पं. भीष्मदेव राजपुरोहित की स्मृति में शब्दांजलि 1 मार्च को

राजस्थानी संस्मरण प्रतियोगिता के विजेता होंगे समादृत । कवि गोष्ठी का होगा आयोजन
बीकानेर ।
भाषा, संस्कृति, शिक्षा के उद्भट विद्वान और सामाजिक सरोकारों को समर्पित पुरोधा पं. भीष्मदेव राजपुरोहित की स्मृति में शब्दांजलि का आयोजन 1 मार्च को श्रीडूंगरगढ़ के संस्कृति भवन में होगा । श्रीडूंगरगढ की तीन पीढियों को संस्कारित व शिक्षित करने वाले स्टेट अवार्ड सहित अनेक सम्मानों से समादृत व्याकरणाचार्य पं. भीष्मदेव के परिजनों द्वारा लोक चेतना की राजस्थानी तिमाही ‘राजस्थली’ के प्रकाशन के 42 वर्श पूर्ण होने आयोजित की गई राजस्थानी संस्मरण प्रतियोगिता के विजेताओं को इस अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा और काव्य गोष्ठी भी आयोजित की जाएगी । राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति के अध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि समारोह में शाहपुरा के डॉ. कैलाश मंडेला को ‘वाह रे म्हारा बेटा हरिश्चन्दर’ संस्मरण के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा जाएगा । समिति के मंत्री बजरंग शर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर रामगढ़ के पूर्ण शर्मा पूरण को उनकेे संस्मरण ‘दूजो चैरो’ के लिए द्वितीय और जयपुर की सरोज देवल बीठू को ‘हिचकी भरी ओळूं’ के लिए तृतीय पुरस्कार अर्पित किया जाएगा। रामरतन लटियाल, मेड़ता को ‘अेक रीपिया रो मोल’ और डॉ. रेणुका व्यास ‘नीलम’ बीकानेर को उनके संस्मरण ‘धरती रो सुरग’ के लिए राजस्थली क्लब सम्मान से समादृत किया जाएगा ।
समारोह संयोजक रवि पुरोहित ने बताया कि डॉ. चेतन स्वामी की अध्यक्षता और डॉ. शालिनी मूलचंदानी व डॉ. मदन सैनी के आतिथ्य में होने वाले इस समारोह में भव्य काव्यांजलि भी आयोजित की जाएगी । जिसमें लोकप्रिय सुरीली गीतकार मनीषा आर्य सोनी, व्यंग्य की तल्ख धार के लिए चर्चित मोनिका गौड़, सांस्कृतिक रचनाओं के लिए ख्यात डॉ. कृष्णा आचार्य, हिन्दी-उर्दू के उम्दा गजलकार सागर सिद्दकी और मंच के बेहतरीन गीतकार लीलाधर सोनी शिरकत करेंगे ।

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