बीकानेर. ( मोहन थानवी) । चुनाव के दौरान कुछ मतदान केंद्रों पर कार्यकर्ताओं की तरफ से शिकायत आई कि कुछ मतदाता संभवतः शराब के नशे में वोट देने आए । ऐसी शिकायतों से बचने व स्वच्छ पारदर्शी तरीके से मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग को मतदान केंद्रों पर उपयोग में लाई जा रही कुछ मशीनों के साथ-साथ एक और मशीन (ब्रेथ एनालाइजर) का उपयोग करना चाहिए । इस आशय की शिकायत करते हुए सुझाव-पत्र प्रधानमंत्री और निर्वाचन अधिकारी नई दिल्ली को भेजा गया है । यह पत्र भेजा है बीते विधानसभा चुनावों में बीकानेर पश्चिम से प्रत्याशी रहे नारायण हरि लेघा ने। लेघा ने अपने निवास पर पत्रकार वार्ता आयोजित कर बताया कि इस विषय में उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है। लेघा ने बताया कि बीते विधानसभा चुनावों में कुछ क्षेत्रों में आटा तेल आदि मतदाताओं के घरों तक पहुंचाने की शिकायतें भी आई आई । उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भी लगाया कि लगाया कि कि कुछ जगह शराब भी बांटी गई गई । ऐसी परिस्थितियों में उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता भंवरलाल और अपने साथियों के साथ मिलकर एक अभियान शुरू किया है नो वाइन इलेक्शन फाइन नाम से । इस अभियान के तहत उन्होंने समाज के समग्र वर्गों को आव्हान किया है कि शराब वजह से समाज में फैल रही बुराइयों बुराइयों को समाप्त करने और पारदर्शी एवं स्वच्छ चुनाव प्रक्रिया से सरकार चुनने के लिए सभी लोग सरकार और निर्वाचन आयोग से मतदान केंद्रों पर पर ब्रेथ एनैलाईजर लगाने की मांग करें । उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि निर्वाचन आयोग और स्थानीय प्रशासन भी चुनाव प्रक्रिया के तहत शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है किंतु कुछ समाजकंटक प्रतिबंध के बावजूद शराब का विवरण करवा कर अपने समर्थित प्रत्याशियों को मत दिलवाने की कोशिश करते हैं जो कि निंदनीय है । लेघा ने बताया कि वे वे एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने साथियों के साथ नो वाइन इलेक्शन फाइन मुहिम चला रहे हैं और इसमें सभी पार्टियों, सभी जाति समुदाय के लोगों, सभी वर्गों के लोगों से सहयोग की अपील भी कर रहे हैं।