जैसलमेर में शहादत को सलाम मानव श्रृंखला का भव्य आयोजन

जैसलमेर। राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत पहली बार सीमावृति जैसलमेर जिले में आयोजित हुई 260 किलोमीटर लम्बी मानव श्रृंखला के प्रति सीमा वासिंदों ने भारी उत्साह दिखाई एवं देष की रक्षा के लिए प्राणों की आहूति देने वाले वीर शहीदों को नमन किया तथा राष्ट्र की रक्षा करने वाले जाबांजों के प्रति अपनी कृत्यज्ञता प्रकट की एवं यह दर्षाया कि देष की रक्षा करने वालों के लिए हर मानव उनके साथ है।

यह मानव श्रृंखला बीकानेर की सीमा से सटे 1080 आर.डी-भारमसर शक्तिनगर से शुरू हुई जो मदासर, चिन्नू, अवाय, नाचना, मोहनगढ, काणोद, हमीरा, थईयात, जेसलमेर वार म्यूजियम, जैसलमेर शहर से डाबला, देवीकोट, सांगड, फतेहगढ, बरियाडा बाडमेर सीमा तक आयोजित हुई। इस मानव श्रृंखला में एक लाख से अधिक लोगों ने भारी उत्साह के साथ भाग लिया एवं अपने हाथों में तिरंगा झण्डा लहराकर देष की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने का संदेष दिया।

मानव श्रृंखला के प्रति जिले के जनप्रतिनिधियों, मीडिया प्रतिनिधियों, जिलाधिकारियोंरु/कर्मचारियों, पुलिस सुरक्षाकर्मियों, आर्मी के जवानों के साथ ही हर समुदाय एवं धर्म के लोगों ने इसमें भागीदारी दिखाई एवं इसकी शोभा बढाई। इस श्रृंखला में जहां स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ ही अन्य प्रतिभागीयों ने देष भक्ति के नारे ‘‘ भारत माता की जय हो ‘‘ लगाकर पूरे जिले को गुंजायमान सा कर दिया। इस मानव श्रृंखला की शोभा जहां जैसलमेर के सजे धजे उंट गाडों पर बैठे पारम्परिक वेषभूषा से सुसज्जित बांके जवान बढा रहें थें। इसके साथ ही पूरे मार्ग पर जगह-जगह पर डीजे एवं अन्य संगीत वाद्यों से देषभक्ति के गीत गाये जा रहें थें। इसके साथ ही स्थानीय लोक कलाकारों ने भी जगह जगह पर लोक संस्कृतियों की स्वर लहरियां बिखेर कर पूरे माहौल को संगीत से सरोबार सा कर दिया।

इस दौरान स्वर्णनगरी के सोनार दुर्ग के 99 बुर्जों पर तिरंगंे झण्डे लहरा रहें थें वहीं हर जगह पूरा माहौल तिरंगामय दिखाई दे रहा था। इस मानव श्रृंखला में प्रदेष के अन्य जिलों के लोगों ने भी इसमें शामिल होकर देष भावना के जज्बे को प्रदर्षित किया। रंगीन गुब्बारों एवं तिरंगंे झण्डों से आच्छादित मानव श्रृंखला में देष भक्ति का जज्बा दिखाई दे रहा था वहीं सीमा के वासिंदें खुले जीपों में खडे होकर भारतमाता के जयकारे लगा रहें थें वहीं वाहनों पर तिरंगा झण्डों का परचम दूर दूर तक दिखाई दे रहा था।

रंग बिरंगी पोषाकों में ग्रामीण पुरूषों, महिलाओं, युवाओं एवं प्रोढो ने इसमें भाग लेकर इसकी शोभा बढाई वहीं हाथों से हाथ मिलाकर मानव श्रृंखला का सुन्दर प्रदर्षन भी किया एवं देष के प्रति अपनी एकता का परिचय दिया। शहादत की सलाम मानव श्रृंखला में टी-षर्ट एवं टोपी पहने प्रतिभागी अलग ही नजर आ रहे थें। पूरे जैसलमेर में देषभक्ति का जज्बा जहां दिखाई दे रहा था वहीं हर व्यक्ति के मन में इसके प्रति उत्साह झलक रहीं थी।

मानव श्रृंखला के दौरान प्रतिभागीयों ने दोपहर एक बजे एक साथ राष्ट्रगान संवेत् स्वरों में गाकर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा तक देषभक्ति का पैगाम पहुंचाया।

जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बताया कि मानव श्रृंखला के प्रति लोगों ने भारी उत्साह दिखाई। उन्होंने बताया कि मानव श्रृंखला के संभागीयों के लिए अल्पाहार, छाछ एव पेयजल की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। पुलिस अधीक्षक जगदीष चन्द्र शर्मा ने बताया कि मानव श्रृंखला के दौरान पुलिस का जाब्ता पर्याप्त मात्रा में लगाया गया जिससे प्रतिभागियों को किसी प्रकार की परेषानी नहीं हुई।

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