जस्टिस ब्रिन्देर कुमार ने नवग्रह आश्रम का किया निरीक्षण

मोतीबोर का खेड़ा (भीलवाड़ा)-20 अगस्त / पटना बिहार हाइकोर्ट के जज जस्टिस ब्रिन्देर कुमार ने मोतीबोर का खेड़ा ग्राम में स्थित श्रीनवग्रह आश्रम पहुंच कर यहां आयुर्वेद पद्वति से किये जा रहे विभिन्न रोगों के उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा छोटे से गांव में असाध्य रोगों के उपचार के लिए उपलब्ध सेवाओं को प्रशंसनीय बताया। संचालक हंसराज चैधरी ने जस्टिस ब्रिन्देर कुमार तथा उनके साथ आये प्रतिनिधियों को आश्रम का साहित्य भी भेंट किया। जस्टिस ब्रिन्देर कुमार ने आश्रम से आयुवेदिक औषधियां भी प्राप्त की।
आश्रम संचालक हंसराज चैधरी ने जस्टिस ब्रिन्देर कुमार का स्वागत करते हुए कहा कि आज श्री नवग्रह आश्रम की ओर से आयुर्वेद चिकित्सा पद्वति से सभी प्रकार के रोगों का उपचार किया जा रहा है। इसके अप्रत्याशित परिणाम सामने आ रहे है तथा इक्कीसवीं सदी में आयुर्वेद के प्रति देश ही नहीं दुनियां के लोगों का भी विश्वास जम रहा है।
पटना बिहार हाइकोर्ट के जज जस्टिस ब्रिन्देर कुमार ने आश्रम में रोपित किये गये सभी 413 किस्मों के पौधों का निरीक्षण करने के बताया कि भारत में पारंपरिक औषधीय पौधों की भरमार है। मानव इतिहास के शुरुआती दौर से ही जड़ी-बूटियों (हर्बल्स) के माध्यम से कई संक्रामक रोगों का इलाज किया जाता रहा है। आधुनिक चिकित्सा शैली के सहारे किसी सामान्य बीमारी से तुरंत राहत पा लेते हैं, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स को देखते हुए दुनियाभर में वैकल्पिक चिकित्सा को लोग जोर-शोर से अपना रहे हैं। भारत में वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में आयुर्वेद सबसे प्रभावी पद्धति मानी जाती है। प्राचीन संस्कृति आधारित चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियां सदियों से स्वास्थ्य रक्षा में सहायक साबित हुई हैं। 21वीं सदी में भी पारंपरिक इलाज के तौर पर पहचान बनाने में कामयाब रहे आयुर्वेद ने काफी विश्वसनीयता हासिल की है। आयुर्वेद में ऐसी अनेक औषधीयों का जिक्र किया गया है, जिसमें पौधों से हासिल विभिन्न पदार्थो से कई बीमारियों का इलाज मुमकिन है।
आश्रम के प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह व प्रवेश आचार्य ने आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि आश्रम में प्रत्येक शनिवार व रविवार को केंसर जैसे असाध्य रोगों का उपचार किया जा रहा है। अब वहां पर मरीजों की संख्या में वृद्वि को देखते हुए अब केंसर के अलावा अन्य बिमारियों के उपचार के लिए शुक्रवार को भी सेवा कार्य प्रांरभ कर दिया गया है।

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