गणतंत्र दिवस पर सम्मानित होने के लिए आवेदन 21 जनवरी तक

बीकानेर, 18 जनवरी। समाज सेवा, साहित्य, कला संस्कृति, विभिन्न राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में विशेष उपलब्धि अर्जित करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं, खिलाडि़यों, समाजसेवी संस्थाओं दानदाताओं , भामाशाह एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को गणतंत्र दिवस 2019 के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए 21 जनवरी दोपहर 3 बजे तक आवेदन किए जा सकेंगे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा ने बताया कि विभिन्न विभाग जिस कार्मिक का नाम सम्मानित करने के लिए नामांकित कर रहे हैं,उसके विरुद्ध किसी तरह की विभागीय जांच तो नहीं चल रही है, यह सुनिश्चित कर लें। उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह राजकीय डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में प्रातः 9.00 बजे मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण के साथ प्रारंभ होगा । इससे पूर्व सभी राजकीय कार्यालयों में प्रातः 7 से 8 बजे तक, जिला कलक्टर निवास पर प्रातः 7ः30 बजे तथा कलक्ट्रेट में 8 बजे ध्वजारोहण होगा। उन्होंने बताया कि करणी सिंह स्टेडियम परेड निरीक्षण तथा मार्च पास्ट की सलामी होगी। मार्च पास्ट में पुलिस, बोर्डर एवं अरबन होमगार्ड, तीसरी एवं दसवीं आरएसी बटालियन, एनसीसी छात्र-छात्राएं, स्काउट, गाइड, सोफिया एवं बीबीएस स्कूली की टुकडि़यां भाग लेंगी। राज्यपाल के संदेश का पठन अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि समारोह के दौरान विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक लोक नृत्य, भारतीयम्, व्यायाम एवं योग प्रदर्शन किए जाएंगे। मुख्य समारोह के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साक्षरता एवं सतत शिक्षा, सर्व शिक्षा अभियान, वन विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, नगर निगम, जिला उद्योग केन्द्र, नगर विकास न्यास, पीएचइडी, जिला परिषद एवं कृषि विभाग के अलावा परिवहन विभाग एवं ट्रेफिक पुलिस द्वारा भी झांकी निकाली जाएगी। झांकियों की विषय वस्तु की जानकारी 23 जनवरी को शाम 5 बजे तक आवश्यक रूप से उपलब्ध करवा दी जाए।
सांस्कृतिक संध्या का होगा आयोजन
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर रविंद्र रंगमंच पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 6 सदस्य एक कमेटी का गठन किया है। समिति द्वारा गंणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का अंतिम पूर्वाभ्यास 23 जनवरी को रविंद्र रंगमंच पर देखेंगे तथा कार्यक्रमों का चयन करेंगे।
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पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित
बीकानेर, 18 जनवरी। नगर विकास न्यास द्वारा गणतंत्र दिवस 2019 के अवसर पर पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
नगर विकास न्यास सचिव ने बताया कि इस अवसर पर राजस्थानी गद्य में एल पी टेसीटोरी, राजस्थानी पद्य में पीथल पुरस्कार, हिन्दी भाषा के लिए श्री मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार, उर्दू, सिंधी, पंजाबी के लिए अन्य भाषा पुरस्कार, उद्योग जगत के लिए उद्योग श्री पुरस्कार, नाट्यकर्मी पुरस्कार, कला के लिए पद्मश्री हिसामुददीन उस्ता पुरस्कार, खेल जगत में डॉ करणीसिंह पुरस्कार, समाजसेवा के लिए स्वामी कृष्णानंद सरस्वती पुरस्कार, तथा संगीत क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मश्री अल्ला जिलाईबाई पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं। आवेदनकर्ता 23 जनवरी सायं पांच बजे तक पूर्ण विवरण सहित अपनी प्रविष्टी भिजवा सकता है।

