नालंदा के साथ पवन की उड़ान

बीकानेर। नालन्दा पब्लिक सीनियर सैकेण्डरी स्कूल का 12वीं कॉमर्स का परीक्षा परिणाम सर्वश्रेष्ठ रहा है साथ ही शाला में सर्वश्रेष्ठ 90.80 प्रतिशत अंक लाकर छात्र पवनसिंह राजपुरोहित ने नालंदा का गौरव और अधिक बढ़ाया है।
पवन का सम्मान शाला प्रबंध निदेशक साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा व प्राचार्य राजेश रंगा ने फूलमाला व मैडल पहनाकर तथा मुंह मीठा करवाकर किया। उन्होंने कहा कि शाला का परीक्षा परिणाम सर्वश्रेष्ठ रहना सर्वप्रथम छात्रों, कुशल प्रबंधन व समर्पित शिक्षकों की मेहनत का फल है।
शाला परिसर में छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने इसे शाला की मेहनत, शिक्षण व्यवस्था व स्कूल द्वारा शिक्षा में निरंतर किए जा रहे नवाचारों का परिणाम बताया।
छात्र पवनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि मैंने नालन्दा की पढ़ाई के बाद सिर्फ घर पर ही अध्ययन किया, अन्यत्र कहीं पर किसी प्रकार की कोई ट्यूशन नहीं ली। मेरी सफलता स्कूल प्रबंधन व परिवारजन की ही देन है।

इस अवसर पर शाला के प्राचार्य राजेश रंगा ने उपस्थित छात्रों व अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की इस व्यावसायिकता की होड़ में हमने सिर्फ और सिर्फ अच्छी शिक्षण व्यवस्था को ही चुना व शाला का उद्देश्य यही रखा कि हमारी मेहनत में कोई कमी नहीं रहे। यह सब तभी संभव हो पाया जब स्कूल के अध्यापकों के अलावा छात्रों ने भी इस उद्देश्य को सार्थक करते हुए शहर की अन्य स्कूलों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ परिणाम दिया।

इस अवसर पर शांति विद्या निकेतन के रमेश मोदी, सावित्री शिक्षा निकेतन के प्रभाशंकर रंगा, गुरूदेव पब्लिक स्कूल के राजेश पुरोहित आदि ने स्कूल प्रबंधन, शिक्षकों व छात्रों को उत्कृष्ट परिणाम लाने शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम के अंत में वाणिज्य वर्ग के प्रवीण राठी ने बताया कि इस नए सत्र में हमारा उद्देश्य 100 प्रतिशत अंक लाने का होगा। इसके लिए हम और ज्यादा मेहनत व नवाचारों का प्रयोग करेंगे। संचालन अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष विजय गोपाल पुरोहित ने किया। धन्यवाद करूणा क्लब के प्रभारी हरिनारायण आचार्य ने जताया।

नालंदा : नाम ही काफी है :-
प्राचार्य राजेश रंगा ने बताया कि 12वीं कॉमर्स की परीक्षा में शाला के सात विद्यार्थियों ने 80 प्रतिशत से अधिक, 18 विद्यार्थियों ने 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। इनके अलावा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संख्या 58 रही, जो स्कूल में शिक्षण के स्तर को स्वयं ही साबित करता है। उन्होंने बताया कि 8 विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्होंने विभिन्न विषयों में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं। विभिन्न विषयों में 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 49, 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 29, 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 30 व 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 50 विद्यार्थी हैं।

– मोहन थानवी

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