इटरनल हेल्‍थ हॉस्पिटल और न्‍यूमेन हेल्‍थ की मदद से मरीज घर बैठे रख सकते हैं दिल का ख्‍याल

जयपुर, 14 फरवरी, 2023- इटरनल हेल्‍थ हॉस्पिटल (ईएचसीसी) और न्‍यूमेन हेल्‍थ ने दिल के मरीजों को रिमोट हेल्‍थ प्रोग्राम मुहैया कराने के लिए साझेदारी की है। इस प्रोग्राम के तहत मरीज एक मोबाइल एप के माध्‍यम से सीधे डॉक्‍टर्स तक पहुंच सकते हैं और बेहद योग्‍य मेडिकल प्रोफेशनल्‍स की मदद ले सकते हैं। कॉम्प्रिहैंसिव कार्डिएक रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम में दिल के मरीजों के स्‍वास्‍थ्‍य सुधार के लिए सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। इसमें खर्च भी बहुत कम आता है और सुविधाजनक भी है। यह मरीजों को घर बैठे ही नियमित निगरानी के जरिए हृदय संबंधी स्‍वास्‍थ्‍य हासिल करने में मदद करता है और मरीजों की जेब और हेल्‍थकेयर सिस्‍टम पर बोझ भी कम होता है।
डॉक्‍टर्स की अगुवाई में यह कार्यक्रम दिल के मरीजों की जीवन गुणवत्‍ता में महत्‍वपूर्ण सुधार करता है और उनको व्‍यापक ट्रीटमेंट प्‍लान मुहैया करवाकर बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य परिणाम हासिल करता है। लक्ष्‍य आधारित यह प्रोग्राम मरीजों की नियमित जांच, मेडिकल उपचार, व्‍यवहार एवं जीवनशैली में बदलाव, पोषण संबंधी सलाह, सपोर्ट सर्विस और पोस्‍ट ट्रीटमेंट केयर की सुविधा मरीजों को घर बैठे ही मुहैया करवाता है।
डॉक्‍टर्स की ओर से रेफर किए जाने के बाद मरीजों को उनके स्‍वास्‍थ्‍य की स्थिति के मुताबिक 3 से 6 महीने तक जरूरत के मुताबिक बहुआयामी उपचार मिलता है। इस साझेदारी के तहत इटरनल हॉस्पिटल और न्‍यूमेन हेल्‍थ के मेडिकल एक्‍सपर्ट्स मरीज को उसकी जरूरतों के मुताबिक तब तक फोलोअप और देखभाल मुहैया करवाते हैं, जब तक कि वे अपने स्‍वास्‍थ्‍य लक्ष्‍यों को हासिल नहीं कर लेते।
न्‍यूमेन हेल्‍थ के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्‍थापक पल्‍लव सिंह ने कहा, ‘एक पेचीदा बीमारी पर नजर रखना केवल मरीज के लिए ही नहीं बल्कि उसके परिवार के लिए भी मुश्किल काम है। हम मरीजों को उनके घर बैठे ही उनका उपचार करने वाले डॉक्‍टर/हॉस्पिटल के साथ साझेदारी में अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर स्‍वीकृत उपचार उपलब्‍ध करवाते हैं। हम पूरे राजस्‍थान में सेवाएं देते हैं और ईएचसीसी जैसे बेहतरीन संस्‍थानों और उनके डॉक्‍टर्स के साथ साझेदारी करने का अवसर मिला है। मरीजों को बेहतरीन सेवा देने का उनका जज्बा लाजवाब है और हम बेहतरीन टेक्‍नोलॉजी डॉक्‍टर्स और मरीजों की पहुंच में लाकर इस महान लक्ष्‍य में मदद कर रहे हैं।’
इटरनल हॉस्पिटल के डायरेक्‍टर-इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, डॉ. संजीव शर्मा ने कहा, ‘डिजिटल कार्डिएक रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम्‍स मरीजों को हृदय संबंधी स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार के लिए मदद का अभिनव और प्रभावी कदम हैं। दिल संबंधी बीमारियां (सीवीडीज) देश में मौत के प्रमुख कारणों में से एक है, जो हमारे हेल्‍थकेयर सिस्‍टम के लिए कार्डिएक रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम्‍स को अत्‍यावश्‍यक बना देता है। देश में कुल मौतों में सीवीडीज की हिस्‍सेदारी 25 फीसदी से ज्‍यादा है और ग्रामीण आबादी को ज्‍यादा प्रभावित कर रही हैं। डिजिटल रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम्‍स भौगोलिक और आर्थिक बाधाओं को तोड़कर दिल के मरीजों के लिए गुणवत्‍तापूर्ण मेडिकल केयर सुनिश्चित कर जीवनशैली में बदलाव को प्रोत्‍साहित कर सकता है। देशभर में इन कार्यक्रमों को लागू कर हम सीवीडीज का बोझ कम कर सकते हैं और दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों के जीवन की गुणवत्‍ता में सुधार ला सकते हैं।’
न्‍यूमेन हेल्‍थ प्रोग्राम को न्‍यूमेन हेल्‍थ एप के जरिए हासिल किया जा सकता है। यह एप आईओएस एप स्‍टोर और एंड्रॉयड एप स्‍टोर दोनों पर उपलब्ध है।

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