मूंगफली तुलाई के कांटें बढ़ाएं

बीकानेर, 11 जनवरी। जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने कहा कि मूंगफली तुलाई में काश्तकारों को परेशानी नहीं हो इसलिए मूंगफली का वजन निर्धारित करने के लिए 16 से 25 कांटें तत्काल लगाएं जाए, जिससे काश्तकारों का समय खराब नहीं हो।
गौतम शुक्रवार को एफ.सी.आई.गोदाम के पीछे मूंगफली तुलाई स्थल पर काश्तकारों से बातचीत के बाद संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने काॅआपरेटिव बैंक,मार्केटिंग बोर्ड तथा कृषि उपज मंडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन काश्तकारों की मूंगफली तुलाई हो गई है, उनका भुगतान शीध्र किया जाए। मूंगफली तुलाई के बाद भुगतान के लिए अनावश्यक जिला मुख्यालय पर ठहराना नहीं पड़े । भुगतान करने में अनावश्यक विलम्ब की शिकायत प्राप्त हुई तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने उपस्थित काश्तकारों से कहा कि एक जमीन पर होने वाली मूंगफली की खरीद का भामाशाह कार्ड पर नियम नीतिगत निर्णय है, इसमें संशोधन करने का अधिकार केवल राज्य सरकार के पास है। उन्होंनेे काश्तकारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नियमों में संशोधन के लिए राज्य सरकार को लिखा जाएगा, जिससे इस समस्या का निदान हो सके।
समय अवधि बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को लिखा जाएगा-जिला कलक्टर को उपस्थित काश्तकारों ने कहा कि मूंगफली खरीद की समय अवधि को 12 जनवरी से आगे बढ़ाया जाए। गौतम ने कहा कि खरीद का समय बढ़ाने के आदेश राज्य सरकार से होगे, इसके लिए राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर अवगत करवाया जाएगा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मूंगफली क्रय करने की तिथि को बढ़ाया जाए। उन्होंने राजफैड के एम.डी. से भी इस संबंध में दूरभाष पर आग्रह किया। काश्तकारों ने समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात भी जिला कलक्टर से कही। हेल्प डेस्क करें स्थापित-जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने काॅआपरेटिव बैंक तथा कृषि उपज मंडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां मूंगफली की तुलाई हो रही है वहां एक हेल्प डेस्क की स्थापना तत्काल कर दी जाए, जिससे किसानों को समर्थन मूल्य, मूंगफली की तुलाई के नियम कायदों का पता लग सके। उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों से कहा कि एफ.ए.यू. कमेटी में एक सक्रिय किसान को सदस्य के रूप में शामिल किया जाए।
अतिरिक्त कलक्टर शहर देखेंगे सम्पूर्ण व्यवस्था-गौतम ने अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर शैलेन्द्र देवड़ा को निर्देश दिए कि वे सम्पूर्ण व्यवस्था को चाक चैबंद रखे तथा जिस काश्तकार की जितनी मूंगफली उसके कागजों में लिखी उतना ही माल मौके पर है यह भी सुनिश्चित करेंगे। साथ ही काश्तकारों को आने वाली अन्य समस्याओं का निदान करेंगे।
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ऊंट उत्सव शनिवार से
बीकानेर, 11 जनवरी। राजस्थान के राज्य पशु तथा रेगिस्तानी जहाज के रूप में जग प्रसिद्ध ऊंट का 26 वां उत्सव 12-13 जनवरी को डाॅ.करणी सिंह स्टेडियम में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों,ऊंट की उपयोगिता व महत्व को उजागर करने वाले कार्यक्रमों के साथ होगा। जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित ऊंट उत्सव की तैयारियां परवान पर है। देशी-विदेशी पर्यटक उत्सव में भागीदारी के लिए होटलों में आरक्षण करवा रहे हैं।
जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि ऊंट उत्सव को पर्यटकों के लिए रोचक व यादगार बनाने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। पांच शताब्दी से अधिक प्राचीन बीकानेर साहित्य,संस्कृति व कला, खान पान की वस्तुओं, कलात्मक हवेलियों और देशनोक के करणीमाता मंदिर, मुकाम के गुरु जम्भेश्वर मंदिर, महर्षि कपिल की तपोभूमि कोलायत तथा अग्नि नृत्य के प्रवर्तक जसनाथजी महाराज के तपोस्थल कतरियासर के लिए लोकप्रिय नगर में ऊंट उत्सव के दौरान आने वाले पर्यटकों को जिले के अन्य पर्यटन स्थलों की जानकारी दे तथा उनका स्वागत-सत्कार करें ।