समूहों की वरीयताएं एवं चक्रीय कार्यक्रम जारी
बीकानेर, 18 जनवरी। इंदिरा गांधी नहर परियोजना की स्टेज प्रथम व द्वितीय की नहरों को चलाने के लिए समूहों की वरीयताएं एवं चक्रीय कार्यक्रम जारी किया गया है। क्षेत्रीय विकास इंगानप आयुक्त तन्मय कुमार ने बताया कि फसल रबी 2018‘19 के लिए 21 जनवरी प्रातः 6 से 21 मार्च सायं 6 बजे तक के लिए यह कार्यक्रम जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी प्रातः 6 बजे से 29 जनवरी सायं 6 बजे तक चार समूहों में बांट कर दो समूह में चलाने के लिए समूहों की वरीयता व चक्रीय कार्यक्रम स, अ, ब, द तथा 29 जनवरी सायं 6 से 7 फरवरी प्रातः 6 बजे तक द, ब, स, अ रहेगा। इसी प्रकार तीन समूहों में बांट कर एक समूह में चलाने हेतु समूहों की वरीयताएं व चक्रीय कार्यक्रम 7 फरवरी प्रातः 6 बजे से 15 फरवरी सायं 6 बजे तक क, ख, ग, 15 फरवरी सायं 6 से 24 फरवरी प्रातः 6 बजे तक ख, ग, क तथा 24 फरवरी प्रातः 6 बजे से 4 मार्च सायं 6 बजे तक ग, क व ख रहेगा। उन्होंने बताया कि 4 मार्च सायं 6 बजे से 13 मार्च प्रातः 6 बजे तक चार समूहों में बांट कर दो समूह में चलाने के लिए समूहों की वरीयता व चक्रीय कार्यक्रम अ, स, द, ब तथा 13 मार्च प्रातः 6 बजे से 21 मार्च सायं 6 बजे तक यह क्रम ब, द, अ, व स रहेगा।
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एनआरसीसी ने शुरू की ऊँटनी के दूध से बनी खीर की बिक्री
अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव में रही बेहद मांग
बीकानेर, 18 जनवरी। भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र द्वारा ऊँटनी के दूध से निर्मित उत्पादों की सूची में इजाफा करते हुए इससे बना एक और उत्पाद ‘खीर‘ लॉन्च किया गया है। केन्द्र द्वारा यह खीर अपने मिल्क पार्लर के माध्यम से बिक्री की जा रही है।
केन्द्र निदेशक डॉ.आर.के.सावल ने बताया कि एनआरसीसी ऊँटनी को फील्ड स्तर पर भी एक दुधारू पशु के रूप में स्थापित करने हेतु प्रयत्नशील है। इसी प्रयोजन से केन्द्र द्वारा इसके दूध से ‘खीर‘ उत्पाद तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक तौर पर इस ‘खीर‘ को हाल ही में सम्पन्न अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव-2019 में लॉन्च किया गया। पर्यटकों तथा आमजन में इस खीर की बेहद मांग सामने आने पर केन्द्र इससे उत्साहित है। अतः इसी स्थिति में ऊँट पालक भाई भी ऊँटनी के दूध से खीर व अन्य उत्पाद बनाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। केन्द्र इन उत्पादों को सिखाने हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण देता है। अतः ऊँट पालक भाई इसे व्यवसाय के रूप में अपनाने हेतु आगे आएं।
डॉ. सावल ने बताया कि ऊँटनी के दूध का घरेलू उत्पादों जैसे खीर, हलवा आदि में उपयोग को बढ़ावा देने से ऊँट का इस दृष्टि से भी महत्व सामने आएगा तथा उष्ट्र प्रजाति के विकास एवं संरक्षण को बल मिल सकेगा।
उष्ट्र दुग्ध प्रसंस्करण इकाई के प्रभारी, डॉ.देवेन्द्र कुमार ने बताया कि केन्द्र द्वारा ऊँटनी के दूध से तैयार ‘खीर‘ उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव में प्रति 100 ग्राम की मात्रा में 10 रूपये बिक्री हेतु रखा गया। दो दिन चले अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव-2019 में न केवल खीर बल्कि ऊँटनी के दूध से बने अन्य उत्पादों जैसे आइसक्रीम, कुल्फी, चाय, कॉफी, सुगन्धित दूध, पेड़ा इत्यादि का करीब एक हजार से ज्यादा सैलानियों ने लुत्फ उठाया। इनमें खीर की बिक्री शानदार रही। अब यह उत्पाद मांग के आधार पर केन्द्र के मिल्क पार्लर में भी उपलब्ध रहेगा।

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