एसबीबीजे बैंक की 1000वीं शाखा का शुभारम्भ

जयपुर। केन्द्रीय वित्त मंत्राी श्री पी.चिदम्बरम ने एसबीबीजे बैंक के स्वर्ण जयन्ती अवसर पर आज यहां सी-स्कीम स्थित बैंक मुख्यालय से जयपुर जिले के सांभर कस्बे की 1000वीं शाखा का वीडियो कॉन्फ्रेन्स रिमोट द्वारा शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।
श्री चिदम्बरम ने कहा कि हर ग्राहक को बैंक से सुविधा प्राप्त करना उनका अधिकार है। बैंकों का दायित्व है कि वे समय पर लोगों को ऋण उपलब्ध करायें। उन्होंने ने कहा बैंक गरीबों तक जायें क्योंकि गरीबों को ऋण की आवश्यकता रहती है। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी पूंजी से दर्जी, मोची, मजदूर आदि छोटे कामगार अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसी उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों को ऋण की जरूरत रहती है। इस कार्य में भी बैंक उन्हें ऋण देने में प्राथमिकता दें। देश में बैंकों की ज्यादा आवश्यकता है। इसलिए बैंकों द्वारा ज्यादा से ज्यादा शाखाएं खोली जाये।
केन्द्रीय वित्त मंत्राी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा देशवासियों के लिए आधार कार्ड तैयार कराये जा रहे हैं। इसी आधार पर सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होने वालों के पैसे का लेन-देन बैंकों से होगा। इससे भ्रष्टाचार कम होगा और बिचौलियों से बचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि एसबीबीजे एक सशक्त बैंक है। वह राजस्थान में इस क्षेत्रा में आगे आएं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की यह एक क्रांतिकारी नीति है जिसे कामयाब बनाने के लिए बैंकों को महत्ती भूमिका निभानी होगी।
श्री चिदम्बरम ने कहा कि एसबीबीजे का यह स्वर्ण जयन्ती काल अपने-आप में परिपक्वता, निष्ठा एवं प्रतिबद्धता का परिचायक है। इस कारण बैंक ने उत्तरोत्तर प्रगति की है। उन्होंने मुख्यमंत्राी से कहा कि सांभर झील को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करें जिसमें एसबीबीजे बैंक भी पूरा सहयोग करेगा।
समारोह में केन्द्रीय वित्त मंत्राी ने बैंक की ओर से नवजीवन संस्थान जोधपुर व श्री अमरजैन मेडिकल रिलीफ सोसायटी जयपुर को एम्बुलेंस की चाबियां भी भेंट की।
मुख्यमंत्राी ने अपने संबोधन में कहा कि बैंक का 50 वर्ष का कार्यकाल शानदार रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार और बैंक के संबंध मधुर रहे हैं। प्रदेश में सामाजिक दायित्व निभाने में बैंक ने हमेशा साथ दिया है। उन्होंने कहा कि बैंक इस कार्य को और आगे बढ़ायें।
श्री गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्राी डॉ. मनमोहन सिंह, यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी आधार योजना में बहुत रुचि ले रही हैं। इसकी सफलता बैंकिंग सेक्टर पर निर्भर है। इसलिए आवश्यक है कि बैंकों की ज्यादा से ज्यादा शाखाएं खोली जायें।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्राी श्री पी. चिदम्बरम ने एक बार कहा था कि बड़े कॉरपोरेट घरानों को तो एक हजार करोड़ रुपये तक के ऋण आसानी से मिल जाते हैं जबकि गरीब को छोटी राशि के ऋण के लिए भी बैंकों के चक्कर काटने पड़ते हैं। बड़े कॉरपोरेट घराने 1000 करोड़ रुपये आसानी से कमा सकते हैं फिर भी ये अपने बैंक लोन नहीं चुका पाते। उन्होंने कहा कि यदि कॉरपोरेट घराने बड़ी राशि का ऋण लेते हैं तो बैंक उन्हें ऋण देने के लिए पीछे भागते हैं और यदि कोई गरीब ऋण लेता है तो उसे बैंक के पीछे भागना पड़ता है।
श्री गहलोत ने बताया श्री चिदम्बरम के अनुसार गरीब जब ऋण लेता है तो वह उसे चुकाने के लिए दिन-रात मेहनत करता है क्योंकि वह जानता है कि यदि उसने ऋण नहीं चुकाया तो उसे दुबारा ऋण नहीं दिया जायेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्राी ने बैंक कर्मियों से कहा कि वे इस बात का संकल्प लेकर जायें कि कैसे गरीब व्यक्ति का ध्यान रखकर उसे लाभान्वित किया जाये।
केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्राी श्री नमोनारायण मीणा ने कहा कि इस बैंक की जहां पहले 124 शाखाएं थी जो बढ़कर आज एक हजार हो गई हैं। उन्होंने कहा कि हर परिवार को बैंक से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य गांव-गांव को बैंको से जोड़ना है। सरकार की मंशा है कि हर गरीब बैंक में जाये और उसका आर्थिक सशक्तीकरण हो। उन्होंने बताया कि एसबीबीजे बैंक ने 28 प्रतिशत गरीबों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
स्टेट बैंक समूह के अध्यक्ष श्री प्रतीप चौधरी ने बताया कि एसबीबीजे बैंक की शुरूआत 1 जनवरी, 1963 को हुई। उसकी शुरूआत 124 शाखाओं और 45 करोड़ रुपये के कुल कारोबार से हुई। आज बैंक ने 1000वीं शाखा और 120 लाख करोड़ के कुल कारोबार के साथ बैंकिंग की दिशा में नये आयाम स्थापित किये हैं।
प्रारम्भ में एसबीबीजे बैंक के प्रबंध निदेशक श्री शिव कुमार ने स्वागत किया तथा मुख्य महाप्रबंधक श्री अरुण बिसारिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर एसबीबीजे पर आधारित एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया जिसमें बैंक की गतिविधियों को दर्शाया गया।

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