्रकार प्रकरण का पूर्णतः निस्तारण हो जाता है तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव, श्री पवन कुमार अग्रवाल (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट), बीकानेर ने उपस्थित प्रतिभागियो का धन्यवाद ज्ञापित किया और मास्टर ट्रेनर द्वारा बताये गये सभी बिन्दुओं पर अमल करने का आश्वासन दिया तथा इस कार्यक्रम में उपस्थित न्यायिक अधिकारियों को राजीनामा योग्य प्रकरण चिन्ह्ति करने के लिये प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का समापन करते हुए अध्यक्ष महोदय, नोडल अधिकारी तथा समस्त प्रतिभागीगण तथा स्टाफ का कार्यक्रम के दौरान पूर्ण सहयोग करने पर धन्यवाद दिया।