गजल गायिका पीनाज सिल्वर जुबली अवार्ड से सम्मानित

जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने आज सायं यहां ओ.टी.एस. सभागार में आयोजित सुर संगम संस्थान की 25 वीं अखिल भारतीय संगीत प्रतियोगिता एवं रजत जयंती समारोह में गजल गायिका पीनाज मसानी को संस्थान के सिल्वर जुबली अवार्ड से सम्मानित किया।
श्री गहलोत ने इस अवसर पर बिलासपुर की गायिका सिंदूरा भार्गव एवं हरिद्वार की गायिका श्रीमती अर्चना राजिमवाले को भी संस्थान की ओर से सम्मानित किया।
समारोह में देश के विभिन्न भागों से आए उदीयमान बाल कलाकारों कुमारी रिया पांडे (सतना), मोहक वाल्मीका (रींवा), सुरेन्द्र सिंह पंवार (जोधपुर) आदि ने लोक संगीत, राजस्थानी मांड, शास्त्राीय संगीत, गजल आदि पर आधारित अपनी गायन प्रस्तुतियां दी। मुख्यमंत्राी ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता गहलोत के साथ करीब डेढ़ घंटे तक तल्लीनता से इन गायक कलाकारों की मधुर प्रस्तुतियों को सुना एवं सराहा। गजल गायिका पीनाज मसानी ने भी अपनी गजल प्रस्तुति दी।
श्री गहलोत ने पत्राकारों से बातचीत में नई प्रतिभाओं को तराशने एवं गीतों के माध्यम से राजस्थानी लोक संस्कृति के मर्म को उजागर करने में सुर संगम संस्थान परिवार को साधुवाद दिया।
इससे पहले सुर संगम संस्थान के अध्यक्ष श्री के.सी.मालू ने मुख्यमंत्राी का स्वागत किया। संस्थान के महासचिव श्री मुकेश अग्रवाल ने संस्थान की गतिविधियों का परिचय देते हुए कहा कि प्रतिभावान गायक कलाकारों की खोज और उन्हें उपयुक्त मंच प्रदान करने की दिशा में संस्था 25 वर्षों से सक्रिय है।
इस अवसर पर जयपुर के संगीत रसिक श्रोता एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।

