मुस्लिम समुदाय में बच्चियों के बढ़ते ड्रॉपआउट

अल्पसंख्यक विभाग में ख़ाली पद,लिंचिंग पर सख़्त क़ानून जैसे मुद्दों पर रखीगयी माँग
फ़िरोज़ खान
जयपुर, 17 अक्टूबर, 2018।जन निगरानी अभियान के तीसरे दिन बुधवार कोअल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और बुद्धिजीवियों ने अल्पसंख्यक लोगों कीपरेशानियों और मुद्दों को रखा गया। शहीद स्मारक पर चल रहे धरने मेंअल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार, गो रक्षा के नाम पर मुसलमानों कीहत्या, अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की पढ़ाई, रोज़गार, देश में बढ़ रहेअसुरक्षित माहौल और मुसलमानों की हत्याओं पर अपराधियों के महिमा मंडन कोतत्काल प्रभाव से बंद करने की माँग की गयी।
आज धरने में प्रदेश के बारां से जाग्रत महिला संगठन की महिला कार्यकर्ताओ व अलग-अलग ज़िलों से सिलिकोसिस के मरीज़ भी शामिलहुए और अपनी पीड़ा ज़ाहिर की। इन सबका कहना है कि सरकार ने हमेंसिलिकोसिस का सर्टिफ़िकेट तो दे दिए लेकिन हमारे लिए कुछ हो ही नहीं रहा।

आज ये प्रस्ताव पारित किए गये :

1- पहलू खान, अब्दुल ग़फ़्फ़ार कुरेशी, अहमद खान, उमर मोहम्मद, तालिम हुसैनऔर मोहम्मद अफ़राजुल के हत्यारों को सज़ा दो और पीड़ितों को मुआवज़ा दियाजाए।

2- प्रतापगढ़ के सीपीआइ एम एल के ज़फ़र इस्लाम केस में लगाई गयी FR को रद्दकिया जाए और केस को फिर से खोला जाए। क्यों की पुलिस ने इस केस में ठीकसे जाँच किए बिना ही फ़ाइनल रिपोर्ट लगा दी।

3- अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की पढ़ाई के उचित इंतज़ाम हों।

4- उर्दू के शिक्षकों की भर्ती की जाए और मदरसों में समुचित इंतज़ाम किए जाएँ।

5- सच्चर कमेटी की सिफ़रिशों को लागू किया जाए।

6- अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को बिना सबूतों के सिर्फ़ शक के आधार परप्रताड़ित किया जाना बंद किया जाए।

7- प्रदेश में जो ईसाई रह रहे हैं उनको सुरक्षा दी जाए।

8- साम्प्रदायिक हिंसा को रोकने वाले क़ानूनों की सख़्ती से पालना की जाए।

क्यों ज़रूरी हैं अल्पसंख्यक समुदाय के मुद्दे :

क्योंकि अल्पसंख्यकों की बच्चियों में ड्रॉप आउट रेट माध्यमिक स्तर पर24.12% है।क्योंकि राजस्थान में अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए जारी निधियों मेंसे सिर्फ़ 47% ही उपयोग में लिया गया। राजस्थान में मुस्लिम जनसंख्या 11.41% है जबकि 14वीं विधानसभामें सिर्फ़ 2 मुस्लिम विधायक पहुंचे।

गुरुवार को दलित समुदाय के लोगों के मुद्दों पर चर्चा होगी और राजनीतिक दलोंसे उन्हें उनके घोषणा पत्रों में शामिल करने की माँग की जाएगी।

बुधवार को धरने में विभिन्न सामाजिक संगठनों से लोगों ने शिरकत की। प्रो. हसन, डॉक्टर इक़बाल, फ़ादर विजय पाल सिंह, हेरोल्ड, कविता श्रीवास्तव, निखिल डे, शंकर सिंह, निसात हुसैन, जहाँआरा , नेसार अहमद, राहुल, विनोदबेन्सन, शहादत और नूर मोहम्मद ने अपने विचार प्रकट किए।

error: Content is protected !!