बीपीएल बनने वालों से घिरे कलेक्टर

ज्ञापनों की बौछार में चहुं ओर से गिरे जिला कलेक्टर औंकार सिंह, पास में खड़े है विधायक महावीर जीनगर

-मूलचंद पेसवानी-
शाहपुरा /पंचायत समिति में रविवार को ज्यों ही प्रशासन गावों के संग अभियान की समीक्षा बैठक समाप्त हुई त्यों ही बीपीएल सूची में शामिल होने वालों की भीड़ सभा भवन में घुस गयी। बीपीएल बनने वालों से जिला कलेक्टर औंकार सिंह चारों ओर से गिर गये। भीड़ में शामिल अधिकांश लोग स्वयं को गरीब बताते हुए बीपीएल में शामिल करने की मांग कर रहे थे। दो विकलांग अपनी पेंशन की दरकरार करते रहे। इस दौरान समस्याओं के समाधान की मांग के ज्ञापन देने वालों का तांता लगा तो कलेक्टर को कुर्सी छोड़ कर भीड़ के बीच में पहुंचना पड़ा।
भीड़ में शामिल लोगों ने विधायक, एसडीओ को ज्ञापन देने के बजाय कलेक्टर को हाथ में देना उचित समझा। बाद में एक विकलांग की गरीबी पर कलेक्टर ने एसडीओ को हाथों हाथ बीपीएल में शामिल कर पेंशन स्वीकृत करने को कहा। अन्य आवेदन भी एसडीओ को देकर उन्होंने जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिया।
पंचायत समिति सदस्य महावीर मीणा की अगुवाई में ढीकोला व भीमनगर के ग्रामीणों ने लंबे समय से राशन की सामग्री नहीं मिलने का आरोप लगाया। कलेक्टर ने हाथों हाथ डीएसओ को कार्रवाई के निर्देश दिये। मीणा ने बीपीएल आवास योजना की दूसरी किश्त नहीं मिलने, दौलतपुरा में एक वर्ष सं बंद पड़ी पानी की टंकी को चालू कराने की भी मांग की। उपभोक्ता अधिकार समिति के महासचिव संपत खारोल की अगुवाई में प्रतिनिधि मंडल ने गिरडिय़ा में चरागाह भूमि पर अतिक्रमण हटाने की मांग की। पूर्व पार्षद गोपाल सर्वा की अगुवाई में नगर पालिका क्षेत्र में सुदर्शन नगर द्वितीय में स्थित भूखंडों के पट्टे नहीं देने की शिकायत की। सरपंंच अविनाश जीनगर ने पीने का पानी व बिजली आपूर्ति मुहैया कराने की मांग की। खामोर के हमताराम गुर्जर ने सुरक्षा जननी योजना का प्रसुताओं को लाभ नहीं मिलने की बात की। सरपंच देवेंद्र सुखवाल ने चार माह से पटवारी नहीं आने, सरपंच पन्नालाल खारोल ने मिंडोलिया के पटवारी पर काम नहीं करने का आरोप लगाया।

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