बीकानेर थिएटर फेस्टिवल का उद्घाटन होगा हंशा में

समापन टी एम में, रवीन्द्र रंगमंच में बनेगा सेल्फी जोन, नाटको का उद्घाटन करने रेलवे ऑडिटोरियम नई सुविधाओ वाले सुसज्जित रंगमंच के रूप में आयेगा दर्शको के सामने

बीकानेर थिएटर फेस्टिवल की तैयारिया जिले में परवान पर है। फेस्टिवल के आयोजन प्रमुख रूप से पांच जगह पर होंगे। आयोजन सचिव हंसराज डागा ने बताया कि फेस्टिवल का उद्घाटन 24 फरवरी को हंशा गेस्ट हाउस में रत्ना पाठक शाह, सीमा विश्वास, प्रीता माथुर और अन्य अतिथि करेंगे। हंशा गेस्ट हाउस में ही फेस्टिवल के प्रतिदिन के रंग संवाद भी आयोजित होंगे। प्रतिदिन तीन नाटको का मंचन रेलवे ऑडिटोरियम, रवीन्द्र रंगमंच और टी एम ऑडिटोरियम में होगा। रेलवे के अधिकारी एन के शर्मा ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान ही रेलवे ऑडिटॉरियम बिल्कुल नये कलेवर मंें नई सुविधाओ से युक्त रंगमंच के रूप में दर्शको के सामने आयेगा। फेस्टिवल से पहले ऑडिटोरियम में नई लाइट, नये कर्टन और नये साउंड के साथ ही मंच को नये सिरे से तैयार किया जा रहा है। ऑडिटॉरियम पर रेलवे द्वारा लगभग 30 लाख रूपये खर्च कर अत्याधुनिक रंगमंच के रूप में विकसित किया जा रहा है। जल्दी ही ऑडिटॉरियम में एक आर्ट गैलरी और एंट्रेस पर काम किया जायेगा। फेस्टिवल के दौरान ही रवीन्द्र रंगमंच पर भी बडे नाटको का मंचन होने जा रहा है। रवीन्द्र रंगमंच पर पुस्तक प्रदर्शनी के साथ ही एक बडा सेल्फी जोन बनाया जायेगा ताकि आम लोग इसके वैभव को कैमरे में कैद कर सके। फेस्टिवल का समापन 27 फरवरी को रात 10 बजे टी एम ऑडिटॉरियम में होगा। प्रतिदिन 7 से 10 बजे तक अभिनय कार्यशाला गंगाशहर की मिलेनियम होटल में आयेाजित होगी। इस कार्यशाला में देश के मशहूर रंगकर्मी विजय कुमार नाइक अभिनय मे रूचि रखने वाले नवोदित कलाकारो को अभिनय का निशुल्क प्रशिक्षण देंगे। इस कार्यालय के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियो को सर्टिफिकेट के साथ साथ नकद पुरस्कार भी समापन समारोह पर दिये जायेंगे।

मंच पर सबसे पहले दिखेंगे ईस्मत चुगतई और मंटो, हिटलर गुम होकर जा मिलेगा नागौर की ड्रामा कंपनी में

आयोजन से जुडे नगर विकास न्यास के सचिव आर के जायसवाल ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान काफी चर्चित नाटक बीकानेर के दर्शको को देखने को मिलेंगे। फेस्टिवल में नाटको के मंचन का उद्घाटन 24 जनवरी को दोपहर ढाई बजे रेलवे ऑडिटॉरियम में होगा जहां बरेली से आया नाट्य दल मशहूर उर्दू लेखिका ईस्मत चुगतई की आत्मकथा पर आधारित नाटक कागजी है पैरहन का मंचन करेगा। ईस्मत चुगताई के आत्मकथानक वाले इस नाटक में चर्चित साहित्यकार सहादत हसन मंटो भी मंच पर नजर आयेंगे। नाटक का निर्देशन बरेली के रंगकर्मी लव तोमर करेंगे। फेस्टिवल के अंतिम दिन रवीन्द्र रंगमंच पर शाम 5.30 बजे पुणे से आने वाले नाटक दल द्वारा कॉमेडी नाटक मुकाम डेहरू जिला नागौर का मंचन किया जायेगा। नाटक में मंच पर हिटलर आयेगा जो अपने कालखंड से गायब होकर गलती से नागौर के एक छोटे से गांव पहुच जाता है जहां एक ड्रामा कंपनी के साथ अजीब सी परिस्थितियों में पहुचकर नाटक दर्शको का मनोरंजन करेगा। पुणे के मोहित टाकलकर के निर्देशन में मंचित इस प्रसिद्व नाटक का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विधालय के भारत रंग महोत्सव में हो चुका है तथा इस साल के थिएटर ओलंपिक के अलावा पृथ्वी थिएटर में भी नाटक का मंचन होगा। फेस्टिवल के सभी नाटको में दर्शको का प्रवेश निशुल्क रहेगा और स्थान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आरक्षित होगा।
फेसबुक पर लाइव होंगी सभी रंग संवाद और परिचर्चाएं
नवाचार के रूप में इस बार फेस्टिवल के सभी रंग संवाद और परिचर्चाएं फेसबुक पर लाइव होगी। आयोजन में तकनीकी पक्ष संभाल रहे हिमांशु व्यास ने बताया कि अनुराग कला केन्द्र के फेसबुक पेज पर इस बार विभिन्न अपडेटस के अलावा फेस्टिवल के चारों दिन कार्यक्रमो को लाइव किया जायेगा ताकि बीकानेर के बाहर के ंकलानुरागी फेस्टिवल का आनंद ले सके।

सुधेश व्यास
समारोह संयोजक

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