फसल कटाई में जुटे मजदूर, गांवो में नही मिल रहे लोग

मजदूरों की मजदूरी में इजाफा
फ़िरोज़ खान
बारां 15 अक्टूबर । किशनगंज क्षेत्र में गत एक सप्ताह से भी अधिक समय से अचानक तापमान में बढ़ोतरी होने के कारण खरीफ की प्रमुख फसल सोयाबीन की कटाई एक साथ आ जाने के कारण मजदूरों की मजदूरी में इजाफा हुआ है । जानकारी के अनुसार भंवरगढ़ कस्बे सहित आसपास ग्रामीण अंचल में बड़े पैमाने पर खरीफ की प्रमुख फसल सोयाबीन खेतों में खड़ी है । गत एक सप्ताह से सोयाबीन की कटाई प्रारंभ हो चुकी है । किंतु बढ़ते तापमान के कारण फसल एकदम से आ जाने के कारण मजदूरों का टोटा सा हो गया है । ऐसे में पूर्व में चल रही मजदूरी मैं मजदूर मिलना नामुमकिन सा हो गया है । अब किसान दाम बढ़ाकर खेतों में मजदूर लगा रहे हैं । वर्तमान में महिला मजदूर की मजदूरी 150 से लेकर 250 तक चल रही है । वहीं पुरुष की मजदूरी 200 से 300 हो गई है । जिसके कारण किसान परेशान हैं ग्रामीण किसानों का कहना है कि क्षेत्र में कई हार्वेस्टर मशीन अभी चल रही है किंतु पशुओं के चारे की समस्या को मध्य नजर रखते हुए मजदूरों से फसल कटाई उनकी मजबूरी है गत वर्ष भी बिलासी बांध खाली रह जाने के कारण गेहूं की प्रमुख फसल नहीं होने के कारण पशु चारे का पहले से ही टोटा है ऐसे में मजदूर लगाना उनकी मजबूरी है सोयाबीन का उत्पादन भी 1 क्विंटल से 2 क्विंटल के बीच ही बैठ रहा है ऐसे में लागत भी भारी पड़ रही है इधर धान उत्पादक का कृषकों की चिंता बढ़ गई है किसान धान की फसल की पिलाई में लगा हुआ है ।

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