अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट के आरोपी ने अनशन तोड़ा

कांग्रेस चिंतन शिविर के दौरान जयपुर में दिए गए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान के विरोध में अनशन कर रहे अजमेर दरगाह ब्लास्ट के आरोपी का अनशन भाजपा विधायक द्वारा तुड़वाए जाने को लेकर विवाद पैदा हो गया है। कांग्रेसी नेताओं ने बयान जारी आरोप लगाया कि भाजपा विधायक द्वारा की गई इस कार्रवाई से साफ हो गया कि अजमेर बम ब्लास्ट के आरोपियों से भाजपा नेताओं के सम्बन्ध थे। इधर पुलिस भी इस मामले में भाजपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में आरोपी रातेश्वर का अनशन तुड़वाने पहुंचे भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा। विधायक आहूजा ने अनशन तुड़वाने के बाद कहा-मैं जेल अफसरों से अनुमति क्यों लेता, झूठा फंसाया है। यह मामला अभी कोर्ट में है, फैसले में बरी होगा। अजमेर दरगाह ब्लास्ट के आरोपी भरत भाई रातेश्वर से अस्पताल में आहूजा मिलने पहुंचे। आहूजा ने रातेश्वर को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया। आहूजा ने रातेश्वर को माला पहनाई। भाजपा विधायक ने करीब 20 मिनट तक उससे चर्चा की। इस दौरान रातेश्वर के वकील भी आहूजा के साथ थे। केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के जयपुर में चिंतन शिविर में आरएसएस और भाजपा के शिविरों में हिंदू आतंकवादी तैयार होने के बयान के विरोध में अजमेर जेल में बंद रातेश्वर ने अनशन शुरू कर दिया था। उसकी तबियत बिगड़ने पर 27 जनवरी को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रातेश्वर एसएमएस अस्पताल में वन सी वार्ड में भर्ती है। आरोपी ने पिछले दिनों जेल प्रशासन को पत्र लिखकर शिंदे के बयान वापस लेने और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जेल प्रशासन ने इस पत्र को महानिदेशक जेल को भेज दिया था। गौरतलब है कि भरत भाई को पिछले साल अजमेर सेंट्रल जेल से जयपुर जेल में शिफ्ट किया गया था। ज्ञानेदव आहूजा ने एसएमएस अस्पताल के वन सी वार्ड में रातेश्वर का अनशन तुड़वाने और उससे मुलाकात कर बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत की। आहूजा से जब पूछा गया कि रातेश्वर से मिलने से पहले क्या आपने जेल प्रशासन से अनुमति ली थी? तो उनका जवाब था, मैं जेल ऑथोरिटी से परमिशन क्यों लूं। रातेश्वर को झूठा फंसाया गया है। अभी मामला कोर्ट में है और जिस दिन फैसला आएगा उस दिन वह बेकसूर निकलेगा। हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता। मैंने रातेश्वर को जूस पिलाया है, हर संभव मदद का भरोसा दिया है। ब्लास्ट आरोपी रातेश्वर की सुरक्षा में अत्याधुनिक अथियारों से लैस जवान तैनात कर रखे हैं। आहूजा ने जेल प्रशासन से बिना अनुमति लिए रातेश्वर से मुलाकात की। आहूजा जब रातेश्वर से मिलने गए तो उन्हें नहीं रोका गया। पुलिस को भी आहूजा के रातेश्वर से मिलने जाने की खबर नहीं थी। आतंकी वारदात से जुड़े इतने संवेदनशील मामले के आरोपी से मिलने की बेरोकटोक घटना ने जेल प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एसएमएस अस्पताल पुलिस चौकी पर तैनात जवानों को आहूजा के रातेश्वर से मुलाकात की रात तक जानकारी नहीं थी। रातेश्वर गुजरात के वलसाड़ का रहने वाला है। इधर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री सुरेश चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि अब तो यह बिल्कुल ही साफ हो गया कि भाजपा नेताओं के अजमेर बम ब्लास्ट के आरोपियों से सम्बन्ध है। राजस्थान पुलिस भी बिना इजाजत के आरोपी से मुलाकात करने को लेकर विधायक आहूजा के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

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