वर्षों पुरानी समस्या का हुआ समाधान
संसदीय सचिव एवं जिला कलक्टर ने किया शिविरों का अवलोकन
बीकानेर, 24 मई। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल तथा जिला कलक्टर डॉ. एन. के. गुप्ता ने गुरुवार को न्याय आपके द्वार के तहत आयोजित विभिन्न शिविरों का अवलोकन किया।
संसदीय सचिव पूगल के डंडी तथा छत्तरगढ़ के सत्तासर शिविर पहुंचे। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों का मुआयना किया तथा कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को इन शिविरों का भरपूर लाभ मिले, ऎसे प्रयास किए जाएं। छत्तरगढ़ की उपखण्ड अधिकारी सबीना विश्नोई ने बताया कि सत्तासर में आयोजित शिविर में सत्तासर के चक 15 डीडब्ल्यूएमयू, 25 डीडब्ल्यूएमयू, 610-200 डब्ल्यूआरडी, 593-800 आरडी, 4 एसटीएम के कुल 146 खातों में सार्वजनिक प्रयोजनार्थ गैर मुमकिन रास्ता काटकर ग्रामीणों की वषोर्ं से लंबित रास्ते संबंधी समस्या का समाधान किया गया। इन कटानशुदा रास्तों से इन चकों के हजारों काश्तकारों को लाभ मिलेगा।
डंडी में खेल मैदान के लिए जमीन आरक्षित
डंडी में आयोजित शिविर में संसदीय सचिव की मौजूदगी में डंडी के लिए 9.16 बीघा भूमि खेल मैदान के लिए तथा 8.18 बीघा भूमि सार्वजनिक प्रयोजनार्थ राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 92 के तहत आरक्षित की गई। छत्तरगढ़ उपखण्ड अधिकारी सबीना विश्नोई ने बताया कि इससे स्थानीय ग्रामीणों को फायदा होगा। इस दौरान इंद्र कुमार ओझा, बृजेश पारीक, जुगल किशोर राठी, मुमताज भाटी, सलीम भाटी, गोविंद सिंह, शरीफ खान, बरकत खान आदि मौजूद थे।
कृषि भूमियों को भारतीय स्टेट बैंक के पक्ष में रहन किया जाए
जिला कलक्टर डॉ. एन. के. गुप्ता ने रासीसर में आयोजित शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक के तत्कालीन सहयोगी बैंकों की शाखाओं द्वारा समामेलन पूर्व स्वीकृत किये गये कृषि ऋणों के एवज में कृषि भूमि को उस समय सहयोगी बैंकों के पक्ष में रहन रखा गया था। इन बैंकों के भारतीय स्टेट बैंक में समामेलन के पश्चात इनकी सभी शाखाएं भारतीय स्टेट बैंक के नाम से कार्यरत हैं। जिले में अधिकांश रहन के इन्द्राज एसबीबीजे के नाम से हैं, जिन्हें भारतीय स्टेट बैंक के नाम से दर्ज किया जाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि यह कार्यवाही न्याय आपके द्वार अभियान के दौरान नियमानुसार की जानी सुनिश्चित की जाए। उपखण्ड अधिकारी कन्हैयालाल सोनगरा ने बताया कि जिला कलक्टर ने पानी, बिजली, राजस्व सहित विभिन्न विभागों को गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए।