उनरोड़ दुष्कर्म व हत्या प्रकरण मानवता पर कलंक

लक्ष्मण बडेरा
उनरोड़ निवासी रशीद खान ने बालेबा निवासी छः वर्षीय अबोध बालिका मेनका मेघवाल के साथ दुष्कर्म व बर्बरता व निर्ममता व बेरहमी से हत्या कर मानवता को कलंकित कर दिया यह बात अनुसूचित जाति जन जाती एकता मंच के नेता लक्ष्मण बडेरा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है बडेरा ने अफसोस जताते हुए कहा कि रशीद खान ने खानदान जाती धर्म को नीचा दिखाने का अधर्मी कार्य किया है बडेरा ने कहा सरकार ने 12 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ दुष्कर्म करने वालो को मृत्युदण्ड की सजा से दण्डित करने का प्रावधान करके कड़ा संदेश दिया मगर उसके बावजूद भी इस प्रकार के जघन्य घटनाओं ने आम आदमी को हिलाकर रख दिया लगातार हो रही घटना से पूरा मानव समाज सदमे में है बडेरा ने कहा कि यदि पुलिस और न्यायपालिका ने इस जघन्य काण्ड के आरोपी रशीद खान को को मृत्युदण्ड की सजा ए मौत की सजा दे तो भी कम है ताकि समाज मे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति कभी ना हो ।

एकता मंच के नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि बाड़मेर जिले के वाशिंदों व सभी धर्मों व समाजिक संगठनो ने इस घटना पर गहरा अफसोस जताते हुए कहा कि मेनका के अपराधी को फांसी की सजा से दण्डित करने की मांग की है बडेरा ने कहा कि 2016 में देश मे 64138 बालिकाओं के साथ बलात्कार हुआ लेकिन सजा मात्र तीन प्रतिशत दोषियों को मिल पाई कानून की पेचीदगियों व अपील पर अपील के प्रावधान के कारण पीडितों को ना सिर्फ न्याय से वंचित करती हैं बल्कि सारी ज़िन्दगी भय और कुण्ठा में जीने को मजबूर करती है मोदी सरकार ने 2018 में संशोधन कानून बनाकर दोषियों को मृत्युदण्ड से दण्डित करने का कानून बनाकर अदालतों को ज्यादा शक्ति प्रदान की है कड़ा कानून दिल्ली की निर्भया कांड के बाद आस्तित्व में आया था बडेरा ने कहा कि बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिले में अपराध बहुत बढ़ रहे है जांच अधिकारी को इस संवेदनशील दुष्कर्म व हत्या के मामले में जल्दी से जल्दी अपराधी रशीद के विरुद्ध चालान पेश करे ताकि अदालत सजा दे सके । बडेरा ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से अपील की है कि केंद्र व राज्य सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की योजना बनाई और इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिये हमारी बेटियों को जीवित व सुरक्षित रखना जरूरी है उनरोड़ की घटना से सभी सदमे मे है हमारी जिम्मेदारी है कि समाज मे बेटियो की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी हैं क्योंकि हम कहते है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इसके लिये हमारी बेटियो का जिंदा रहना जरूरी है । लक्ष्मण बडेरा ने आगाह किया है कि कोई भी व्यक्ति इस मामले को धर्म का रूप ना दे हम सभी लोग आपसी भाईचारे से रहते है

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