माधोपुर के सहरिया समुदाय के लोगो के मस्टररोल में नही है नाम

फ़िरोज़ खान
बारां 24 जून । माधोपुर गांव में करीब 200 सहरिया परिवार निवास करते है । यह परिवार मजदूरी पर निर्भर है । रणजीता व जसपाल तथा रामपाल ने बताया कि अभी मनरेगा की मस्टररोल चल रही है । मगर उस मस्टररोल में एक भी सहरिया समुदाय का श्रमिक का नाम नही है । इस कारण लोगो के मनरेगा में चल रहे काम की मस्टररोल में नाम नही आने के कारण लोग बेरोजगार बैठे हुए है । उंन्होने बताया कि बैरवा समुदाय से मेठ होने के कारण मस्टररोल में अधिकांश समय इसी समुदाय के लोगो के नाम आते है । जबकि सहरिया समुदाय भी बराबर आवेदन करता है । उसके बाद भी नाम नही आते है । लोगो ने बताया कि मस्टररोल व मेठ सहरिया समुदाय से होना चाहिए । ताकि हमें समय पर रोजगार मिल सके । उंन्होने बताया कि हमारी समाज हरिओम सहरिया नाम का एक युवा है जिसने बीए कर रखी है । उसको मेठ बनाया जाए ताकि रोजगार भी मिल जाएगा और मजदूरी भी पूरी मिलेगी । उंन्होने कहा कि काम तो सहरिया समुदाय के श्रमिक करते है और अन्य समाज को फायदा मिलता है । जाग्रत महिला संगठन की कार्यकर्ता ग्यारसी बाई ने विकास अधिकारी से सहरिया समुदाय को मनरेगा में रोजगार देने व मेठ बनाने की मांग की है ।

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