जयपुर, 28 दिसम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 28 दिसम्बर, 2022 को झालाना संस्थानिक क्षेत्र, जयपुर स्थित अकादमी संकुल में मासिक अदबी गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि एवं पं. जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री इकराम राजस्थानी ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि अकादमी की मासिक गोष्ठी योजना युवा रचनाकारों को प्रोत्साहित करती है, अकादमी की यह एक सार्थक पहल है अकादमी नवोदित कलाकारों को एक अच्छा मंच उपलब्ध करवा रही है। युवाओं को इसका लाभ उठाना चाहिये। उन्होंने कहा कि मैं सिन्धी समझता हॅू और उन्होंने गोष्ठी में प्रस्तुत रचनायें को उत्कृष्ट बताया।
गोष्ठी में जयपुर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं रंगकर्मी रमेश रंगानी ने विवाह में सिन्धी रीति-रिवाजों के घटते महत्व को रेखांकित करते हुये लेख ’विहांवनि में घटिजन्दड़ सिन्धियत’, श्रीमती नन्दिनी पंजवानी ने स्त्री-पुरूष के अपने-2 अहम को दर्शाने वाली कविता ’तो चयो मूं चयो’, अजमेर की श्रीमती गीता गोकलानी ने कविता पाठ ’’चण्ड जो दींहु ऐं केरु त मिलण अचे’’, डी.डी.ईसरानी ने काव्यपाठ ’अजो के दौर में सिन्धी बोलीअ जी हालत ऐं उनखे बचाइण जा उपाव’, अजमेर की श्रीमती कमला बुटानी ने सिन्ध के विभाजन के दर्द को रेखांकित करते हुये लेख ’विरांगे जे ददऱ् जी कहानी’’, ब्यावर के कमल चंचलानी ने आचार्य जे.बी.कृपलानी द्वारा आज़ादी के बाद के योगदान को रेखांकित लेख ’’आज़ादीअ खां पोइ आचार्य जे.बी. कृपलाणीअ जो योगदान’’ विषयक आलेख प्रस्तुत किये।
गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार डा.खेमचंद गोकलानी, रोमा चांदवानी ’आशा’, डा.माला कैलाश, पार्वती भागवानी, डा.हरि जे.मंगलानी, हेमनदास, वासुदेव मोटवानी, माया वसंदानी, महेश कुमार किशनानी, हेमा चंदानी, गोपाल आदि ने भाग लिया। गोष्ठी में सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार, अकादमी के पूर्व सदस्य एवं समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन श्रीमती गीता गोकलानी ने किया।
गोष्ठी के अन्त में सिन्धी हिन्दी रंगमंच के वरिष्ठ रंगकर्मी, साहित्यकार, नाट्य निर्देशक, हरदिल अजीज श्री सुरेश सिन्धु के आकस्मिक निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्जित की गई।
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