सीकर: पशुधन नि:शुल्क दवा योजना से पशुपालकों को लाभ

जयपुर / राज्य सकार की बजट घोषणा वर्ष 2012-13 की अनुपालना में सीकर जिले में मुख्यमंत्री पशुधन नि:शुल्क दवा योजना सीकर जिले के गांवों और ढाणियों में पशुपालकों के लिए वरदान सिद्घ हो रही है। जिले में योजना का सुचारू संचालन कर पशुपालकों को नि:शुल्क दवा उपलब्ध करवाई जा रही है।
इस योजनान्तर्गत 15 अगस्त से 30 नवम्बर तक एक लाख 12 हजार 47 पशुओं को आउटडोर में तथा 37 हजार 655 पशुओं का शिविरों में उपचार कर कुल एक लाख 49 हजार 851 पशुओं को नि:शुल्क दवा देकर उपचार किया गया। जिले में एक नवम्बर से 30 नवम्बर 2012 तक 13 हजार 965 पुरूष एवं 2 हजार 218 महिला पशुपालकों को लाभान्वित कर योजना के शुभारंभ से 30 नवम्बर 2012 तक 49 हजार 604 पुरूष एवं 5 हजार 835 महिला पशुपालक कुल 55 हजार 439 पशुपालकों को लाभान्वित किया गया है।
योजना के शुरू होने से गत वर्ष 15 अगस्त 2011 से 30 नवम्बर 2011 तक 71 हजार 309 की तुलना में 15 अगस्त 2012 से 30 नवम्बर 2012 तक एक लाख 12 हजार 47 पशुओं का आउटडोर में उपचार कर लगभग 57 प्रतिशत अधिक पशुओं का उपचार किया गया है।
जिले में योजनान्तर्गत जिला मुख्यालय पर जिला औषधि भण्डार स्थापित कर जिला भण्डार से जिले में कार्यरत 200 दवा वितरण केन्द्रों (सभी विभागीय संस्थाओं) पर नियमित रूप से औषधियां वितरित की जा रही हैं। जिले के बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय सीकर में 87 तरह की, ब्लॉक एवं ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 88 पशु चिकित्सालयों में 78 तरह की तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 14 पशु औषधालयों एवं 97 पशु चिकित्सा उप केन्द्रों में 30 तरह की दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हंै। नि:शुल्क दवा वितरण योजना सफल क्रियान्वयन से पशुओं का समय पर उपचार होने लगा है, जिससे बीमारियों के कारण पशुओं की उत्पादन क्षमता पर पडऩे वाले विपरीत प्रभाव में कमी आने लगी है तथा पशुपालकों को आर्थिक सम्बल मिलने लगा है। इससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होने लगी है।
वर्तमान सरकार द्वारा जिले में एक अगस्त 2009 से पशु चिकित्सालय पशुपालक के द्वार योजना शुरू की गई जिसके अन्तर्गत ऐसी ग्राम पंचायतों में जहां विभागीय संस्था कार्यरत नहीं हैं वहां हर माह एक-एक शिविर का आयोजन किया जाता है, जिससे पशुपालकों को घर बैठे ही पशुओं के लिए स्वास्थ्य सेवायें सुलभ हो रही हंै। इस योजनान्तर्गत अब तक 9 हजार 567 शिविरों का आयोजन कर एक लाख 89 हजार 36 पशुओं का उपचार, 21 हजार 118 पशुओं का बांझपन निवारण, 4 हजार 634 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान एवं 2 लाख 34 हजार 609 पशुओं में टीकाकरण कर एक लाख 6 हजार 392 पशु पालकों को लाभान्वित किया जा चुका है। ग्राम पंचायत श्यामगढ़ के गांव सकराय में पशु चिकित्सा उप केन्द्र स्थापित किया गया है। जिले में 16 पशु चिकित्सा उप केन्द्रों को पशु चिकित्सालयों में एवं 15 पशु चिकित्सा उप केन्द्रों को पशु औषधालय में क्रमोन्नत किया गया है। जिले में 32 नये पशु चिकित्सा उप केन्द्र स्वीकृत किये गये हैं और तीन पशु औषद्यालयों (खण्डेला, पिपराली एवं धोद) को प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया है।

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