सरकार अल्पसंख्यक वर्गों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संकल्पबद्ध
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने अन्तरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस (18 दिसम्बर) के अवसर पर प्रदेश के अल्पसंख्यक समुदाय को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यक वर्गों के हितों की रक्षा करने तथा उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रति संकल्पबद्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि यूएनओ ने 18 दिसम्बर, 1992 को राष्ट्रीय, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं भाषायी अल्पसंख्यकों के लिए अन्तरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाने की घोषणा की थी।
श्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए एक स्वतंत्रा अल्पसंख्यक मामलात विभाग की स्थापना की है जिससे इन वर्गों की व्यापक हितों की रक्षा के साथ-साथ जनकल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ अन्तिम छोर पर बैठे अल्पसंख्यक व्यक्ति तक पहुँच सके।
उन्होंने कहा कि राज्य में अल्पसंख्यक कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये एवं इस वर्ग के हितों की रक्षा के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं जिससे यह वर्ग विकास की मुख्य धारा से जुड़ सके।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्राी मदरसा आधुनिकीकरण योजना, आईआईटी, आईआईएम तथा मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले 1 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वर्ग के अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की कॉलेज फीस का अधिकतम एक लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का पुर्नभरण किया जायेगा। हमारा प्रयास है कि अल्पसंख्यक वर्गों के छात्रा-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शिक्षा के अधिकार से जोड़ा जाये जिससे वे अपने सुनहरे भविष्य के सपने को पूरा कर सके।
श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के 2 लाख 27 हजार 180 विद्यार्थियों को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स छात्रावृत्ति का
लाभ दिया जा रहा है। अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में स्थापित 10 राजकीय आईटीआई में इस वर्ग के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है। अनुप्रति योजना के तहत संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के लिए 1 लाख रुपये एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के लिए 50 हजार रुपये, आईआईएम तथा आईआईटी में प्रवेश पर 40 हजार रुपये का प्रोत्साहन देने का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार के सफल 4 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर की गई घोषणा के अनुसार अब राज्य में अल्पसंख्यक वर्गों की छात्राओं को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए चयनित राजकीय शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं, जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार रुपये तक है ऐसी छात्राओं को 500 रुपये प्रतिमाह की छात्रावृत्ति उपलब्ध करवाई जायेगी। इसके साथ ही प्रतिष्ठित उच्च एवं तकनकी शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रा-छात्राओं जिनके परिवार की वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार रुपये है को 1 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से छात्रावृत्ति उपलब्ध करवाई जायेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड को किराये के पेटे 3 करोड़ रुपये की राशि का अग्रिम भुगतान कर इस राशि से एक वक्फ विकास कोष स्थापित किया गया है। राज्य सरकार का प्रयास है कि अल्पसंख्यक वर्ग के हितों की रक्षा करने के साथ-साथ उनके सामाजिक और आर्थिक उत्थान के संवेदनशील प्रयास किये जायें साथ ही इस वर्ग की महिलाओं का सशक्तिकरण तथा सभी को विकास के समान अवसर सुनिश्चित किया जाये। अल्पसंख्यक वर्ग को समुचित सुरक्षा, वक्फ सम्पत्तियों का बेहतर रख-रखाव तथा इस वर्ग को योजना की प्रक्रिया से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
समाचार पत्रा मिशनरी भावना से समाज को नई दिशा देने में सहयोग करें
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आजादी के आन्दोलन में समाचार पत्रों ने जिस मिशनरी भावना से योगदान किया उसी भावना से वे समाज को नई दिशा देने और नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सहयोग करें।
श्री गहलोत आज यहां वैशाली नगर में आम्रपाली सर्किल के पास कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी की 106वीं जयंती पर दैनिक नवज्योति के नवनिर्मित भवन में नई प्रिटिंग मशीनों के शुभारम्भ समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्राी ने प्रारम्भ में समाचार पत्रा की आधुनिक मशीन का बटन दबाकर शुभारम्भ किया तथा प्रिटिंग प्रणाली का अवलोकन किया। श्री गहलोत को समाचार पत्रा के प्रधान सम्पादक श्री दीनबन्धु चौधरी ने कुछ क्षण में ही समारोह के उद्घाटन के समाचार एवं फोटो की प्रति भी भेंट की।
मुख्यमंत्राी ने दैनिक नवज्योति के संस्थापक-सम्पादक स्व. कप्तान श्री दुर्गा प्रसाद चौधरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष मय रहा है। उन्होंने कहा कि दैनिक नवज्योति समाचार पत्रा ने लम्बा संघर्ष करते हुए 75 साल पूरे कर इस अखबार की पहचान कायम की है।
श्री गहलोत ने कहा कि आजादी के आंदोलन में अनेक समाचार पत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने पत्राकार के रूप में ’हरिजन’ और ’यंग इंिण्डया’, स्व. बिड़ला जी ने दैनिक हिन्दुस्तान, हमारे प्रदेश के स्वाधीनता सेनानी स्व. जयनारायण व्यास ने तरूण राजस्थान, नवजीवन के स्व. कनक मधुकर, स्व. हरिदेव जोशी ने लोकवाणी, स्व. चन्द्रेश व्यास ने जय राजस्थान, स्व. श्याम सुन्दर व्यास ने लोकजीवन जैसे समाचार पत्रों के माध्यम से आजादी के आंदोलन में एक मिशन के उद्देश्य से योगदान किया।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि समाचार पत्रा जागरूक रहने का संदेश देते हैं और इसी मिशन से उन्हें सामाजिक सरोकारों में अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रिंट मिडिया द्वारा लिखे गए एक-एक शब्द का महत्व है क्यांेकि आमजन उसे सत्य समझकर पढ़ता है। संम्पादकों और सवाददाताओं की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे निष्पक्ष भाव से समाचार लिखंे जिससे समाचार पत्रा की विश्वसनीयता बनी रहे।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा मीडिया के हितों का ध्यान रखा है। उन्हें आवास एवं रोडवेज की बसों मे यात्रा की सुविधाएं दी जा रही है। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने जयपुर में हरिदेव जोशी पत्राकारिता एवं जन संचार विश्वविद्यालय की स्थापना हो चुकी है। हमारा प्रयास है कि इसमंे अच्छे से अच्छे पाठ्यक्रम चलें। अब प्रदेश के अधिस्वीकृत पत्राकारों द्वारा की गई सेवाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 62 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे अधिस्वीकृत पत्राकारों को, जिन्होंने दैनिक अथवा साप्ताहिक समाचार में कम से कम 20 वर्षोें तक सवेतन कार्य किया हो, उन्हें प्रतिमाह 5000 रुपये की सहायता उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
श्री गहलोत ने कहा कि पत्राकारों के साथ साहित्यकारों, लेखकों, कलाकारों, संगीतकारों आदि के लिये भी मुख्यमंत्राी वरिष्ठ प्रतिभा सम्मान योजना बनाई है। इसी कड़ी में राजस्थान रत्न पुरस्कार की शुरूआत हुई है। श्री गहलोत ने कहा कि पुरस्कृत नामों को जनता ने स्वीकार किया है। अब इन पुरस्कारों के लिये एक कमेटी बनाई जा रही है, जो पुरस्कृत होने वालों का चयन करेंगी।
सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्राी डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्रिटिश हुकूमत में उन्होंने निर्भीक होकर समाचार पत्रा को निकाला। उन्हांेने कहा दैनिक नवज्योति पत्राकारिता की नर्सरी है। श्री सिंह ने कहा है कि समाचार पत्रा राज्य सरकार की योजनाओं का व्यापक कवरेज दें जिससे आम आदमी ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो सकें।
समारोह की विशिष्ट अतिथि महापौर श्रीमती ज्योति खण्डेलवाल ने कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि आधुनिक तकनीक से समाचार छपना दैनिक नवज्योति के लिये मील का पत्थर साबित होगा।
समारोह के अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री रामदास अग्रवाल ने कहा है कि कप्तान दुर्गा प्रसाद चौधरी एक निर्भीक स्वतत्रंाता सेनानी थे। उन्होंने कहा है कि एक लम्बे समय तक संस्थान चलाना अपने आप में अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि हमारी पत्राकारिता स्वच्छ एवं निर्भीक होनी चाहिए।
समाचार पत्रा के प्रधान सम्पादक श्री दीनबन्धु चौधरी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि दैनिक नवज्योति पत्राकारिता के उच्च आदर्शों एवं सिद्धान्तों को अपनाए हुए है। उन्होंने कहा है कि 75 साल का लम्बा सफर समाचार पत्रा के कर्मचारियों एवं पाठकों के सहयोग से आगे बढ़ा है।
दैनिक नवज्योति समूह के निदेशक श्री हर्ष चौधरी ने सभी का आभार ज्ञापित किया।

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