कोलासर बना बीकानेर का दसवां सपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम

बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। आज का दौर बेटियों का है। बेटियाँ समाज में नित नये मुकाम हासिल कर रही हैं। बेटियाँ पढेंगी तो बेटियां बढ़ेंगी, पर इसके लिए जरुरी है कि उनकी उच्च शिक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किये जाएँ। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के तहत ही डाकघरों में सुकन्या समृद्धि योजना आरंभ की गयी है। उक्त उदगार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने मुय अतिथि के रूप में बीकानेर जिले के कोलासर गाँव को सपूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम घोषित करने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। यादव ने कहा कि सभी योग्य 126बालिकाओं के सुकन्या खाते खोलकर राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के 202 वें सपूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम के रूप में कोलासर गाँव अन्य गाँवों के लिए एक नजीर बनेगा।
यादव ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इस योजऩा के आर्थिक के साथ साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बेटियों के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।
डाक निदेशक ने कहा कि कोर बैंकिंग सेवा से जुडऩे के बाद डीबीटी योजना के तहत अब डाकघर बचत खातों में गैस सब्सिडी और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की राशि भी जमा होगी। गैस सब्सिडी हेतु खाताधारक को आधार नंबर के साथ एक सहमति पत्र भर कर देना होगा जिससे डाकघर बचत खाते को एलपीजी सब्सिडी हेतु अधिकृत किया जा सके। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत सरकार पहले जीवित बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती और स्तनपान करने वाली माताओं को 5,000 रुपए की सहायता प्रदान करवाएगी। इसके लिए माताओं को डाकघर में बचत खाता खुलवाकर आधार नंबर से अपडेट करवाना होगा। यादव ने उपभोक्ताओं से डाकघर में खुले अपने बचत खाते को आधार और मोबाइल नंबर से शीघ्र जुड़वाने की अपील की, जिससे भविष्य में आने वाली सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ग्राहकों को मिल सके। मोबाइल नंबर को खातों में जुड़वाने से प्रत्येक जमा एवं निकासी की सूचना भी एसएमएस द्वारा उनके मोबाइल पर आ जाएगी।
इस अवसर पर बीकानेर मण्डल के अधीक्षक डाकघर जी. एन. कनवारिया ने कहा कि बीकानेर डाक मंडल में सुकन्या समृद्धि योजना के अब तक कुल 15 हजार खाते खोले गए है और दस गाँवों को सपूर्ण सुकन्या समृद्धि गाँव घोषित किया जा चुका है। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं को सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ा जायेगा।
कोलासर गाँव की सरपंच श्रीमती रेखा मेघवाल ने कहा कि ग्रामवासियों के लिए यह अत्यन्त गर्व की बात है कि “सपूर्ण सुकन्या समृद्धि योजना ग्राम” बनकर कोलासरगाँव “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को मूर्त रूप दे रहा है। इस अवसर पर पूर्व सरपंच कोलासर ग्राम पंचायत राधेश्याम उपाध्याय एवं भाजपा देहात महामंत्री आसकरण उपाध्याय भी उपस्थित थे ।
इस अवसर पर डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बालिकाओं को पासबुकें व उपहार देकर उनके सुखी व समृद्ध भविष्य की कामना की। इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक देवीलाल सहारण, मीनू पारीक, राजेंद्र सिंह भाटी,डाक निरीक्षक अरुण कुमार सोलंकी,कमल गुप्ता,शाखा डाकपाल छोटमल पाईवाल सहित तमाम अधिकारीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी उपस्थित रहे।

