जयपुर । श्री दिगंबर जैन मंदिर वरुण पथ मानसरोवर में चल रहे चातुर्मास के अंतर्गत परम पूज्य आचार्य गुरुवर विवेक सागर जी महाराज ने उपस्थित बंधुओ को मंगल आशीर्वाद देते हुए कहां की सोलह कारण भावना के अंतर्गत आज धर्म प्रभावना मोक्ष मार्ग प्रभावना का दिन है धर्म की प्रभावना तो स दो कार्यों के माध्यम से बनती है सोलह कारण भावना में तीर्थंकर प्रभावना का बंध होता है सम्यक दर्शन की प्राप्ति भी इसके निमित्त होती है आज त्रिलोक तीज व धर्म प्रभावना दो महान दिवस है आज के दिन लोग रोट तीज के रूप में मनाते हैं इस अवसर पर शुद्धता पूर्वक भगवान को रोट अर्पित करते हैं आज का सार यह है कि स्वयं की आत्मा को रत्नत्रय के प्रती समर्पित करो धर्म को अंगीकार करने से अपनी आत्मा की शुद्धि होती है और बिना आत्मा की शुद्धि के कोई प्रभावना नहीं होती कोई मोक्ष को ग्रहण नहीं कर सकता।
संगठन मंत्री हेमेंद्र सेठी ने बताया की श्री दिगंबर जैन मंदिर वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य आचार्य गुरुदेव विवेक सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद एवं सानिध्य से 10 लक्षण महापर्व महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा प्रातः 6:00 बजे से प्रतिष्ठा चार्य पंडित रितिक जी शास्त्री के निर्देशन में 10 दिवसीय विधान का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रत्येक दिवस का एक अलग सोधर्म इन्द्र होगा भगवान का प्रथम अभिषेक, शांति धारा, दीप प्रज्वलित, परम पूज्य गुरुदेव का पाद प्रक्षालन शास्त्र भेंट करने का परम सौभाग्य सोधर्म इन्द्र को ही प्राप्त होगा सायकालीन कार्यक्रमों में 108 दिनों से महा आरती का आयोजन किया जाएगा इसके पश्चात प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।
प्रचार संयोजक विनेश सोगानी ने बताया कि धर्म सभा का मंगलाचरण के माध्यम से विधिवत शुभारंभ श्री अरुण पाटनी ने किया एवं भगवान महावीर स्वामी व तपस्वी सम्राट आचार्य रत्न सुमति सागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर परम पूज्य आचार्य गुरुवर विवेक सागर जी महाराज का पाद प्रक्षालन कर शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य जेके जैन, हीरामणि जैन डॉ महेश जैन, अनिल दीवान को प्राप्त हुआ । इस अवसर पर सभी सम्माननीय अतिथियों का तिलक एवं माल्यार्पण कर हेमेंद्र सेठी, विनेश सोगानी, अनील दीवान, राजेंद्र सोनी, कृष्णा जैन ने स्वागत किया।