शाहाबाद सरकारी मोबाइल बने शोपीस आमजन त्रस्त

सहरिया समुदाय ने की जिला कलेक्टर से मोबाइल स्विच ऑफ करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग

फ़िरोज़ खान
बारां 19 जुलाई । सहरिया बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र किशनगंज व शाहाबाद मैं सरकारी कार्यलयों के कर्मचारी सरकारी मोबाइल का उपयोग नहीं कर रहे हैं । क्षेत्र के लोग अधिकारी व कर्मचारियों के सरकारी नंबर पर अपनी समस्या समाधान के लिए वार्तालाप करने के लिए फोन लगाते हैं तो फोन स्विच ऑफ आते हैं।

इस समस्या को लेकर सहरिया आदिवासी समुदाय के लोग इस समस्या का दंश झेल रहे हैं जबकि सहराना बस्ती में जब भी कोई अधिकारी दौरा करने जाते हैं तो सरकारी मोबाइल दिए गए उन कर्मचारियों के नंबर बताते हैं कि आप कोई समस्या से जूझ रहे हैं तो इन नंबरों पर अपनी समस्या का समाधान घर बैठे ही करवा सकते हैं लेकिन पीड़ित व्यक्ति जब अफसर द्वारा दिए गए उन सरकारी नंबरों पर फोन लगाते हैं तो उनके स्विच ऑफ बता बताया जाता है यह समस्या पूरे क्षेत्र में इस समस्या को लेकर कई बार सहरिया समुदाय ने उच्च अधिकारियों को अवगत भी कराया है लेकिन शाहाबाद के उच्च अधिकारी भी सहरिया समुदाय की इस परेशानी पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं । जबकि शहरी क्षेत्र उपखंड मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूरी पर से काम करवाने शाहबाद आना पड़ता है छोटी सी जानकारी भी वहीं आकर लेते हैं । रघुवीर सहरिया ने बताया कि पटवारी शाहाबाद मुख्यालय पर बैठते हैं उन्होंने अपने कार्यालय शाहाबाद मुख्यालय पर खोल रखे हैं छोटी सी छोटी जानकारी के लिए भी उनको वहां जाना पड़ता है इस समस्या को लेकर शौर्य समुदाय बहुत ही परेशान है उन्होंने इस समस्या से पीड़ित होकर कई बार जिला अधिकारियों को भी अवगत करा चुके हैं ।

लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों को सरकारी मोबाइल नंबर दिए गए थे उसका उपयोग कर्मचारी अधिकारी नहीं कर रहे हैं और यह नंबर मोबाइल शोपीस बने उनके जेबों की शोभा बढ़ाने में लगे हुए हैं लोग अधिकारियों से समस्या समाधान के लिए फोन पर वार्तालाप करते हैं तो वार्तालाप नहीं हो पाती है इसको लेकर कई बार लोगों द्वारा संबंधित उच्च अधिकारियों को शिकायत भी की गई है लेकिन शिकायत का कोई समाधान नहीं होता है और समस्या जस की तस बनी रहती है इसको लेकर लोगों में रोष बना हुआ है लोगों ने उच्च अधिकारियों से सरकारी कर्मचारी अधिकारियों के नंबरों को चालू करवाने की मांग की है ताकि क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
जबकि यह सरकारी मोबाइल इमरजेंसी के लिए दिए गए थे एवं कार्यालयों मैं बैठे सरकारी कर्मचारियों से आम लोगों द्वारा सीधा जनसंवाद फोन पर हो सके और सूचना शिकायत फोन पर दर्ज की जा सके इसीलिए सरकारी कर्मचारियों की मोबाइल नंबर सूची कार्यालय से जारी कर सरकारी भवनों पर अंकित की जाती है ताकि लोगों को सुविधा मिल सके लेकिन यह सुविधा लोगों के लिए असुविधा बनी हुई है।
क्षेत्र के गंगाराम सहरिया निवासी कुशालपुरा रामनिवास निवासी सदोखड़ा बारेलाल देवरी रामलाल कस्बाथाना मुन्ना लाल सहरिया केलवाड़ा श्यामलाल सहरिया शाहबाद राजू सहरिया शाहाबाद बल्लू सहरिया शाहाबाद ऐसे सैकड़ों सहरिया आदिवासी लोग हैं जिनके काम उनको मुख्यालय से 40 50 किलोमीटर की दूरी पर आकर यहां करवाने पड़ते हैं अगर कर्मचारी अपना मोबाइल चालू रखें समस्या सुन सकते हैं तो वह काम उनकी गांव से भी हो सकता है । सहरिया समुदाय के सैकड़ों लोगों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि सरकारी फोनों को अपनी मनमानी के चलते डिब्बा बनाने वाले उन लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे जिससे सहरिया समुदाय को आने-जाने में फिजूल खर्चा ना करना पड़े और अपना काम अपने गांव से ही समाधान हो सके।

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