शिक्षा का वजूद बचाने के लिए शिक्षक को लडऩा होगा

शिक्षक नेता भंवर पुरोहित की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा व व्या यान माला का आयोजित
bhanwar_g02बीकानेर। शिक्षक समाज को जागृत करता है। अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना और नवाचार को अपनाकर ही शिक्षक धर्म निभाया जा सकता है। शिक्षक नेता ांवर पुरोहित ने भी जीवन पर्यंत शिक्षा, शिक्षक व शिक्षार्थी के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद की और सरकारों को झुकने पर मजबूर किया। यह बात राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश महामंत्री महावीर सियाग ने रविवार को डीपीएस स्कूल हॉल में शिक्षक नेता पुरोहित की तृतीय पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं व्या यानमाला में मु य वक्ता के रूप में कही। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की जिला एवं उपशाखाओं की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि एक तरफ शिक्षा का अधिकार कानून बना है, दूसरी ओर हजारों स्कूलें बंद कर सरकार जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार नित नए प्रयोग कर रही है। पीपीपी मोड के नाम पर शिक्षा को निजी हाथों में धकेल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों केे खिलाफ बड़े संघर्ष की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक, शिक्षा व शिक्षार्थी के भविष्य के लिए संघर्ष करके हम पुरोहित को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने पुरोहित के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वे हर वर्ग के सच्चे हितेषी थे। उन्होंने शिक्षकों से सैद्धांतिक रूप से अपनी बात रखने को कहा। शहर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि पुरोहित की संघर्ष के साथ सामाजिक सरोकारों में भूमिका को याद रखा जाएगा। हनुमान चौधरी ने पुरोहित को सच्चा कामरेड व शिक्षक के साथ कर्मचारी हितों का रखवाला बताया। विजयशंकर आचार्य ने कहा कि समस्याओं के समाधान में पुरेहित को महारथ हासिल थी। कार्यक्रम में शिक्षक नेता शक्ति प्रसन्न बिठू ने पुरोहित को समर्पित राजस्थानी कविता प्रस्ुतत की।
कार्यक्रम में बड़ी सं या में शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी, राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। इस अवसर पर विद्याधर सिहेगिल, कैलाशसिंह पंवार, सोहन गोदारा, प्रदेशाध्यक्ष रामस्वरूप, चन्द्रशेखर शर्मा ने भी विचार रखे। रेवंतराम गोदारा ने आगंतुकों का परिचय कराया। महेन्द्र पांडे, संजय पुरोहित, सत्यनारायण पंवार, गुरचरणसिंह मान, किशोर पुरोहित, धूमल भाटी, यशपाल गहलोत, अशोक आचार्य, यतीश वर्मा, अनिल जोशी, केशरीचंद जनागल, अनोपसिंह इंदा, रेसला सहित संगठनों के शिक्षक नेताओं ने पुरोहित को पुष्पांजलि अर्पित की।
संघर्ष के साक्षियों का स मान
कार्यक्रम में शिक्षक नेता पुरोहित के संघर्षों में साक्षी रहे विद्याधर सिहेगिल, कमला, मोहन तर्ड, भादरमल, छैलूसिंह बीठू, भंवर उपाध्याय, दिलबागसिंह, भगवानी चौधरी, सतवीर आदि का स मान किया गया। कार्यक्रम में पुरोहित के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई, जिसके बाद हॉल में पुरोहित के जयघोष गूंजने लगे।

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