आत्मानंद गौरव प्रतिभा समान समारोह आज
बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। पीबीएम हेल्प कमेटी एवं बीकानेर युवा क्रांति मंच राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में19 फरवरी को आयोजित स्व राम सिंह जी देसलसर आत्मानंद गौरव प्रतिभा समान समारोह कल आनंद निकेतन में आयोजित किया जायेगा। अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया की संत श्री खेतेश्वर मंदिर बीकानेर के 34 वें स्थापना दिवस एवं 15 वीं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर 21और 22 फरवरी को होने वाले समारोह की कड़ी में आयोजित इस प्रतिभा समान समारोह में गरीब विधवाओं को रोजगार हेतु सिलाई मशीनें भेंट की जायेगी। संस्थान सर्व समाज की अलग अलग क्षेत्र से 85 प्रतिभाओं को समानित करेगी। 80 गरीब विधवाओंको सिलाई मशीनें देगी। कार्यक्रम में संत, समाजसेवी सहित मुबई, पुणे और राजस्थान के कई जिलों से काफी लोग भाग लेगें।

अगले माह रहेगी त्यौहारों की धूम
बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। अब केवल ग्यारह दिनों का इंतजार और है। उसके बाद त्योहारों की धूम शुरू हो जाएगी। मार्च के पूरे महीने में त्योहारों की छटा बिखरेगी। हर तरफ गंगा-जमुनी लोक संस्कृति के रंग छाए होंगे। मार्च महीने की शुरुआत ही एक तारीख को रंगों के पर्व होली से हो रही है। इस बार यह संयोग है, जिसमें एक ही महीने में ही अनेक त्योहार पड़ रहे हैं।
मार्च महीने की शुुरुआत रंगों के त्योहार होली से एक मार्च को होगी। एक मार्च को होलिका दहन होगा तो अगले दिन दो मार्च को धुलंडी को हर तरफ रंग-गुलाल बरसेगा। होलिका दहन की रात्रि इ्र्रष्ट देव की आराधना के लिए विशेष रात्रि है। इस दिन ईष्ट देव की आराधना करने से देव बलवान होते हैं। छह मार्च को रंग पंचमी उत्सव मनाया जाएगा।
त्योहारों के इस क्रम में 8 और नौ मार्च को शीतला अष्टमी मनाई जाएगी। तेरह मार्च को पाप मोचिनी एकादशी मनाई जाएगी। इसके बाद 18 मार्च को नवसंवत्सर से चैत्र नवरात्रों की धूम शुरू हो जाएगी। 19 मार्च को झूलेलाल जयंती मनाई जाएगी। 25 मार्च को रामनवमी मनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि 29 मार्च को महावीर जयंती मनाई जाएगी जबकि 31 मार्च को हनुमान जयंती की धूम रहेगी।
इस बार होली सिद्धि योग में
ज्योतिषियों के अनुसार इस बार होली सिद्धि योग में मनाई जाएगी। इस बार पूर्णिमा तिथि के बीच गुरुवार को होलिका दहन होगा, जिससे सिद्धि योग बनेगा। होली पर सिद्धि योग बनना देश, राज्य एवं सभी लोगों के लिए अत्यंत शुभप्रद व कल्याणकारी साबित होगा। इस योग की बदौलत आपसी मेलजोल एवं सामाजिक सौहार्द और प्रगाढ़ होने का मार्ग प्रशस्त होगा।

सडक़ पर मौत का ओवरटेक
बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। शहर की सडक़ों पर एक अजीब सी हड़बड़ी नजर आती है। हर कोई बेकरार है। रुकने का समय किसी के पास नहीं है। गाड़ी चल रही है, फिर भी जल्दबाजी। और तेज… और तेज…. और फिर जिंदगी भर का विराम। सडक़ों पर मौत ओवरटेक कर रही है।
शहर में गाड़ी चलाने वालों का अपना मिजाज है। ड्राइवर ने जहां यात्री देखे, बस रोक दी। वही स्टैंड बन गया। ऑटोवाला बीच सडक़ पर लोगों को बिठा रहा है, उतार भी रहा है। बाइक वाले लहरिया कट चला रहे हैं।
सभी की अपनी मर्जी। इसके भुक्तभोगी भी सभी हैं। थोड़ी सी हड़बड़ी और लापरवाही लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है। लोगों की ये आदत, अब आफत बनती जा रही है।
संकरी सडक़ें, बेहिसाब गाडिय़ां
