शिक्षार्थी के लिए शिक्षक का आदर्श प्रेरणादायी-कैलाशचन्द्र

राज्यस्तरीय सिन्धी शिक्षामित्र कार्यशाल सम्पन्न
27 दिसम्बर- शिक्षार्थी के लिए शिक्षक का आदर्श प्रेरणादायी होता है एवं स्वाध्याय करने से हमें ज्ञान मिलता है और स्मरण भी होता है जिससे विद्यार्थियों को सद्साहित्य का अध्ययन हो पाता है। हमने जो पढा है उसे बांटना चाहिये जिससे शिक्षा में और बढोतरी होगी हम पूर्ण विश्वास रखकर कार्य करेगें तो राह की बाधाए भी निश्चित दूर होगीं ऐसा मार्गदर्शन भारतीय सिन्धु सभा की ओर से राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद नई दिल्ली के सहयोग से चल रहे सिन्धी लैंग्वेज लर्निंग कोर्स के सिन्धी शिक्षामित्रों की कार्यशाला में मार्गदर्शक कैलाशचन्द्र जी ने कहे। सभा के राष्ट्रीय मंत्री व प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि राजस्थान प्रदेश में निरंतर हो रही सिन्धी भाषा, शिक्षा व संस्कार से जोडने की गतिविधियों से विद्यार्थियों व युवाओं को जोडा जा रहा है और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से निरंतर प्रयास जारी है कि शीघ्र ही सिन्धी भाषा व साहित्य सवर्द्धन के लिये सिन्धी विश्वविद्यालय की स्थापना हो। महिला ईकाई जिलाध्यक्ष श्रीमति शोभा बसंताणी ने कहा कि मातृशक्ति की ओर से ऐसे शिक्षा केन्द्रों के साथ संस्कार केन्द्रों पर सहयोग कर रही है और बहिनों को स्वरोजगार के कार्य से भी जोडा जा रहा है। प्रदेश के भाषा एवं साहित्य मंत्री डॉ. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि राज्यभर में 135 केन्द्रों पर शिक्षार्थियों को डिप्लोमा कोर्स की पढाई जा रहा है और भारत सरकार से इसमें अधिक कोर्स जोडने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष के होगें देशभक्ति कार्यक्रम-वाधवाणी
द्वितीय सत्र में प्रदेश पदाधिकारियों व संभाग प्रभारियों की आवश्यक बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि संगठन की ओर से प्रदेश में तहसील स्तर तक 175 ईकाईयों का गठन किया जा चुका है और सभी ईकाईयों में कार्यकर्ताओं को दायित्व देकर सिन्धी पंचायत, सामाजिक व धार्मिक संगठनों से जोडकर कार्य किये जा रहे हैं और प्रदेश की ओर से तय किेय गये कार्यक्रमों में आगामी 23 मार्च 2022 से 23 मार्च 2023 तक शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष में सभी तहसीलों तक देशभक्ति आधारित कायक्रमों के अलावा रक्तदान व चिकित्सा शिविर, संगोष्ठियांें सहित अनेक कार्यक्रम होगंे जिससे युवाओं में देशभक्ति की प्रेरणा मिल सके।

प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने कहा कि बैठक में अजमेर, भीलवाडा, उदयपुर, जयपुर, अलवर, हनुमानगढ, पाली, बाडमेर, कोटा, बीकानेर से शिक्षा मित्र व पर्यवेक्षक उपस्थित हुये जिन्होने अपने अपने क्षेत्रों में हो रही गतिविधियों पर चर्चा की। सत्रों में श्री डॉ. केलाश शिवलाणी, नवलकिशोर गुरनाणी, गिरधारी ज्ञानाणी, इन्द्र रामाणी, मोहनलाल आलवाणी, महेश टेकचंदाणी, घनश्याम मेंघवाणी, दीपेश सामनाणी, मूलचंद बसंताणी, प्रकाश फुलवाणी, हीरालाल तोलाणी, टीकम पारवाणी, वासदेव बसराणी, प्रताप कटेरा, राधाकिशन शिवलाणी ने भी विचार प्रकट कियेे।

बेठक का शुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल, भारत माता व सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। गीत किरन होतवाणी व गुलाबराय मीरचंदाणी ने प्रस्तुत किया। सामूहिक राष्ट्रगान से बैठक का समापन किया गया।

(ईश्वर मोरवाणी)

सादर प्रकाशनार्थ प्रदेश महामंत्री,

मो.9414349864

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