उन्होंने बताया कि पुलिस, नगर निगम, शिक्षा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र, सार्वजनिक निर्माण विभाग, उरमूल डेयरी, पशुपालन सहित विभिन्न विभाग पर्यटन विभाग से समन्वय स्थापित कर अपने कार्य को निष्ठा से करें। उत्सव के दौरान पर्यटक नगर व उत्सव की अच्छी छवि लेकर जाएं।
कुमारपाल गौतम ने बताया कि उत्सव का आगाज 12 जनवरी को दोपहर साढ़े ग्यारह बजे शोभायात्रा से होगा। शोभायात्रा में संजे संवरे ऊंट, ऊंट की उपयोगिता, विशिष्टता को दर्शाया जाएगा । वहीं कलाकार और बीकानेरी रोबीले पारम्परिक वेशभूषा में तथा सजे संवेरे ऊंट, घोड़े व बग्गी आदि शामिल होंगे। शोभायात्रा जूनागढ़ के आगे से रवाना होकर डाॅ.करणीसिंह स्टेडियम पहुंचेंगी। स्टेडियम में भी रेगिस्तान जहाज की विशेषताओं को को दर्शाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्सव का आगाज दोपहर साढ़े बारह बजे से होगा। आर्मी का बैग पाइपर बैंड गीतों की स्वर लहरियां बिखेरेगा। उसके बाद ऊंट श्रृंगार, ऊंट बाल कतराई, ऊंट नृत्य, मिस मरवण और मिस्टर बीकाणा की प्रतियोगिताएं दोपहर एक बजे से शाम साढ़े चार बजे तक होगी। उत्सव के प्रथम दिन सुबह आठ बजे से दस बजे तक पर्यटकों के लिए रायसर के रेतीले टीलों पर निःशुल्क सफारी का आयोजन किया जाएगा व डाॅ.करणी सिंह स्टेडियम में शाम साढ़े छह बजे से साढ़े आठ बजे तक लोककला, लोक संस्कृति से ओत प्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें राजस्थान एवं विभिन्न अंचलों के कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि उत्सव के दूसरे दिन 13 जनवरी को उत्सव के कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह दस बजे हैरिटेज वाक से होगा। हैरिटेज वाक रामपुरिया हवेली से राव बीकाजी की टेकरी (लक्ष्मीनाथ मंदिर) के पास पहुंचेगी। डाॅ.करणी सिंह स्टेडियम में दोपहर बारह बजे से शाम साढ़े चार बजे तक देशी-विदेशी पर्यटकों की पुरुष व महिला रस्साकशी, ग्रामीण कुश्ती, कबड्डी, विदेशी पर्यटकों की साफा बांधने की प्रतियोगिता होगी। इसी दिन ऊंट नृत्य, महिला मटका दौड़ व म्यूजिकल प्रतियोगिता होगी। शाम साढ़े छह बजे से आठ बजे तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, रात आठ बजे धधकते अंगारों पर अग्नि नृत्य व उसके बाद आतिशबाजी होगी। डाॅ.करणी सिंह स्टेडियम में ऊंट के फर, ऊंटनी के दूध के उत्पादों यथा चाय, कुल्फी आदि की स्टाॅल लगाई जाएगी।
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अंत्येष्टि सहयोग के लिए आवेदन आमंत्रित

बीकानेर, 11 जनवरी। वितीय वर्ष 2017-18 की बजट घोषणा के अनुसार लावारिस व निराश्रित व्यक्तियों की अंत्येष्टि क्रिया (दाह संस्कार) के लिए अंत्येष्टि अनुदान योजना के तहत सहयोग के लिए 15 जनवरी 2019 तक आवेदन आमंत्रित किया गया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक एल.डी.पंवार ने बताया कि योजना के तहत लावारिस व निराश्रित व्यक्ति की अंत्येष्टि क्रिया (दाह संस्कार) करवाने वाली संस्था को दाह संस्कार के लिए आवश्यक सामान व व्यवस्था करने के लिए 5000 रुपए का भुगतान किया जाएगा। स्वयं सेवी संस्थाओं के चयन के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें पुलिस विभाग, कोषाधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारी सदस्य होंगे। समिति द्वारा जिले में इस योजना के संचालन के लिए संस्थाओं के पेनल का गठन किया जाएगा। योजना के संचालन के लिए पंजीकृत तथा सुदृढ़ वितीय स्थिति वाली स्वयं सेवी संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित किए है। आवेदन के इच्छुक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग बीकानेर से कार्यालय समय में किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क किया जा सकेगा।

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