शहर की आबादी तो तेजी से बढ़ी, गाडिय़ां भी मगर सडक़ें उस हिसाब से नहीं बढ़ीं। कुछ पुल जरूर बने मगर वाहनों का दबाव इतना है, कि ये भी बेअसर दिख रहे हैं। खासकर ऑफिस ऑवर में तो मानो सडक़ पर निकलना ही गुनाह है। पुरानी गजनेर रोड़,फड़बाजार,कोटगेट,केईएम रोड़,मुय डाकघर,स्टेशन रोड़ सहित कई इलाकों में शाम के समय भीषण जाम की स्थिति रहती है। इसमें जहां थोड़ी सी भी खाली सडक़ मिली, लोग बेतरतीब ढंग से गाडिय़ां भगाने लगते हैं, नतीजा- दुर्घटना।
शहर में आधा दर्जन सडक़ों पर 20-30 किलोमीटर से अधिक रतार पर रोक है, पर इसकी भी जांच नहीं होती। इस वर्ष विभाग ने इस मामले में एक भी चालान नहीं काटा है।
सडक़ों पर मौत का नशा
शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को पकडऩे के लिए श्वास परीक्षण किया जाता है। इसके लिए एक मशीन आती है, जिसे ड्राइवर के मुंह में डालकर चेक किया जाता है, कि उसने शराब पी है या नहीं। ये मशीन पी गई शराब की मात्रा भी बताती है। ट्रैफिक पुलिस के पास ऐसी मशीनें हैं, मगर ये सब अलमारियों की शोभा बनी हुई है। कुछ समय तक पुलिस ने ऐसी पहल की,फिर वहीं ढाक के तीन पात की स्थिति। आलम यह है कि बस व ट्रक ड्राइवर नशे में गाडिय़ां चला रहे हैं, मगर उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। पिछले तीन सालों में सिर्फ शराब के कारण सैकड़ों दुर्घटनाएं की गई हैं। ये हाल तब है, जब शराब पीने वाले ड्राइवरों की जांच नहीं की जाती है।
धड़ल्ले से हो रहा है हैवी वहानों का प्रवेश
शहर में धड़ल्ले से हैवी वाहनों का दिनभर प्रवेश होता रहता है। सिटी में बड़े वाहनों को रोकने वाला कोई नहीं है। रोक टोक नहीं होने के कारण चालकों के हौंसले इतने बुलंद है कि वाहनों को बीच बाजार में ऐसे दौड़ाकर ले जाते है जैसे कहीं बाइपास पर चल रहे हो। हालांकि मोड़ पर जवान खड़े रहते हैं मगर वह भी जिमेदारों के आदेशों पर चुपी साधे रहते हैं। गंगानगर रोड़ से जैसलमेर रोड़ व पुरानी सब्जी मंडी से पुरानी गजनेर रोड़ तक दिनभर हालत ये रहते है। इसके अलावा सडक़ के दोनों ओर वाहनों को जमावड़ा रहता है। ऐसे में वाहन चालक केवल हॉर्न बजाता ही रह जाता है।
वाहनों का फिटनेस, ये क्या होता है?
शहर की सडक़ों पर गाडिय़ों की कमी नहीं है, मगर इसमें फिट कितनी हैं, ये ट्रैफिक पुलिस को भी नहीं पता। शहर में हजारों ऑटो, बसें और ट्रक रोज गुजरते हैं, मगर फिटनेस जांच के नाम पर बस खानापूर्ति है। शहर में खुलेआम खटारा बसें और ऑटो घूम रहे हैं। उनके पास फिटनेस पेपर है या नहीं, ये भी पूछने की जहमत कोई नहीं उठाता। ड्राइविंग लाइसेंस, बीमा और ओवरलोडिंग के नाम पर चालान काटने वाले ट्रैफिक पुलिस के जवानों को यह तक नहीं मालूम कि कितने वर्ष तक वाहन सडक़ पर चलने योग्य हैं।
किसी काम के नहीं ट्रैफिक सिग्नल
जिले की ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था के कारण भी लोगों की जान जा रही है। लगातार योजनाएं बन रही हैं, मगर उसे धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है। शहर के चौराहों पर लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल भी राहत नहीं दे रहे। नतीजा, अधिकतर चौराहों पर अब भी पुलिस के जवान ही ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे हैं। ये सिग्नल न तो चल रहे है और न ही इनकों कंट्रोल करने का कोई सिस्टम है।
सडक़ पर खड़े वाहन
सडक़ पर अवैध ढंग से खड़े वाहनों का हाल जानने के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं। ज्यादातर दुर्घटना की वजह पुलिस और ट्रैफिक की लापरवाही है। बानगी के तौर पर जितने भी ट्रेफिक पाईट है वहां अवैध बस स्टेण्ड अथवा सडक़ किनारे खड़े वाहन देखने को मिल जायेंगे। जैसलमेर रोड़ की बात करें तो मुरलीधर रोड़ चौराहे से ड्यूनक मोटर्स तक दोनों तरह ट्रकों की रेलमपेल देखने को मिलेगी। यही हालात गंगानगर रोड़ पर देखने को मिलेगें।
खुद नियम से अनजान हैं ट्रैफिक पुलिस
