महाराणा मेवाड फाउंडेशन सम्मानों की घोषणा

mmfaaउदयपुर/ महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के इस वर्ष होने वाले 32वें वार्षिक अलंकरण सम्मान समर्पण समारोह 2013 के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फ़ारूक अब्दुल्लाह्, जापान मूल की मिन्जा यांग, समाचार चैनल टाईम्स नाऊ के अरनब गोस्वामी, भारतीय नौसेना के शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन उदय कुमार सौंधी, मिसाइल वुमेन के नाम से ख्यातिप्राप्त अग्निपुत्री डॉ. टेसी थॉमस, पशुप्रेमी डॉ. विद्या आत्रेय को अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन के अलंकरणों से सम्मानित किया जाएगा। फाउण्डेशन के वर्ष 2013 के अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय अलंकरणों की गुरूवार को घोषणा करते हुए 32वें वार्षिक अलंकरण सम्मान समर्पण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि अलंकरण समारोह आगामी 3 मार्च, 2013, रविवार सायं 4 बजे सिटी पैलेस उदयपुर के माणक चौक प्रांगण में आयोजित होगा जिसमें ये अलंकरण फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविंद सिंह मेवाड़ प्रदान करेंगे। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी करेंगे।

अलंकरण समारोह के संयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया कि भारत के प्रति सार्वभौम संपादित स्थायी मूल्यों की सेवाओं के उपलक्ष में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण मिंजा यांग को भारत में स्थित पुरा संपदाओं के संरक्षण एवं उन्हें विश्व मानचित्र पर अपनी विशेषताओं के साथ उभारने के लिए जाना जाता है। यांग के प्रयासों के फलस्वरूप ही उदयपुर के पुरा वैभव संपदा को पर्यटन मानचित्र पर एक विशेष पहचान मिली तथा इन जीवन्त पुरा वैभव (लिविंग हेरिटेज) के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए आपने बतौर यूनेस्को इंडिया के निदेशक पद पर रहते हुए इंडियन हेरिटेज सिटीज नेटवर्क फाउण्डेशन की स्थापना कर भारत की पुरा वैभव संपदा को संरक्षित एवं संपोशणियता हेतु जागरूकता लाने की एक नई पहल की। इस अलंकरण के तहत 111001 रूपए की राशि, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किए जाएंगे।

वर्ष 1996 में स्थापित इस अलंकरण से अब तक मार्क टुली, सर वी.एस.नॉयपॉल, डॉ. चितरंजन एस. राणावत, लुईजी जॉन्जी, एम.एम. कै, सुप्रसिद्ध अभिनेता-निर्माता एवं निर्देशक लार्ड रिचर्ड एटनबरो, अब्बास सादड़ीवाला, रूडोल्फ दम्पत्ति, सर नून, एन्ड्रयु टॉप्सफिल्ड आदि विभूतियों को सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टाईम्स नाऊ के मुख्य संपादक एवं प्रख्यात पत्रकार अरनब गोस्वामी को अपनी तेजतर्रार वाक शैली के लिए जाना जाता है। अपने कार्यक्रम न्यूजऑवर में देश के ज्वलंत मुद्दों पर राजनीतिज्ञों एवं विशेषज्ञों को अपने बेबाक प्रश्नों के जरिए वास्तविकता के धरातल पर लाने वाले अरनब को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी अलंकरण प्रदान किया जाएगा। वर्ष 1982 में स्थापित हल्दीघाटी सम्मान से अब तक कर्पूर चन्द्र कुलिश, विनोद दुआ, प्रणव रॉय, मृणाल पाण्डे, एम.जे. अकबर, कुलदीप नैयर, धर्मवीर भारती, बरखा दत्त एवं मुंबई के स्वतंत्र पत्रकार मुजफ्फर हुसैन, इंडियन एक्सप्रेस के कार्यकारी संपादक शेखर गुप्ता, राजदीप सरदेसाई, आलोक मेहता, प्रबलप्रताप सिंह, तवलीन सिंह, वेद प्रताप वैदिक, संजीव श्रीवास्तव, हरिन्दर बावेजा, गुलाब कोठारी सहित अनेक मीडियाकर्मी सम्मानित हो चुके हैं। संयोजक डॉ. गुप्ता ने बताया कि साम्प्रदायिक सद्भाव, देश प्रेम एवं राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के क्षेत्र में स्थायी सेवाओं के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का हकीम खां सूर अलंकरण इस बार केन्द्रीय मंत्री एवं जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री पद रहे डॉ. फ़ारूक अब्दुल्लाह् को सामाजिक सौहार्द के लिए किए गए प्रयासों हेतु प्रदान किया जा रहा है।

संयोजक डॉ. गुप्ता के अनुसार पर्यावरण संरक्षण-संवद्र्धन के क्षेत्र में की गई स्थायी मूल्य की सेवाओं के लिए महाराणा उदयसिंह अलंकरण इस वर्ष देश की जानी-मानी पहली मिसाइल वुमेन डॉ. टेसी थॉमस एवं पुणे की पशु प्रेमी डॉ. विद्या आत्रेय को प्रदान किया जा रहा है। डॉ. टेसी ने मिसाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपनी कर्म क्षमता के बल पर देश की महिला शक्ति को नया मार्ग प्रदान किया है। इसके साथ ही पुणे की वन्यजीव प्रेमी डॉ. विद्या को भारत के महाराष्ट्र एवं हिमाचल प्रदेश में तेंदुआ एवं वन्यजीवों के विचरण क्षेत्र में बसे लोगों में तेंदुओं की प्रकृति एवं व्यवहारों आदि की बारीकि से जानकारी देकर उनके संरक्षण के प्रति विभिन्न योजनाओं पर कार्य करने हेतु प्रदान किया जा रहा है। अपने निर्धारित दायित्व की सीमा से ऊपर उठकर किए गए कार्य के लिए दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का पन्नाधाय अलंकरण भारतीय नौसेना के शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन उदय सौंधी को प्रदान किया जा रहा है। सौंधी सेना के एक प्रशिक्षण विमान को जमीन पर उतारने की प्रक्रिया के दौरान उसमें आई तकनीकी खराबी के चलते आबादी क्षेत्र की ओर जा रहे विमान को अपनी जान की परवाह किए बगैर विमान को उस क्षेत्र से दूर ले जाने में सफल हुए। इस दुर्घटना में अपना दांया पैर गंवाने के बावजूद अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बूते कृत्रिम पांव के साथ सेना में वापसी कर उसी हौसले के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है। वर्ष 1997 में स्थापित इस अलंकरण से अब तक प्रो. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, किरण बेदी एवं श्रीमती अरूणा रॉय, करमबीर सिंह कांग, आमटे दंपत्ति सहित 15 विभूतियों सम्मानित हो चुकी है।

राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को 51001 रूपए नकद, रजत तोरण, शॉल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट किए जाएंगे। फाउण्डेशन के अलंकरण समारोह के संयोजक ने बताया कि इन सभी विभूतियों ने फाउण्डेशन की ओर से उन्हें प्रदत्त अलंकरण ग्रहण करने के लिए आगामी 3 मार्च 2013 को उदयपुर आने की सहमति प्रदान कर दी है।

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