मुस्तैदी दिखाई तो मुट्ठी में आए आरोपी

*14 लाख के लूटेरे *चार यार* बीस घण्टे में गिरफ्तार

सुशील चौहान
भीलवाड़ा। दिन दहाड़े ओर बीच बाजार , न बंदूक न गोली ओर 14 लाख की नकदी अपनी झोली में डाल , लूट की अनोखी वारदात को अंजाम देकर , रफूचक्कर होने वाले चार लूटेरों को भीलवाड़ा पुलिस ने बीस घंटे के भीतर पकड़ कर साबित कर दिया कि पुलिस की मुस्तैदी के आगे कोई भी अपराधी ज्यादा देर तक खुला नहीं घूम सकता। एस पी विकास शर्मा की निगरानी में बनी टीम ने यह सफलता हासिल की है। लूटेरे कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में है। हालांकि पकड़े जाने से पहले लूटेरे 14 लाख में से *साठ हजार रुपये उड़ा चुके जिसकी *तहकीकात* होना बाकी है। बाकी रकम बरामद की जा चुकी है। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने रविवार को कोतवाली में प्रेस वार्ता में बताया कि शुक्रवार दोपहर राजेन्द्र मार्ग रोड पर कार में जा रहे दो युवकों के आगे मोटर साईकिल लगाने के बाद कार के शीशे तोड़कर लूटेरे 14 लाख की नकदी से भरा बैग लूट कर फरार हो गए थे। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से अफरा तफरी मच गई। वारदात पुलिस के लिए भी चुनौती बनी । पुलिस अधीक्षक शर्मा ने सत्तर पुलिसकर्मियों को शामिल कर अलग अलग दिशा में भेजा। और सी सी टीवी कैमरे खंगालने में जुट गए। मेहनत रंग लाई ओर लूटेरे जो कि राजस्थान से मध्यप्रदेश होकर लंबे जाने की *फिराक* में थे उज्जैन में दबोच लिए गए। पहले दो हाथ आये तो बाकी इनके बताए ठिकानों से पकड़े गए। पकड़े गए चारों आरोपियों का मास्टरमाइंड शफीक है जिसकी प्रेरणा से बाकी तीनों अपराध को अंजाम देते थे। आदतन अपराधी चारों में से तीन मध्यप्रदेश के है ओर एक पार्टनर हमीरगढ़ रह रहा था। इनके पुराने रिकॉर्ड भी खंगालने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है ताकि ऐसे लोगों का *ठिकाना जेल* ही रहे ।प्रेस वार्ता में पुलिस कप्तान शर्मा ने यह जरूर कहा कि जहाँ तक संभव हो व्यापारी सी सी टीवी कमरे लगवाइए ताकि अपराधियों की हर हरकत पर निगरानी रह सके। इस वारदात के खुलासे में भी *तीसरी आँख* ओर *अभय कमांड* का महत्वपूर्ण रोल रहा है।
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि गिरफ्त में आए मोहम्मद अबरार, रोशन लखारा, मास्टरमाइंड शफीक शाह व मुस्तफा मोहम्मद अपने आपको फाइनेंस कम्पनी का रिकवरी स्टाफ बताते थे। लाँकडाउन के कारण यह लोग परेशान हो गए तो इन्होंने ऐसी वारदातें करने का रास्ता अपनाया। इन चारों ने 20 व 22 जुलाई को रैकी की इसके बाद घटना को अंजाम दिया। जिस स्थान पर वारदात की वो इनकी नजर में सबसे अच्छा स्थान था। मास्टरमाइंड शफीक अंतर्राज्य गैंग बना कर मोटरसाइकिल पर टीमें रवाना करते थे। इनके निशाने पर बैंक और ज्वैलर्स शौ रूम ही रहते थे।क्योंकि इन दोनों स्थानों पर रोजाना नकदी का आदान प्रदान होता था। एस पी ने बताया कि इनसे और भी वारदातें खुलने की संभावना हैं। सौ सीसीटीवी खगालने के बाद एसपी शर्मा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जोधा के सुपरविजन में पुलिस उप अधीक्षक वृत शहर भंवर रणवीर सिंह,महिला प्रकोष्ठ के पुलिस उप अधीक्षक राहुल जोशी के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी डीपी दाधीच, प्रतापनगर प्रभारी भजनलाल, भीमगंज प्रभारी सुरेश कुमार,पुर थानाधिकारी मुकेश वर्मा सहित गजेंद्र सिंह नरूका, साइबर सैल के आशीष कुमार, स्वागत पाड्या सहित 70 जनों की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए अपराधियों को इंदौर, उज्जैन और हमीरगढ़ से दबोच लिया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा की टीम वर्क की भावना ने ही यह सफलता दिलाई हैं।
*सुशील चौहान*
– *98293 03218*
– *स्वतंत्र पत्रकार*
– *पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका, भीलवाड़ा*
– *वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब,भीलवाड़ा*
*[email protected]*

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