लोगों में जागरूकता की कमी गिनाने वाले विभाग ने पिछले एक वर्ष में एक भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया है। खुद विभाग के सौ से अधिक ट्रैफिक जवानों को ट्रैफिक नियमों की अब तक ट्रेनिंग नहीं दी गई है।
यहां तक की साइन बोर्ड और किस गाड़ी का चालान किस मामले में कितना होना चाहिए, इसे भी सिपाही अपने उच्च अधिकारियों से पूछ कर काट रहे है। हैरत की बात तो यह है कि शहर में ट्रैफिक सिग्नल लगने के बाद भी सिग्नल के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग ने कोई पहल नहीं की।
ये हैं हादसों के 10 प्रमुख कारण
– गाडिय़ों को ओवरटेक करना
– शराब पी कर गाड़ी चलाना
– वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग
– यातायात नियमों का पालन न करना
– डेंजर प्वाइंट पर साइन बोर्ड न होना
– हाइवे या सडक़ पर अनियमित कट
– बिना प्रशिक्षण के तैनात ट्रैफिक पुलिस
– सडक़ या पुल निर्माण के अधूरे काम
– सडक़ों पर पसरी बालू की परत
– कम उम्र के बच्चों के हाथ में बाइक

बिना ब्याज व जुर्माना जमा होगा कर
परिवहन विभाग की ऐमनेस्टी योजना
बीकानेर (जयनारायण बिस्सा)।प्रदेश में परिवहन विभाग का लबे समय से बकाया कर अब बिना जुर्माने के जमा होगा। विभाग ऐमनेस्टी योजना के तहत रिपोर्ट तैयार कर खुर्दबुर्द व नष्ट हुए वाहनों की संतोषजनक रिपोर्ट पर उन पर भी जुर्माना माफ करेगा। यह स्कीम मार्च-2016 तक बकाया कर पर लागू होगी।बाड़मेर जिले में वाहनों पर करीब 66 लाख रुपए कर बकाया चल रहा है।
इन वाहनों को मिलेगा फायदा
सभी श्रेणी के पंजीकृत/अपंजीकृत गैर परिवहन यान जिस पर निर्धारित तिथि में एक बार कर संदाय हो चुका है। और फिर बकाया है। अन्य राज्यों के वाहन 30 दिवस से अधिक समय तक राजस्थान में चल रहे हैं व जिसका कर बकाया है। ऐसे सभी वाहन जिसका प्रकरण न्यायालय में लंबित है। जिले में वाहनों पर करीब लाखों रुपए कर बकाया चल रहा है।
विभाग तैयार करेगा रिपोर्ट
परिवहन विभाग के अधिकारी ऐसे वाहनों की कर वसूली व लाभ दिलाने को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। जिसमें वाहन के रिकॉर्ड व साक्ष्यों को शामिल किया जाएगा।
यह मिले निर्देश
परिवहन आयुक्त ने सभी परिवहन अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि योजना के तहत प्रत्येक वाहन को इसका फायदा पहुंचाया जाए। इसके लिए प्रत्येक वाहन की पत्रावली खोल कर वाहन के लिए आदेश जारी करें। कर में दी जाने वाली छूट का इन्द्राज मूल डीसीआर में किया जाए।
क्यों लगती है ज्यादा पेनल्टी
सडक़ हादसों में व अन्य क्षतिग्रस्त गाडिय़ां थानों में जमा हो जाती हैं। फिर इन गाडिय़ों को सडक़ों पर लाने की प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है। ऐसी स्थिति में वाहन का कर बढ़ जाता है और परमिट रिन्यू करवाने में वाहन मालिक कतराते हैं। अब ऐसे वाहनों को छूट प्रदान की जाएगी।

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बीकानेर:डिग्रीधारकों ने दी ये परीक्षा,19 केन्द्रों पर युवाओं में दिखा उत्साह
3,716 ने पोस्टमैन भर्ती की परीक्षा
लॉयन न्यूज,बीकानेर । जिस पद के लिए अहर्ता मात्र 10 वीं पास है, उसके लिए उच्च शिक्षा प्राप्त – एम.ए., एम.एस.सी और यहाँ तक कि बी-टेक की डिग्री लिए युवा इंजीनियर भी आवेदन कर रहे हैं। यह नजारा देखने को मिला राजस्थान डाक परिमंडल द्वारा रविवार को आयोजित हुई पोस्टमैन और मेल गार्ड्स की परीक्षा में। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि राजस्थान में 126 पोस्टमैन और 03 मेल गार्ड पदों पर नियुक्ति के लिए राज्य भर से कुल 1,16, 536 लोगों ने आवेदन किया था। इसके लिए सात जिलों जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अलवर, कोटा, उदयपुर और अजमेर में परीक्षा कराई गई।
निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के अधीन जोधपुर में 24 और बीकानेर में 19 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक और सौहाद्रपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। जोधपुर में 10,144 के सापेक्ष 6,210 और बीकानेर में 6,360 के सापेक्ष 3,716 अयर्थी शामिल हुए। तमाम महिलाओं और दिव्यांगों ने भी पोस्टमैन बनने के लिए परीक्षा दी। इस दौरान डाक निदेशक श्री यादव ने बीकानेर के तमाम परीक्षा केंद्रों का दौरा कर उनका जायजा भी लिया। उनके साथ बीकानेर के डाक अधीक्षक जी. एन. कनवारिया, सहायक डाक अधीक्षक राजेंद्र सिंह भाटी सहित तमाम अधिकारी रहे। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सभी केंद्रों पर पुलिस भी मुस्तैद रही।
बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक युवाओं द्वारा पोस्टमैन की परीक्षा दिए जाने पर डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आज का पोस्टमैन भी टेक्नॉलाजी से जुड़ा हुआ है और उसे अपना कार्य सुचारू रूप से सपादित करने हेतु कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। समाज में डाकिया की अपनी अलग ही प्रतिष्ठा है और सरकारी सेवा के स्थायित्व के साथ-साथ उसका वेतन भी कई निजी कंपनियों से बढिय़ा और आकर्षक है। पहली पोस्टिंग में उसे लगभग 25 हजार रूपये वेतन-भत्ता मिलता है। यादव ने कहा कि डाक विभाग आई. टी. मॉडर्नाइजेशन के दौर से गुजर रहा है और ऐसे में यदि बीटेक डिग्रीधारी और हाईटेक युवा विभाग में आते हैं या पोस्टमैन बनने के लिए आकर्षित होते हैं तो इसे एक शुभ संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए।
डाक निदेशक ने बताया कि इस परीक्षा में मेरिट में स्थान पाने वाले परीक्षार्थियों का ही अंतिम आधार पर चयन किया जायेगा। 12 बजे से 2 बजे तक हुई वस्तुनिष्ठ श्रेणी की इस परीक्षा में 25-25 अंक के चार खण्ड शामिल थे जिनमें सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेजी व हिन्दी से सबंधित प्रश्न शामिल थे। सामान्य श्रेणी के परीक्षार्थियों को परीक्षा उत्तीर्ण करने हेतु 10 अंक, अन्य पिछड़ी जाति के परीक्षार्थियों के लिए 9 अंक व अनुसूचित जाति/जनजाति के परीक्षार्थियों के लिए न्यूनतम 8 अंक प्रत्येक खण्ड में प्राप्त करना अनिवार्य है।

मोदी पर अगले सप्ताह होगा फैसला,तैयारियां जोरों पर
बीकानेर। 23 फरवरी से होलाष्टïक के साथ ही देश में अपनी अलग पहचान रखने वाली बीकानेर की रमतों का आगाज होगा, जो लगभग एक सप्ताह तक बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करेगा। इन रमतों के लिए बारहगुवाड़, आचार्य चौक, बिस्सों का चौक, मरुनायक चौक, चौथाणी ओझाओं के चौक, नथाणियों की सराय में रमतों के अयास में कलाकार जुटे हैं। पूरे देश में होली के दिनों में होने वाले इस अनूठे आयोजन में याल व चौमासा के जरिये वर्तमान राजनीति प्रमुख समस्याओं पर कटाक्ष किया जाता है। कीकाणी व्यासों के चौक में आयोजित होने वाली जमनादास कल्ला की स्वांग मैरी रमत की तैयारियां संरक्षक मींडा महाराज के सानिध्य में जोरों पर चल रही हैं। एडवोकेट मदन गोपाल व्यास ने बताया कि चोथाणी ओझाओं के हनुमान मंदिर में चल रही इस रमत की रिहर्सल में याल व चौमासे की तैयारियां टेरियों के साथ की जा रही हैं। इस दफा तीन तलाक,जीएसटी व बैंकों में हुए घोटालों को लेकर व्यंग्य के बाण चलेंगे। युवा कवि झमू मस्तान द्वारा रचित याल चौमासा का रियाज में कलाकार बढ़ चढक़र भागीदारी निभा रहे है। इसमें रामकिशन,शत्रुघ्न,सूर्यप्रकाश,मुन्ना,शानू,नानू,रमेश,परमेश्वर,अरविन्द,बाबू,श्यामसुन्दर,शंकर,कानू,गोविन्द,बुला महाराज रियाज में व्यस्त हैं।

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