सरकार मजदूरों को सहायता देने में कंजूसी ना करें

लक्ष्मण बडेरा
सरकार मजदूरों को सहायता देने में कंजूसी ना करें यह बात कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने राज्य के मुख्यमंत्री श्रम मंत्री प्रमुख शासन सचिव व श्रम आयुक्त को लिखे पत्र में कही हैं लक्ष्मण बडेरा ने बताया है कि श्रम विभाग द्वारा निर्माण श्रमिकों के लिए वर्तमान में चल रही योजनाओं में लाखों की संख्या में सहायता आवेदन पेंडिंग पड़े हैं जिन मजदूरों की मृत्यु होने पर भी दो 2 साल से उनका भुगतान नहीं हुआ है तथा सिलिकोसिस जैसी गंभीर बीमारी में भी मजदूरों को सहायता राशि देने में भारी विलम्ब किया जा रहा है इसके साथ ही मजदूरों के लिए निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना में मजदूरों के पढ़ने वाले बेटे बेटियों को समय पर छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है जिससे मजदूरों को अपने बच्चों को पढ़ाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तथा सरकार ने प्रसूति सहायता योजना बनाकर के हजारों की संख्या में प्रसूति सहायता के आवेदन श्रम विभाग की साइट पर पेंडिंग पड़े हैं लेकिन मजदूरों को सहायता नहीं दी जा रही है और मजदूरों से पूछा जाता है कि आपने कितना फुट काम किया और मकान मालिक ने सेस जमा नहीं कराया या ऐसी बातें अशिक्षित अनपढ़ मजदूरों से पूछी जा रही है और तो और करीब तीन लाख से ज्यादा शुभ शक्ति योजना के सहायता आवेदन जो है वह पेंडिंग है जिस पर सहायता श्रम विभाग नहीं दे रहा है और मजदूरों को 1 साल में 90 दिन का प्रमाण पत्र दिया जाना होता है उस प्रमाण पत्र में नियोजक का प्रमाण पत्र शामिल होता है लेकिन विभाग नहीं मानता है असंगठित मजदूरों के साथ सरकार का रवैया अन्यायपूर्ण है इस कारण लाखों सहायता आवेदन सरकार की लापरवाही और अनदेखी के कारण पड़े हुए हैं कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने सरकार को चेताया की मजदूरों का 1 महीने के अंदर भुगतान किया जाए साथ ही 2015 में जो विवाह सहायता योजना थी उस विवाह सहायता योजनाओं के जो भी लंबित आवेदन है उन लंबित आवेदनों की सहायता राशि तत्काल जारी करें मजदूरों के साथ किए गए अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मजदूर जिला मुख्यालय पर सरकार के खिलाफ आंदोलन करके अपना हक प्राप्त करेंगे

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